शास्त्रीय रुद्राक्ष धारण की विधि : Rudraksha Dharan Karne ki Vidhi in Hindi पदम् पुराण के आधार पर रुद्राक्ष धारण की विधि यह है की इसको पहनने के लिये रुद्राक्ष को पंचगव्य (गोमूत्र, गाय का गोबर, गाय का दही, गाय का दूध, तथा गाय का घी) तथा पंचामृत … [Read more...] about रुद्राक्ष धारण के नियम , विधि, शंका और समाधान | Rudraksha Dharan Karne ki Vidhi
Adhyatma Vigyan
धर्म शास्त्रों में श्राद्ध कर्म की महिमा और इसका वैज्ञानिक महत्व
श्राद्ध-तर्पण एक अतिपवित्र ,शुभ प्राचीन परंपरा : देव संस्कृति जीवन की एक समग्र दृष्टि एवं पद्धति का नाम है। मानवीय चेतना को इसके पूर्ण विकास तक ले जाना ही इसका एकमात्र उद्देश्य है। आत्मा के अनश्वर एवं शाश्वत अस्तित्व की इसकी सुस्पष्ट धारणा के … [Read more...] about धर्म शास्त्रों में श्राद्ध कर्म की महिमा और इसका वैज्ञानिक महत्व
प्रणव (ओम्) की महिमा और रहस्य : समस्त सिद्धियों का मूल ओम्
ब्रह्मांड का सतत गुंजायमान नाद 'ओम्' : समस्त ब्रह्मांड एक अव्यक्त-अलक्षित ध्वनि से सतत गुंजायमान है। भारतीय ऋषियों ने इस दिव्य नाद को प्रणव' अथवा 'ओम्' के रूप में निरूपित किया है। यह आदि शब्द, जो नाद एवं ध्यान में निहित है। यह नवजात शिशु का प्रथम … [Read more...] about प्रणव (ओम्) की महिमा और रहस्य : समस्त सिद्धियों का मूल ओम्
रहस्सों की पिटारी पीनियल ग्रन्थि (तृतीय नेत्र) हमारी | Pineal Gland Third Eye
तीसरी आँख या पीनियल ग्रंथि कहाँ होती है ?: भगवान शिव के तृतीय नेत्र द्वारा कामदेव का दहन एवं प्रलयरूपी दावानल उत्पन्न करने की घटना पौराणिक कथागाथा मात्र नहीं है। यह दिव्य घटना एक वैज्ञानिक तथ्य एवं सच्चाई को प्रकट करती है। आज आधुनिक विज्ञान मानव … [Read more...] about रहस्सों की पिटारी पीनियल ग्रन्थि (तृतीय नेत्र) हमारी | Pineal Gland Third Eye
शिक्षाप्रद कथा प्रसंग : योग से जुड़ी दिव्य सिद्धियाँ-विभूतियाँ
ईश्वर से बढ़कर दुनिया में कोई और योगी नहीं। इसलिए योग-विभूतियों को ईश्वरीय विभूतियाँ ही कहना चाहिए। यह इस मार्ग के प्रत्येक पथिक में प्रकट होती और बताती हैं कि जीवन को योग के अनुशासन में यदि ढाल लिया जाए तो वह इतना चमत्कारिक और अद्भुत हो जाता है कि … [Read more...] about शिक्षाप्रद कथा प्रसंग : योग से जुड़ी दिव्य सिद्धियाँ-विभूतियाँ
जागो हे माँ कुल कुण्डलिनी : Kundalini Shakti ki Jankari
कुंडलिनी शक्ति क्या है ? : कुंडलिनी क्या है -इस संबंध में इतना ही कहना पर्याप्त होगा कि यह एक आध्यात्मिक शक्ति है, जो सर्वसाधारण में सुषुप्तावस्था में पड़ी रहती है। भौतिक कार्यों के लिए देह में इतनी ही शक्ति होती है, जिससे कि वे यथाविधि सुचारु रूप … [Read more...] about जागो हे माँ कुल कुण्डलिनी : Kundalini Shakti ki Jankari
मंत्र रहस्य और शब्दब्रह्म का अपरिमित सामर्थ्य
मंत्र किसे कहतें है ? : "मनन त्राण धर्माणो मंत्रः।"मंत्रार्थ मंजरी के इस सूत्र में मंत्र का समस्त ज्ञान-विज्ञान समाहित है। श्रद्धा और निष्ठा के साथ मंत्र के मनन और चिंतन से परमात्मा का सिंहासन डोल उठता है और वह भी प्रकट हो उठते हैं। मंत्र जाप … [Read more...] about मंत्र रहस्य और शब्दब्रह्म का अपरिमित सामर्थ्य
बहनों की रक्षा का त्यौहार रक्षाबंधन (पौराणिक कथा)
श्रावण शुक्ल पूर्णिमा अति विशिष्ट एवं महत्त्वपूर्ण तिथि मानी जाती है, क्योंकि इसी दिन भाई-बहन के विरस्नेहिल बंधन का पर्व रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस दिन बहन पावन प्रेम से सराबोर कच्चे धागे को अपने भाई की कलाई में बाँधती है और इसके बदले अपनी रक्षा एवं … [Read more...] about बहनों की रक्षा का त्यौहार रक्षाबंधन (पौराणिक कथा)
सर्व रोग नाशक महामृत्युन्जय मंत्र की अद्भुत महिमा और महत्व
महामृत्युंजय मंत्र के विधि विधान के साथ में जाप करने से अकाल मृत्यु तो टलती ही हैं, रोग, शोक, भय इत्यादि का नाश होकर व्यक्ति को स्वस्थ आरोग्यता की प्राप्ति होती हैं। यदि स्नान करते समय शरीर पर पानी डालते समय महामृत्युन्जय मंत्र का जप करने से त्वचा … [Read more...] about सर्व रोग नाशक महामृत्युन्जय मंत्र की अद्भुत महिमा और महत्व
रोगी मनुष्य को मौत से पहले यमराज के 51 मृत्यु संकेत
१-यदि रोगी के दाहिने या बाएँ, अगले या पिछले, नीचे या ऊपर के किसी अंग में स्वाभाविक और किसी अंग में विकार का रंग देखने में आये, तो रोगी की मृत्यु के चिह्न समझो। २- यदि रोगी के मुख या शरीर के किसी और हिस्से में एक जगह स्वाभाविक और दूसरी जगह विकार का … [Read more...] about रोगी मनुष्य को मौत से पहले यमराज के 51 मृत्यु संकेत