Last Updated on December 3, 2019 by admin
मुद्रा बनाने का तरीका –
Yam hari mudra in Hindi
सबसे पहले अपने दोनों हाथों की सबसे छोटी उंगलियों को आपस में मिला लें। इसके बाद अपने अंगूठे को मिलाकर बाकी की तीनों उंगलियों को हथेली की तरफ मोड़ लें। इसे ही यम हरिमुद्रा कहते हैं।
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लाभ-
Yam hari mudra benefits in hindi
<> इस मुद्रा को करने से नाड़ियों को बल मिलता है।
<> यह नाभि से ऊपर के भाग को शक्ति देती है और स्त्रियों के स्तनों के सारे रोगों को नष्ट करती है।
<> इस मुद्रा के निरंतर अभ्यास से पेट के रोग जैसे- कब्ज, भूख न लगना और जिगर की कमजोरी दूर होती है।
विशेष –
यम हरिमुद्रा को रोजाना 10 मिनट सुबह और 10 मिनट शाम को करें। फिर धीरे-धीरे इसे करने का समय बढ़ाते जाएं।
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