शीत ऋतू में स्वास्थवर्धक प्रयोग

Last Updated on April 13, 2021 by admin

स्वास्थ्य की रक्षा की कुछ बाते जान ले और शरीर स्वस्थ रहे :-

1) गाजर का हलवा :- गाजर का पीला हिस्सा निकाल दिया, उसमें लोहतत्व और विटामिन्स ‘ए’ भरपूर मात्रा में है | गाजर का हलवा बना रखा … फ्रिज है तो रखे …रोज खा सकते है |

इसके फायदे – इससे खून बढ़ता है, नेत्रज्योति बढती है, हृदय और मस्तिक के लिए लाभदायक है और वायुशामक है | ८० प्रकार की बीमारियाँ वायु से होती है | गाजर का हलवा वायु को मारता है | गाजर वायु नाशक है |

2) खजूर और सिंघाड़े :- सिंघाड़े का प्योर आटा मिलेगा ४०,४२,४५ रूपये किलो तक | सिंघाड़े का आटा घी में सेक लिया | जितना आटा सिंघाड़े का घी में सेका उतना खजूर कुचल के दोनों मिलाकर आटा बना लिया जैसे भाकरी, रोटी बनाते ऐसा आटा बन गया | उसे ५-६ ग्राम की गोली-लड्डू बना लिया | सुबह चबा-चबाके दो-तीन खाये फिर थोड़ी देर कुछ न खाये, भूख लगी तो दूध पीयो |

इसके फायदे – वे गोलियाँ जल्दी से खून बनायेगी, वीर्य बनायेगी, बल बनायेगी, जीवन में उत्साह वृद्धि, प्रसन्नता और चेहरे पर निखार, सौंदर्य, गर्भ पोषक और माँ के दूध में वृद्धि करनेवाली, पुरुष का वीर्य भी इससे बढ़ता है, बुढ़ापे को जवानी में ये बदल सकता है और सस्ता भी है | ये सर्दी पाक बड़ा ताकत देता है |

3) मेथी की सुखडी :- मेथी का आटा, मेथी पीस ली आटा बन गया | मेथी आटा घी में सेककर पुराना गुड, थोडी-सी सौंठ मिलाकर सुखडी बना दी |

इसके फायदे – ये सुखडी खाने से महिलाओं को कमरदर्द, बाईओ कों-भाईओ को जोडों का दर्द, सायटिका, हड्डीयों की कमजोरी सब ठीक हो जायेगा |

4) चन्द्रशूर की खीर :- ये सर्दियों में खाने योग्य चन्द्रशूर की खीर (पंसारी के यहाँ मिलाता है चन्द्रशूर) उसमें लोहतत्व, फोसफोरस और कँल्शियम होने से कमरदर्द दूर करने की उसमें क्षमता है | १२ वर्ष ऊपर के बच्चे को ४० दिन तक खिलाये सुबह खाली पेट ….. उनका कद बढ़ेगा और दुसरे लोग भी खायेंगे तो शरीर में मजबूती होगी |

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