आनंद प्राप्ति कि कुंजी ( Pujya Asaram Bapu Ji )

सुख बाँटने की वस्तु है, रखने की नहीं। जो प्राणी सुखको रखने का प्रयत्न करता है, उससे सुख छिन
जाता है, मिलता कुछ नहीं। और जो प्राणी सुख बाँट देता है, उसको आनन्द मिल जाता है।

– Pujya Sant Shri Asaram Bapu Ji

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