Last Updated on June 12, 2020 by admin
दाद के लक्षण : Daad Khaj ke Lakshan
दाद होने पर सबसे पहले रोगी के दाद वाले स्थान पर तेज जलन होती है और फिर खुजलीदार छोटे-छोटे दाने से निकल आते हैं। शरीर में जिस स्थान पर दाद होता है वो स्थान सूजा हुआ सा अलग ही नजर आता है।
दाद को दूर करने के घरेलू उपाय : Daad Khaj ke Gharelu Upay in Hindi
पहला प्रयोगः पवार (चक्रमर्द) के बीज के चूर्ण में दही का पानी अथवा नींबू का रस मिलाकर दाद पर लेप करने से तीन-चार दिन में ही दाद मिट जाती है।
दूसरा प्रयोगः नींबू के रस में इमली की गुठली घिसकर लगाने से खाज व दाद(Dad) में लाभ होता है।
तीसरा प्रयोगः दाद-खाज पर पुदीने का रस लगाने से लाभ होता है।
चौथा प्रयोगः तुलसी की पत्तियों को नींबू के रस में पीसकर लगाने से दाद-खाज मिट जाती है।
दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक इलाज : Daad Khaj Khujli ka ilaj in Hindi
1. इमली :
- इमली के बीजों को सिरके के साथ पीसकर दाद पर लगाने से लाभ होता है।
- इमली के बीज को नींबू के रस के साथ पीसकर लगाने से दाद कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
- 40 ग्राम माजूफल का चूर्ण, 5 ग्राम इमली की छाल की राख और लगभग 3 ग्राम कपूर को नारियल के तेल में मिलाकर दाद वाली जगह पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
- दाद होने पर इमली के पत्तों का रस पीने से भी लाभ मिलता है।
- इमली के बीजों की मींगी और बावची को बराबर मात्रा में एक साथ पीसकर लकड़ी से दाद वाले स्थान पर लगाने से सफेद दाग में लाभ होता है।
2. मूली :
- शरीफे के फलों के रस में मूली के बीज को पीसकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
- मूली के बीजों को नींबू के रस में पीसकर गर्म करके दाद वाले भाग पर लगाएं। इसको पहले दिन लगाने पर दाद में जलन व दर्द होगा लेकिन दूसरे दिन यह दर्द कम होगा। यह प्रयोग हर प्रकार के दाद में लाभदायक है।
3. लहसुन : अगर दूध पीने वाले बच्चे को दाद हो जाये तो एक लहसुन की कली को जलाकर उसकी राख को शहद में मिलाकर दाद पर लगाने से लाभ होता है। दाद होने पर लहसुन को खाने के साथ दाद पर लगाना भी अच्छा रहता है।
4. गुलकन्द : गुलकन्द को दूध के साथ सेवन करने से दाद(Dad) कुछ ही दिनों में मिट जाता है।
5. सुहागा :
- सुहागा को पीसकर नींबू के रस के साथ मिलाकर लगाने से दाद जल्दी ही ठीक हो जाता है।
- सुहागे को भूनकर लोहे के बर्तन में डालकर इसमें देसी घी मिलाकर लेप बना लें। इसे दाद में लगाने से जल्द आराम आ जाता है।
- राल, गंधक और सुहागा को बराबर मात्रा में मिलाकर नींबू के रस के साथ पीसकर लगाने से 7 दिन में ही दाद जड़ से खत्म हो जाता है।
6. नारंगी : नारंगी की पोटली बनाकर दाद पर बांधने से दाद ठीक हो जाता है।
7. तिल : 2 चम्मच तिल के तेल को गर्म करके उसमें तारमीरा का तेल मिला लें। फिर उसके अन्दर 2 चम्मच पिसी हुई राल और 1 चम्मच पीला मोम मिलाकर इसका लेप बना लें। इस लेप को दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
8. प्याज :
- प्याज के बीज को नींबू के रस के साथ पीसकर लगभग 2 महीने तक रोजाना 2 बार दाद पर लगाने से दाद बिल्कुल ठीक हो जाता है।
- प्याज को पीसकर सिरके में मिलाकर दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
9. नींबू :
- दाद को साफ करके उस पर नींबू को रगड़ दें। फिर तुलसी की पत्तियों को पीसकर 15 दिन तक रोजाना 2 बार दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
- नींबू के रस को दिन में 2 बार दाद(Dad) को खुजला कर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
- दाद को खुजलाकर दिन में 4 बार नींबू का रस लगाने से दाद ठीक हो जाता हैं।
- नींबू के रस में इमली का बीज पीसकर लगाने से दाद मिट जाता हैं।
- दाद को खुजलाकर उस पर दिन में 4 बार नींबू का रस लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
10. बथुआ : बथुए को उबालकर निचोड़कर इसका रस पी लें और इसकी सब्जी खा लें। बथुए के कच्चे पत्तों को पीसकर, निचोड़कर उसका रस निकाल लें। इस 2 कप रस में आधा कप तिल का तेल मिलाकर हल्की-हल्की आग पर पका लें। जब रस जल जाये और बस तेल बाकी रह जाये तो तेल को छानकर शीशी में भर लें। इस तेल को दाद पर लम्बे समय तक लगाते रहने से लाभ होता है।
11. नीम :
- दाद होने पर 12 ग्राम नीम के पत्तों का रस रोजाना पीने से दाद ठीक हो जाता है।
- नीम के पत्तों को दही के साथ पीसकर दाद पर लगाने से दाद बिल्कुल खत्म हो जाता है।
- दाद को खुजालकर उस पर नीम का तेल लगाने से दाद में लाभ होता है।
- अप्रैल के पहले हफ्ते में 30 ग्राम नीम की कोंपलों (नये मुलायम पत्ते) को पीसकर पानी में मिलाकर रोजाना पीने से दाद ठीक हो जाता है।
- नीम की लकड़ी को गीला करके आग में जला लें। जलने पर इसके आस-पास से पानी निकलता है। इस पानी को दाद पर लगाने से दाद कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाता है।
- नीम के पेड़ के 8 से 10 पत्तों को दही में पीसकर लेप करने से दाद समाप्त हो जाता है।
- नीम के पत्तों के रस में कत्था, गंधक, सुहागा, पित्त पापड़ा, नीला थोथा व कलौंजी को बराबर मात्रा में पीसकर गोली बनाकर पानी में घिसकर दाद पर लगाने से दाद मिट जाता है।
12. तुलसी :
- दाद होने पर रोजाना 12 ग्राम तुलसी के पत्तों का रस पीने से लाभ होता है।
- तुलसी के पत्तों का रस लगाने से दाद और त्वचा के दूसरे रोग ठीक हो जाते हैं।
- तुलसी के लगभग 100 पत्ते और चौथाई चम्मच नमक को पीसकर इसमें आधा नींबू निचोड़कर रोजाना 2 बार लगाने से दाद साफ हो जाता है।
- तुलसी के 100 पत्ते और लहसुन की 5 कलियों को पीसकर दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
- तुलसी के पत्तों का रस और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
- तुलसी के पत्तों का रस बराबर मात्रा में नींबू के रस के साथ मिलाकर 2-3 बार नियमित रूप से लगाने से दाद, खाज-खुजली, मुंहासे, काले धब्बे, झाईयां आदि त्वचा के रोग धीरे-धीरे दूर हो जाते हैं।
- दाद को साफ करके पहले नींबू का रस लगाते हैं या तुलसी की पत्तियों की चटनी का लेप तैयार कर लेते हैं। इसमें से किसी एक प्रयोग को कम से कम 15 दिनों तक करने से दाद ठीक हो जाता है।
- खुजली, दाद या त्वचा के दूसरे रोगों में तुलसी का तेल दिन में रोजाना 3 बार लेना चाहिए। जड़ सहित पूरा तुलसी का पौधा लेते हैं। फिर इसे धोकर इसकी मिट्टी आदि साफ कर लेते हैं। फिर इसे कूटकर आधा लीटर पानी और आधा लीटर तिल का तेल के साथ मिलाकर धीमी-धीमी आंच पर पकाते हैं। पानी जल जाने और तेल शेष रहने पर इसे मलकर छानकर सुरक्षित रख लेते हैं। यही तुलसी का तेल होता है जो त्वचा के रोगों में काफी लाभकारी रहता है।
(उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)