सोआ के फायदे, गुण और उपयोग – Sowa ke Fayde, Gun aur Upyog
सोआ (शतपुष्पा) : यह एक लघु चिरस्थायी क्षुप है, जो लगभग 1-8 फुट ऊंचा होता है । पत्र संयुक्त अतिविभाजित, पुष्प पीतवर्णी जो छत्र में होते हैं। फल अण्डाकार किनारे पर सपक्ष, चपटे उन्नतोदर होते …
सोआ (शतपुष्पा) : यह एक लघु चिरस्थायी क्षुप है, जो लगभग 1-8 फुट ऊंचा होता है । पत्र संयुक्त अतिविभाजित, पुष्प पीतवर्णी जो छत्र में होते हैं। फल अण्डाकार किनारे पर सपक्ष, चपटे उन्नतोदर होते …
सोनापाठा (Sonapatha in Hindi) सोनापाठा के पेड़ भारत के पश्चिमी सूखे प्रदेशों को छोड़कर अक्सर सभी जगह पाये जाते हैं। सोनापाठा की जड़ की छाल का इस्तेमाल बृहत पंचमूल में किया जाता हैं। यह …
सफेद पेठा (ash gourd in hindi) सफेद पेठे को उगाने के लिए साफ-सुथरी जमीन सही रहती है। सफेद पेठे छोटे और बड़े तथा गोल, लम्बे-गोल आदि प्रकार अनेकों किस्म के होते हैं। साग-सब्जियों में …
सिरस (शिरीष) का पेड़ (Shirish Tree in Hindi) सिरस का पेड़ पूरे भारत के जंगलों में पाया जाता है। इसके पेड़ पहाड़ी क्षेत्रों में 8 हजार फुट की उंचाई तक पाए जाते हैं। यह …
इन्द्रजौ का पौधा कैसा होता है ? (Indrajau in Hindi) इन्द्रजौ का पौधा एक जंगली पौधा होता है। इसका पौधा 5-10 फुट ऊंचा होता है। इसके पत्ते बादाम के पत्तों की तरह लंबे होते …
हिगोट का पेड़ (Hingot Tree in Hindi) हिगोट के पेड़ भारत के दक्षिणी क्षेत्र में ज्यादा पाये जाते हैं। इसका पेड़ काफी बड़ा होता है। इसके पेड़ पर कांटे होते हैं। हिंगोट का पेड़, तीखा, …
हीरा बोल के अन्य नाम : बिजाबोल (Bijabol), हीराबोल (Hirabol), मुरमुखी (Murmukhi), फ्रांकुन (Francun), कमिफोरा मायरा नीस (Commiphora Myrrha Nees), रक्त बोल (Rakt Bol) , मुर मक्की (Mur Makki) Botanical name : Commiphora Myrrha Nees …
गुडूची सत्व के फायदे (Guduchi Satva Benefits in Hindi) 1. बुखार: गुडूची के बारीक पीसे हुए चूर्ण का काढ़ा लगभग आधा ग्राम से लेकर लगभग 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से बुखार ठीक …
मुनक्का (Dry Grapes) मुनक्का खाने में गर्म और तर प्रकृति का होता है। सर्दी के मौसम में मुनक्का का रोजाना सेवन करना लाभदायक होता है। मुनक्का के गुण : इसका प्रयोग करने से प्यास शांत …
मिट्टी से रोगों का इलाज (Mitti se Rogo ka Ilaj) 1. फोड़ा: सूजन, फोड़ा, अंगुली की विषहरी (उंगुली में जहर चढ़ने पर) में गीली मिट्टी का लेप हर आधे घंटे तक बदलते रहने से लाभ …