जानिये किस रोग में कौनसा जूस होता है लाभकारी | रोग निवारण के लिए रस चिकित्सा

Last Updated on May 21, 2020 by admin

बवासीर के लिए – ताजी छाज १०० – २०० मि.ली., अनार, अंगूर और आँवले के रस(Juice) १५ – २५ मि.ली. और ग्वारपाठा रस २५ मि.ली. |

मधुमेह के लिए – नारियल पानी ५० – १०० मि.ली., करेला का रस २५ -५० मि.ली., बिल्वपत्र, नींम और तुलसी के पत्तों का रस १० – १५ मि.ली.|

रक्तविकार (रक्तशुद्धि हेतु ) – आँवला, नींबू, गाजर और ताजी हल्दी का रस १० – २० मि.ली., सेवफल, मीठे अनार व गिलोय का रस १५ – २० मि.ली., दूब (घास) का रस १० – २० मि.ली., लौकी का रस २० – २५ मि.ली., तुलसी का रस ५ – १० मि.ली. नीम और बेल के पत्तों का रस १० – २० मि.ली.|

उच्च रक्तचाप के लिए – आँवला, गाजर (बीच में पीला हिस्सा निकालकर), अंगूर, मोसंबी, मीठे अनार और ज्वारों का रस | मानसिक तथा शारीरिक आराम आवश्यक है |

निम्न रक्तचाप – मीठे फलोंका रस लें किंतु खट्टे फलों का उपयोग न करें | आम, अंगूर और मोसंबी का रस अथवा दूध, खजूर भी लाभदायी है |

पीलिया (jaundice) – अंगूर, सेफ, ग्वारपाठा, एरंड के पत्ते का रस(Juice) १० मि.ली., रासबेरी और मोसंबी का रस, अंगूर अथवा किसमिस का पानी पीने से भी लाभ होता है | गन्ना चबा-चबाके खाकर उसका रस पीने से लाभ होता है | केला के ऊपर १.५ ग्राम चुना लगाकर थोड़ी देर रखकर खाने से भी फायदा होता है |

केन्सर – ज्वारों का रस, आँवला, गिलोय और तुलसी के पत्तों का रस पीने से भी फायदा होता है |

खून बढ़ाने के लिए- अनार, मोसंबी, अंगूर, पालक, टमाटर, बिट, सेफ, रसबेरी का रस, रात को भिगोकर रखे
हुये किसमिस या काले अंगूर के पानी का सुबह सेवन, इलायची, केला आदि का सेवन, खजूर का सेवन आदि
उपयुक्त है |

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आम्लपित्त (Acidity)-  आँवला, एलोवेरा, गाजर, पालक, ककड़ी का रस, फलों का रस ज्यादा प्रमाण
में लेना चाहिए | अंगूर, मोसंबी और दूध लाभदायी है |

पिंपल के व्रण –  नींबू, आँवला, ताज़ी हल्दी, नीम, पमकिन, एलोवेरा, प्याजऔर पालक का रस लाभदायी है |जानिये किस रोग में कौनसा जूस होता है लाभकारी | रोग निवारण के लिए रस चिकित्सा

फोड़ी-फुँसी-  आँवला, नीम के पत्ते और फूल, एलोवेरा, पालक, ककड़ी, गोबी का रस और नारियल का दूध लाभदायी है |

वेदनादायी मासिक हो तो-  अंगूर, एलोवेरा, आँवला और रसबेरी का रस लाभदायी है |

नेत्र ज्योतिवर्धक –  आँवला, गाजर, और हरी धनिया का रस गुणकारी है | दूध,घी और बादाम लाभदायी है |

अनिद्रा –  अंगुर और सेब का रस आधा से एक ग्राम पीपलामुल दूध के साथ लें |

वजन बढ़ाने के लिए-  आम, पालक, गाजर, बिट और नारियल का दूध, खजूर, दूध, घी, दही, सुखा मेवा,
अंगूर, और सेब लाभदायी है |

सिरदर्द –   आँवला, अनार, अंगूर, मोसंबी, सेब, ककड़ी का रस (Juice), नारियल पानी लाभदायी है |

वजन घटाने के लिए –  १ नींबू और २५ तुलसी के पत्ते, १ ग्लास थोडा सा गरम वाला पानी, १ चम्मच शहद हफ्ते
में २–३ दिन सुबह खाली पेट लेने से फायदा होता है | रविवार के दिन ये प्रयोग नहीं करना |

सेवन की मात्रा :  

एलोवेरा, अनार, अंगूर, नींबू, आँवला, ताज़ी हल्दी, नीम के पत्ते और फूल, पमकिन, ककड़ी, गोबी, प्याज और पालक का रस, नारियल का दूध : 15 से 25 मि.ली. और दूसरे फल के रस का प्रमाण : 25 से 50 मि.ली.

जब भी पिएं जूस, जरूर बरतें ये सावधानियां :

  1. सूर्यास्त के बाद फलों का रस नही लेना चाहिए |
  2. खाना खाने से तुरंत पहले और तुरंत बाद में फलों के रस का सेवन नहीं करना चाहिए क्योकि पाचन क्रिया खराब होती है |
  3. खट्टे फलों का रस दूध के साथ सेवन नहीं करना चाहिये |

विशेष : इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग करने के बजाय खल से कुटकाट और सूती कपड़ों में से छान कर फलों का रस निकालने से उसका औषधि गुणधर्मों का विशेष लाभ होता है |

(उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

2 thoughts on “जानिये किस रोग में कौनसा जूस होता है लाभकारी | रोग निवारण के लिए रस चिकित्सा”

  1. Prabhu apne jo number diya hai vaid shri divyanga ji ka vo out of service bta rha hai.. please unse contact krwa dijiye

  2. खून बढ़ाने के लिए पालक या गाजर का रस सुबह खाली पेट ले सकते है क्या कोई समस्या तो नही है

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