तेजस्वी बालक का जन्म : अब से लगभग साढ़े बारह सौ वर्ष पूर्व केरल प्रान्त के एक ग्राम में एक बालक का जन्म हुआ जो असामान्य विद्या बुद्धि से सम्पन्न था । जैसे अब भी कोई-कोई बालक जिसको वैज्ञानिकगण 'प्रोडिजी' कहते हैं चार-पाँच वर्ष की आयु में ही कई … [Read more...] about आदि शंकराचार्य जी का जीवन परिचय | Biography of Adi Shankara
Mahan Vibhutiyan
संत ज्ञानेश्वर महाराज का जीवन परिचय | Biography of Saint Dnyaneshwar Ji
स्वामी रामानन्द जी का आलन्दी आगमन : भक्ति मार्ग के प्रवर्तक प्रसिद्ध धार्मिक सन्त स्वामी रामानन्द काशी से रामेश्वरम् की यात्रा पर निकले थे । मार्ग में एक गाँव पड़ता था आलन्दी । स्वामी रामानन्द ने वहाँ अपना डेरा डाला और कुछ दिनों तक रुक जनसाधारण को … [Read more...] about संत ज्ञानेश्वर महाराज का जीवन परिचय | Biography of Saint Dnyaneshwar Ji
प्रेरक प्रसंग – सम्राट अशोक का महान पुत्र महेन्द्र
महाभिक्षु महेन्द्र की शिक्षाप्रद कहानी : साम्राज्य विस्तार के लिए किए गये कलिंग आक्रमण में सम्राट अशोक की सेनाओं ने एक लाख लोगों का वध कर दिया । रणक्षेत्र लाशों से पट गया । घायलों का करुण चीत्कार सुनकर अशोक बाहर आया और देखी अपनी एक छोटी-सी इच्छा … [Read more...] about प्रेरक प्रसंग – सम्राट अशोक का महान पुत्र महेन्द्र
श्री रमण महर्षि का जीवन परिचय | A short biography of Ramana Maharshi
घर में किसी अतिथि का आगमन हुआ । १५ वर्षीय किशोर ने स्वागतार्थ उनसे पूछा “आप कहाँ से आ रहे हैं ?' अतिथि ने उत्तर दिया 'अरुणाचल से ।' 'अरुणाचल' शब्द का सुनना था कि किशोर का रोम-रोम एक अपूर्व आनन्द से भर उठा । जाने कौन-सी तरंगें इस शब्द के साथ जुड़ी हुई … [Read more...] about श्री रमण महर्षि का जीवन परिचय | A short biography of Ramana Maharshi
स्वामी रामतीर्थ जी का जीवन परिचय Biography of Swami Ramtirtha
स्वामी रामतीर्थ कौन थे ? घटना सन् १९०१ की है । मथुरा में एक धर्म सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस सम्मेलन के आयोजक आचार्य शिवगण ने सभी धर्मों के प्रतिनिधि विद्वानों को आमन्त्रित किया पर सम्मेलन का अध्यक्ष बनाया स्वामी रामतीर्थ को जिनका न कोई मठ था और न … [Read more...] about स्वामी रामतीर्थ जी का जीवन परिचय Biography of Swami Ramtirtha
प्रेरक कथा प्रसंग – धर्मोद्धारक राघवेन्द्र स्वामी
पुत्र के निर्माण में माता-पिता की भावनाएँ एक विशेष महत्त्व रखती हैं । माता-पिता की भावनायें ही सन्तान में संस्कार बनकर आत्मानुसार उसके आचरण की रचना करती हैं। जिन अभिभावकों को राष्ट्र से प्रेम और समाज से स्नेह होता है, जो यह चाहते हैं कि उनका … [Read more...] about प्रेरक कथा प्रसंग – धर्मोद्धारक राघवेन्द्र स्वामी
सन्त रैदास(रविदास) जी का जीवन परिचय | Sant Ravidas ka Jeevan Parichay
प्रेरक कथा प्रसंग - सन्त रैदास(रविदास) की साधना 'सन्त काल' उस समय को कहा जाता है जिन दिनों यवन काल के उत्पातों से जनता किंकर्तव्यविमूढ़ हो रही थी । आन्तरिक फूट,आदर्शों में विडम्बना का समावेश, संगठन का अभाव आदि कितने ही कारण ऐसे आ जुटे थे कि … [Read more...] about सन्त रैदास(रविदास) जी का जीवन परिचय | Sant Ravidas ka Jeevan Parichay
समर्पण के आदर्श प्रतीक गुरु अंगद देव जी (प्रेरक कथा प्रसंग)
गन्दे नाले में गुरु नानक का प्याला गिर गया । उन्होंने अपने शिष्यों की ओर देखा और कहा- 'इस प्याले को उठाओ।' शिष्य दौड़े, प्याला उठाने के लिये नहीं मेहतर को बुलाने के लिए । नानक की आँखों में निराशा का भाव उभर आया । जिन शिष्यों को उन्होंने कार्य को ही … [Read more...] about समर्पण के आदर्श प्रतीक गुरु अंगद देव जी (प्रेरक कथा प्रसंग)
ऋषि परम्परा निभाने वाले महात्मा लिखित (शिक्षाप्रद कहानी)
महात्मा लिखित का शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग : ऋषि ‘लिखित' अपने बड़े भाई के आश्रम की ओर चल पड़े। दीर्घकाल तक एक स्थान पर साधना करते-करते एक दिन उन्हें भाई के पास जाने की इच्छा हो आई थी । उनका उद्देश्य भाई के पास जाकर उनके आश्रम में विश्राम करने का … [Read more...] about ऋषि परम्परा निभाने वाले महात्मा लिखित (शिक्षाप्रद कहानी)
गुरु नानक देवजी के पुत्र तपोनिष्ठ महात्मा श्रीचन्द्र (शिक्षाप्रद कहानी)
भगवत भक्ति से ओत-प्रोत योग साधन में कितनी शक्ति होती है । इसका उदाहरण सन्त श्रीचन्द्र के जीवन की अनेक घटनाओं से मिलता है। महात्मा श्रीचन्द्र गुरु नानक के सबसे बड़े पुत्र थे । उन्होंने अपने पिता से ही योग-साधना तथा भगवत् भक्ति की शिक्षा-दीक्षा ली थी। … [Read more...] about गुरु नानक देवजी के पुत्र तपोनिष्ठ महात्मा श्रीचन्द्र (शिक्षाप्रद कहानी)