पेशाब में खून आने के 27 सरल आयुर्वेदिक घरेलु उपचार | Peshab Mein Khoon Ka ilaj

Last Updated on November 20, 2019 by admin

पेशाब में खून आने के कारण व उपचार :Home remedies for hematuria (blood in the urine)

कारण:

पेशाब में अगर खून आता हो तो उसे रक्तमेह कहा जाता है। रक्तमेह के रोग में गुर्दे की गडबड़ी के कारण रक्त पूरी तरह नहीं छन पाता है।

आयुर्वेदिक घरेलु उपचार : Peshab Mein Khoon Ka Gharelu Ayurved Upchar

1. आंवला: लगभग 12 ग्राम आंवला और 12 ग्राम हल्दी को मोटा-मोटा पीसकर रात को पानी मे डालकर भिगों दें। सुबह इस पानी को छानकर पीने से पेशाब मे खून आने का रोग दूर होता है।

2. फिटकरी: 1 ग्राम भुनी हुई फिटकरी को सुबह और शाम पानी के साथ लेने से पेशाब मे खून आना बंद हो जाता है।

3. चन्दन:
• चन्दन को चावल के धुले पानी में घिसकर इसमें मिश्री को मिलाकर सुबह-शाम खाने से रक्तमेह ठीक हो जाता है।
• लगभग 6 ग्राम सफेद चन्दन का चूरा लेकर रात को पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को छानकर पीने से पेशाब मे खून आना बंद हो जाता है।
• 4 चम्मच चन्दनासव को थोड़े से पानी मे मिलाकर चाकसू के 21 बीजों के साथ सुबह भोजन करने के बाद और रात को भोजन करने के बाद दोनों समय लेने से पेशाब मे खून आना बंद हो जाता है।

4. जौ: 50 ग्राम जौ को 500 मिलीलीटर पानी में डालकर उबाल लें। जब उबलने पर पानी आधा बाकी रह जाये तो उसे उतारकर दिन में 3 बार पीने से पेशाब मे खून आना बंद हो जाता है।

5. लोध्रासव: 10 से 20 ग्राम लोध्रासव को बराबर मात्रा में पानी में मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद खाने से पेशाब साफ आने लगता है।

6. त्रिफला: 40 मिलीलीटर त्रिफला का काढ़ा सुबह-शाम भोजन के बाद सेवन करने से पेशाब में खून का आना बंद हो जाता है।

7. सफेद जीरा: आधे से 2 ग्राम सफेद जीरा को मिश्री के साथ पानी में घोटकर रोज 2-3 बार लेने से रक्तमेह के रोग में लाभ होता है।

8. सुहागे की खील: लगभग आधे से एक ग्राम सुहागे की खील को शहद मिले पानी में घोंटकर सुबह-शाम पीने से दूषित पेशाब भी ठीक हो जाता है।

9. कचनार: कचनार के फूलों का काढ़ा सुबह-शाम लेने से पेशाब में खून का आना, रक्तप्रदर और रक्त का बहना ठीक हो जाता है।

10. हरीदूब: 10 मिलीलीटर हरीदूब का रस रोजाना 2-3 बार मिश्री के शर्बत में मिलाकर पिलाने से रक्तमेह के रोग में लाभ होता है।

11. पाषाणभेद: पाषाणभेद को दूध में घिसकर सुबह और शाम चटाने से बच्चों के पेशाब की गंदगी दूर होती है।

12. गूलर: पेशाब में खून आने पर 5 ग्राम से 10 ग्राम गूलर की छाल या 2 से 4 फल लेकर पीसकर और घोटकर चीनी को मिलाकर दूध के साथ खाने से मूत्र के रक्त आने का रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है।

13. सिनुआर: 10 से 20 मिलीलीटर सिनुआर के पत्तों का रस सुबह-शाम खाने से गुर्दे की सूजन मिट जाती है और पेशाब में रक्त का आना बंद हो जाता है। इसके साथ ही सिनुआर, करंज, नीम और धतूरे के पत्तों को पीसकर गर्म-गर्म ही गुर्दे के स्थान पर बांधने से लाभ होता है।

14. अनन्तमूल: अनन्तमूल की फांट या घोल को 50 से 100 मिलीलीटर की मात्रा में गुरूच और जीरा के साथ लेने से पेशाब की जलन कम होती है और पेशाब करने मे परेशानी नहीं होती है।

15. हुरहुर: गुर्दे की सूजन में पीले फूलों वाली हुरहुर के पत्तों को पीसकर नाभि के दाएं-बाएं भाग में लेप करने से लाभ होता है।

16. बड़ी लोणा:
• बड़ी लोणा की फांट या घोल को 40 से 80 मिलीलीटर की मात्रा में सुबह-शाम लेने से गुर्दे की सूजन में लाभ मिलता है जिससे पेशाब में खून आना बंद हो जाता है।
• बड़ी लोणा के बीजों के 1 से 2 ग्राम चूर्ण को खाने से रक्तमेह के रोग में लाभ मिलता है। इसको साग के रूप में भी खाना लाभदायक होता है।

17. गाजर: गुर्दे के रोग में गाजर के बीज का चूर्ण सुबह-शाम 1 से 3 ग्राम की मात्रा में लेने से लाभ मिलता है।

18. सौंठ: 5 ग्राम सौंठ का चूर्ण बकरी या गाय के लगभग 500 लीटर दूध के साथ सेवन करने से पेशाब में खून निकलने का रोग दूर हो जाता है।

19. अंजवार: 3-3 चम्मच शर्बत बजुरी या अंजवार को आधा कप पानी में मिलाकर सोते समय लेने से पेशाब मे खून आने के रोग मे लाभ होता है।

20. वायबिडंग: 30 ग्राम वायबिडंग को पीसकर और छानकर सुबह-शाम पानी से लेने से पेशाब मे खून आने के रोग मे लाभ होता है।

21. हल्दी: पेशाब के साथ अगर मवाद निकलता हो तो ऐसे में आंवला के रस या काढ़े में शहद और हल्दी को मिलाकर खाने से यह रोग ठीक हो जाता है।

22. नागरमोथा: 3 से 6 ग्राम नागरमोथा को दूध में पीसकर और घोलकर, सुबह और शाम पीने से पेशाब में रक्त आने का रोग दूर होकर पेशाब साफ आने लगता है।

23. कचूर: कचूर की फांट या घोल को सुबह-शाम खाने से पेशाब साफ आने लगता है।

24. पर्पटी: 20 मिलीलीटर पर्पटी के पत्तों का रस 1 ग्राम भाड़ के साथ खाने से पेशाब में खून आना बंद हो जाता है।

25. चाकसू: 21 बीज चाकसू के और 5 ग्राम सफेद चन्दन को रात में पानी में भिगोकर, सुबह उस पानी में छानकर पीने से पेशाब में खून का आना ठीक हो जाता है।

26. अतिबला: अतिबला की जड़ का काढ़ा 40 मिलीलीटर की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से पेशाब में खून का आना बंद हो जाता है।

27. ग्वारपाठा: अच्युताय हरिओम घृत कुमारी रस (Achyutaya Hariom GhritKumari ras) को 40 मिलीलीटर की मात्रा में रोजाना शाम को खाने से पेशाब में खून आना ठीक हो जाता है।

प्राप्ति-स्थान : सभी संत श्री आशारामजी आश्रमों( Sant Shri Asaram Bapu Ji  Ashram ) व श्री योग वेदांत सेवा समितियों के सेवाकेंद्र से इसे प्राप्त किया जा सकता है |

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