मोटापा कम करने के उपाय नुस्खे और आयुर्वेदिक दवा | Motape Ka ilaj in Hindi

Last Updated on June 4, 2022 by admin

मोटापा से बचें :

मोटापा अपने आप में तो एक रोग है ही, साथ ही यह शरीर में अन्य रोग भी पैदा करता है। मोटा व्यक्ति फुर्ती से काम नहीं कर पाता, शरीर का भारी वज़न उसे जल्दी थका देता है, उसकी दिनचर्या आलसी और अनियमित हो जाती है। पहले मोटापा होने के कारणों और परिणाम पर विचार कर लें। फिर इसको दूर करने के उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।

मोटापा क्यों होता है इसके कारण : motapa kyu badhta hai iske karn

  1. शारीरिक कारणों में मोटापा होने का मुख्य कारण होता है पिट्यूटरी (पीयूष) ग्रन्थि तथा थायराइड ग्रन्थि (गल ग्रन्थि) का ठीक से काम न करना ।
    पीयूष ग्रन्थि मस्तक में, जहां टीका (बिन्दी या तिलक) लगाया जाता है, नाक के मूलभाग के पीछे छोटे मटर के दाने के आकार की होती है। और थायराइड ग्रन्थि मनुष्य के कण्ठ के पीछे होती है।
    पीयूष ग्रन्थि-पीयूष ग्रन्थि स्वस्थ रहे और सुचारू रूप से काम करती रहे तो शरीर के हर अंग का अच्छी तरह से विकास होता है और शरीर पर मोटापा नहीं आता। स्नायुओं को स्वस्थ अवस्था में रखना, जननेन्द्रिय का विकास करना और रोगों से रक्षा करना पीयूष ग्रन्थि के मुख्य कार्य हैं।
    थायराइड ग्रन्थि-इसी तरह थायराइड ग्रन्थि के निरोग रहने से सभी रसायन क्रियाएं ठीक से होती रहती हैं। पाचक रस में वृद्धि होती है और क़द बढ़ता है। थायराइड ग्रन्थि का मुख्य कार्य है। पुरुषत्व की वृद्धि करना, जठराग्नि को बढ़ाना और शरीर में वसा (Fat) को नियन्त्रित रखना।
  2. मोटापा होने का एक कारण खानदानी असर होना भी होता है। माता पिता, दादा दादी मोटे होते हैं। तो सन्तान भी मोटापे का शिकार हो जाती है।
  3. मोटापे के अन्य कारणों में अधिक मात्रा में भोजन करना ।
  4. मीठी चीजें ज्यादा और लगातार खाना ।
  5. परिश्रम या व्यायाम न करना ।
  6. रात के अलावा दिन में सोना, सुबह देर तक सोये रहना ।
  7. भोजन के साथ या अन्त में खूब पानी पीना आदि कारण उल्लेखनीय हैं।

मोटापा के दुष्परिणाम और लक्षण : motape ke nuksan in hindi

मोटापे का परिणाम कई तरह के विकार व उपद्रवों वाला होता है –

  • मोटे व्यक्ति के शरीर में रक्त की कमी रहती है और चर्बी ज्यादा जमा हो जाती है जिससे रक्त संचार में अड़चन होती है ।
  • शरीर में लोच और चुस्ती फुर्ती नहीं रहती ।
  • थोड़े से श्रम से सांस फूल जाती है। ऐसे कई कष्ट होते हैं। जिन्हें मोटे स्त्री-पुरुष स्वयं ही रोज़मर्रा की दिनचर्या में अनुभव करते ही हैं।

मोटापा दूर करने के उपाय और टिप्स : motapa dur karne ke gharelu nuskhe aur upay

मोटापा दूर करने के लिए चार प्रकार के उपाय करना बहुत ही कारगर और सफल सिद्ध होता है- योगासन, प्राणायाम, मालिश और पथ्य आहार लेना यानी अपथ्य आहार से परहेज़ करना। इन चारों उपायों का नियमित रूप से यानी बेनागा। प्रयोग करने से निश्चित रूप से मोटापा दूर किया जा सकता है।

1. मोटापा कम करने का योगा / योगासन :

योगासनों में सूर्य नमस्कार, शलभासन, वज्रासन, कटि चक्रासन, उष्ट्रासन, पादवृत्तासन, अर्द्धहलासन, भुजंगासन और उत्तानपाद आसन का नियमित अभ्यास करना चाहिए।

2. मोटापा और पेट कम करने के लिए प्राणायाम :

  • मोटापा दूर करने में कपालभाति प्राणायाम बहुत गुणकारी सिद्ध होता है। इसका अभ्यास कम से कम 5 मिनिट तक करना चाहिए। इस प्राणायाम के अभ्यास से मोटापा दूर होने के अलावा हृदय की शिराओं में आये हुए अवरोध दूर होते हैं, क़ब्ज़ मिटता है, मधुमेह पर नियन्त्रण होता है, प्रोस्टेट ग्लेण्ड से सम्बन्धित रोग दूर होते हैं।
  • इसके साथ अनुलोम विलोम और भस्त्रिका प्राणायाम का भी अभ्यास करें तो शीघ्र लाभ होता है।

3. मोटापा कम करने के लिए मालिश :

मालिश करना या करवाना भी एक प्रकार की चिकित्सा ही है। मालिश से मोटापा कम होने के अलावा त्वचा का स्वस्थ और कान्तिपूर्ण रहना, मांसपेशियों का मज़बूत और लचीला होना, रक्त संचार ठीक से होना, स्नायुओं का बलवान होना आदि लाभ तो होते ही हैं शरीर की अन्य व्याधियां भी दूर होती हैं और शरीर हलका फुलका व फुर्तीला बना रहता है। सप्ताह में दो बार वाष्प स्नान (स्टीम बाथ) लेना चाहिए। इसके तुरन्त बाद रगड़ कर स्नान करना चाहिए। दरी पर पेट के बल लेट कर किसी की मदद से गर्दन से लेकर पैरों तक थपकी और हलके हलके मुक्के लगवाएं। कोई मालिश करने वाला मिल सके तो शाम को पूरे शरीर की ठण्डी सूखी मालिश करवाएं। इस प्रयोग से मोटापा दूर होता है। मालिश स्वयं भी कर सकते हैं। इसमें शरीर की मांस पेशियों को मसलते हैं चुटकी भर कर खींचते व मसलते हैं।

मोटापा कम करने के लिए क्या-क्या खाना चाहिए :

आहार में पथ्य पदार्थों का सेवन करना पथ्य आहार कहलाता है। यहां पथ्य आहार यानी मोटापा दूर करने के लिए सेवन योग्य आहार-द्रव्यों का विवरण दिया जा रहा है –

  • भोजन के साथ सलाद (पालक, गाजर, लौकी, ककड़ी, मूली आदि कटे हुए) का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए।
  • दिन में 2-3 बार नींबू पानी लें।
  • सर्दियों में पानी कुनकुना गर्म और गर्मियों में ताज़ा पानी लें।
  • मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट –
    सुबह उठने के बाद नींबू पानी,आठ बजे के आस पास किसी कच्ची सब्ज़ी या फल या गाजर का एक गिलास रस लें। दस बजे क्रीम निकला दूध लें या नमक जीरा मिला मठ्ठा लें। 12 बजे फल, फलों का रस या गाजर का रस लें। दो बजे कच्ची सब्ज़ी का सलाद, भाप से उबली सब्ज़ी, दही का रायता लें। भूख ज्यादा मालूम दे तो आधी चपाती ले सकते हैं। पांच बजे नींबू पानी या फल का रस लें। आठ बजे शाम को सब्ज़ी का सूप, काले चनों का सूप कोई फल या एक चपाती, सब्ज़ी सलाद आदि लें। अगर कम भूख हो तो चपाती न लें। इस तरह आहार-व्यवस्था करने में शुरू – शुरू में दिक्कत होगी लेकिन थोड़े ही समय में अभ्यास हो जाने पर यही व्यवस्था अच्छी लगने लगेगी और मोटापा कम होता दिखने का हर्ष व सन्तोष मिलेगा सो अलग।
  • जिन्हें अधिक भूख लगे वे थोड़ा भुना हुआ चना या मुरमुरा खा सकते हैं।
  • गेहूं, चावल, बाजरा और साबुत मूंग- प्रत्येक आधा-आधा किलो लेकर सेक कर दलिया बना लें। इसमें अजवायन 20 ग्राम और सफ़ेद तिल 50 ग्राम मिला लें।
  • 50 ग्राम यह दलियां 400 मि.लि. पानी में डाल कर पकाएं तथा सब्ज़ियां व स्वाद के अनुकूल मात्रा में नमक मिला लें। नियमित रूप से एक मास तक इस दलिया का सेवन करने से मोटापा दूर होता है, मधुमेह पर नियन्त्रण होता है और हृदय रोगी को मोटापा दूर करने में सफलता मिलती है।
  • एक कारगर नुस्खा- प्रतिदिन प्रातः दोपहर एवं सायंकाल अश्वगन्धा के एक एक पत्ते को हाथ से मसल कर गोली बना कर भोजन से एक घण्टा पहले या खाली पेट, ताज़े जल के साथ लें और फल, सब्ज़ियां, फल का रस, छाछ, दूध का सेवन करें तो कई किलो वज़न कम किया जा सकता है। इस प्रयोग से लाखों लोग लाभ उठा चुके हैं।
  • एक चम्मच त्रिफला चूर्ण एक गिलास पानी में डाल कर रात को रख दें। सुबह इसे उबालें । जब पानी आधा रह जाए तब उतार कर छान लें और ठण्डा करके 2 चम्मच शहद डाल कर सुबह खाली पेट पी लें। ध्यान रहे, शहद गरम पानी के साथ नहीं पीना है।

वजन कम करने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए :

अपथ्य आहार में –

  • मेदे से बने व्यंजन,मिठाई, मीठे पदार्थ ।
  • दिन में सोना, भोजन करके तुरन्त सोना ।
  • जीभ का चटोरापन जिसके कारण से स्वादिष्ट व्यंजन अधिक मात्रा में खाना ।
  • गरिष्ठ चिकनाई युक्त, तले हुए पदार्थों का सेवन करना ।
  • आलस्य करना, परिश्रम या व्यायाम न करना ।
  • ये सब अपथ्य आहार-विहार होने से सर्वथा त्याग देना चाहिए।

मोटापा कम करने के आयुर्वेदिक दवा :

अच्युताय हरिओम फार्मा द्वारा निर्मित मोटापा कम करने की लाभदायक आयुर्वेदिक औषधियां ।

  1. शोधन कल्प चूर्ण
  2. गोझरण अर्क (Gaujaran Ark)

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