मोच एवं सूजन में तुरंत राहत देते है यह 28 घरेलू उपाय : Natural Home Remedies For Sprain and swelling

Last Updated on March 12, 2024 by admin

कभी-कभी पैर गड्ढे में आने पर पैर में मोच आ जाती है या चलने-चलते हाथ-पैर मुड़ जाने या चोट लग जाने के कारण मोच आ जाती है। मोच आने पर उस अंग पर सूजन आ जाती है और काफी दर्द होने लगता है। आइये जाने मोच एवं सूजन दूर करने के अनुभूत घरेलू उपायों के बारे में ।

मोच एवं सूजन दूर करने के घरेलू नुस्खे :

1. इमली के पत्ते – लकड़ी-पत्थर आदि लगने से आयी सूजन पर हल्दी एवं खाने का चूना एक साथ पीसकर गर्म लेप करने से अथवा इमली के पत्तों को उबालकर बाँधने से सूजन उतर जाती है।

2. अरनी – अरनी के उबाले हुए पत्तों को किसी भी प्रकार की सूजन पर बाँधने से तथा 1 ग्राम हाथ की पीसी हुई हल्दी को सुबह पानी के साथ लेने से सूजन दूर होती है।

3. बड़ – मोच अथवा चोट के कारण खून जम जाने एवं गाँठ पड़ जाने पर बड़ के कोमल पत्तों पर शहद लगाकर बाँधने से लाभ होता है।

4. जामुन की छाल – जामुन के वृक्ष की छाल के काढ़े से गरारे करने से गले की सूजन में फायदा होता है।

5. चना – मोच के स्थान पर चने बांधकर उन्हें पानी से भिगोते रहें। जैसे-जैसे चने फूलेंगे वैसे-वैसे मोच दूर होती जाएगी, यह बहुत ही कारगर इलाज माना गया है।

6. सरसों और हल्दी – सरसो और हल्दी को गर्म करके उसे मोच वाले स्थान पर लगायें और उस पर एरण्ड के पत्ते को रखकर पट्टी बांध दें।

7. तिल – 50 ग्राम तिल के तेल में 2 ग्राम अफीम को अच्छी तरह से मिलाकर मोच वाले अंग पर मालिश करने से काफी लाभ मिलता है।

8. फिटकरी – फिटकरी के 3 ग्राम चूर्ण को आधा किलो गर्म दूध के साथ लेने से मोच और भीतरी चोट जल्दी ही ठीक हो जाती है।

9. कलमी शोरा – नौसादर और कलमी शोरा 10-10 ग्राम को पीसकर उसे 200 ग्राम पानी में मिलाएं फिर इसमें कपड़ा भिगोकर बार-बार मोच के ऊपर लगाने से शीघ्र लाभ होता है।

10. शहद और चूना – मोच वाले अंग पर शहद और चूना मिलाकर उससे दिन में 2-3 बार हल्की मालिश करने से जल्दी आराम होता है।

11. तेजपत्ता और लौंग – मोच वाले स्थान पर तेजपत्ता और लौंग को पीसकर उसका लेप लगायें। इससे धीरे-धीरे मोच के कारण आने वाली सूजन(sujan) और दर्द दूर हो जाता है।

12. लहसुन – राई के तेल में अजवायन और लहसुन जलाकर उस तेल की मालिश करने से हर प्रकार की मोच(Moch) और बदन दर्द दूर हो जाता है।

13. एलोवेरा – मोच व सूजन पर ग्वारपाठे का रस लगाने से भी शीघ्र ही काफी आराम मिलता है।

14. पान का पत्ता – पान के पत्ते पर सरसों का तेल लगाकर, उस पत्ते को हल्का गर्म करके मोच वाले अंग पर बांध दें।

15. आम का पत्ता – पान का पत्ता या आम का पत्ते को अच्छी तरह से साफ और चिकना कर उस पर नमक लगा कर मोच वाले स्थान पर बांधने से काफी लाभ होता है।

16. इमली – मोच आ जाने पर इमली की पत्तियों को पीसकर उसे गुनगुना करके उसका लेप लगाने से भी तुरंत ही आराम मिलता है।

17. नारियल – चोट लगने पर नमक में काले तिल, सूखा नारियल और हल्दी मिला कर पीस कर गरम करके चोट वाले स्थान पर बांधने से शीघ्र ही आराम मिलता है।

18. तुलसी के पत्ते – तुलसी के पत्तों के रस तथा सरसों के तेल को एक साथ मिलाकर उसे थोड़ी-थोड़ी देर बाद दिन में 4-5 बार मोच वाले अंग पर लगाना ठीक रहता है।

19. अखरोट – अखरोट के तेल की मालिश करने से भी मोच और हाथ पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

20. नमक – नमक को धीमी आग पर काफी सेंककर गर्म-गर्म ही किसी मोटे कपड़े में बांधकर मोच वाली जगह पर सिंकाई करने से आराम मिलता है।

21. सरसों का तेल – नमक और सरसों के तेल को एक साथ मिलाकर उसे गर्म करके मोच(Moch) वाले अंग पर लगाने से लाभ मिलता है।

22. नमक और हल्दी – नमक और हल्दी को बारीक पीसकर उसे मोच पर लगाने से मोच या चोट के कारण होने वाले दर्द में शीघ्र ही आराम मिलता है।

सूजन में करेले का साग लाभप्रद है।

मोच एवं सूजन दूर करने के अन्य उपाय :

1. बीजपूर – हाथ व पैरों में मोच आने पर बीजपूर फल के 2 टुकड़ें बर्तन में गर्म करके रोगी के शरीर में दर्द वाली जगह पर लगाने से रोगी का दर्द जल्दी आराम मिलता है।

2. अम्लपर्णी – अम्लपर्णी की जड़ को गर्म करके दर्द वाली जगह पर गर्म-गर्म लगाने से रोगी को लाभ मिलता है

3. बर्फ – अगर आपके पैर या हाथ में मोच आ गई है तो बिना देर किए थोड़े-से बर्फ एक कपड़े में रखकर सूजन वाले जगह पर लगायें इससे सूजन कम हो जाता है। बर्फ लगाने से सूजन वाले जगह पर रक्त का संचालन अच्छी तरह से होने लगता है जिससे दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है।

4. हल्दी – अगर मोच आने के साथ थोड़ा-सा छिल गया है तो आप सबसे पहले एक कटोरी में पाँच-छह चम्मच सरसों का तेल लें। उसमें आधा छोटा चम्मच हल्दी पाऊडर या कच्चा हल्दी का पेस्ट लें और चार-पाँच लहसुन का फाँक पीसकर डालने के बाद धीमी आंच में कुछ देर रखें। उसके बाद मोच पर धीरे-धीरे इस तेल से मसाज़ करें। फिर देखें इस तेल का जादू। सरसों और हल्दी का एन्टी-इन्फ्लैमटोरी और एन्टी-फंगल गुण दोनों सूजन और घाव को ठीक होने में मदद करता है।

5. तुलसी – तुलसी का पौधा तो हर घर में मिलता है। चोट लगने पर तुरन्त तुलसी की कुछ पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें और उसको चोट वाले स्थान पर लगायें। तुलसी का औषधिय गुण अपना चमत्कार दिखायेगा।

6. दूध – दर्द चोट लगने का हो या मोच लगने का, हल्दी-दूध पीना न भूलें। यह दर्दनिवारक या पेनकिलर जैसा काम करता है।

(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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