Last Updated on May 23, 2021 by admin
खून में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण (Hemoglobin Ki Kami Ke Karan in hindi)
हीमोग्लोबिन की कमी का सबसे प्रमुख कारण पौष्टिक खाने की कमी को ही माना जाता है। खून में हीमोग्लोबिन की कमी की यदि हम बात करें तो यह अक्सर तब हो जाती है जब खून में आयरन की कमी हो जाती है । हीमोग्लोबिन की कमी ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से अन्य बहुत सारी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है ।
इसके अलावा कुछ बीमारियों के कारण भी शरीर में खून में हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है ।
खून में हीमोग्लोबिन की कमी के सामान्य लक्षण (Hemoglobin ki kami ke Lakshan in Hindi)
- नाखून पतले, खुरदरे व चपटे हो जाते हैं तथा उनमें लम्बी-लम्बी धारियां सी पड़ सकती हैं ।
- सिर दर्द बना रहना,
- हल्के एनीमिया(खून की कमी) में लक्षण कम नज़र आते हैं,
- सांस लेने में तकलीफ होना या साँस का फूलना,
- चक्कर आना एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति में एक सामान्य लक्षण है,
- खून की कमी या एनीमिया में हृदय की धड़कन तेज होने के अलावा चिडचिड़ापन भी हो सकता है ,
- छाती में हलका या तेज दर्द होना एवं सीने में ऐठन होना,
- त्वचा व नाखूनों का पीला होना,
- आंखें का पीली हो जाना,
- आखों के सामने अँधेरा छाना,
- हाथों और पैरों का ठंडा हो जाना,
- एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति में संक्रामक रोग जल्दी जल्दी होने का खतरा रहता है ,
- कमजोरी और थकावट महसूस होना,
आइये जाने Hemoglobin ki kami kaise puri kare
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हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने के घरेलू उपाय और नुस्खे (Hemoglobin ki Kami Dur Karne ke Upay in Hindi)
1. अंजीर : 3 से 5 अंजीर को दूध में उबालकर या अंजीर खाकर दूध पीने से हीमोग्लोबिन की मात्रा तेजी से बढती है |
2. चुकंदर : शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने के लिए चुकंदर सबसे अच्छा खाद्य प्रदार्थ है. चुकंदर पोषक तत्वों की खान है. इसमें आयरन, फोलिक एसिड, फाइबर, और पोटेशियम ये सभी सही मात्रा में पाया जाता है. ये शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में तेजी से वृद्धि करता है|
3. तिल : दो घंटे के लिए 2 चम्मच तिलों को पानी में भिगों लें और बाद में पानी से छानकर इसका पेस्ट बना लें। अब इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं और दिन में दो बार सेवन करें।
4. अश्वगंधा : 1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को आँवले के 10 से 40 मि.ली. रस के साथ लेने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।
5. किसमिश: एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर उसमें 20 से 25 दाने किसमिश रात्रि में भिगो दें। सुबह छानकर पानी पी जायें एवं किसमिश चबा जायें। यह एक अदभुत शक्तिदायक प्रयोग है।
6. अनार :अनार हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)बढ़ाने में बहुत लाभकारी होता है. अनार में आयरन और कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे तत्व होता हैं, जिनसे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में मदद मिलती है|
7. हल्दी : शाम को गर्म पानी में दो चुटकी हल्दी पीने से शरीर सदा नीरोगी और बलवान बना रहता है तथा यह प्रयोग हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में सहायता करता है।
8. जामुन : जामुन का रस और आंवले का रस बराबर मात्रा में मिलाकर सेवन करने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।
9. गुड़ : गुड़ का सेवन करना भी एक बेहद उत्तम तरीका है. गुड़ में आयरन फोलेट और कई विटामिन बी शामिल हैं जो हीमोग्लोबिन स्तर को बढ़ाने के लिए और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मददगार होते हैं।
10. आंवला : विटामिन सी की कमी हो जाने के कारण भी हीमोग्लोबिन(Hemoglobin) का स्तर कम हो जाता है। जब शरीर में विटामिन सी की कमी होती है तो इस कारण आपका शरीर सही मात्रा में आयरन को सोख नहीं पाता। इसीलिए विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से आप हीमोग्लोबिन का स्तर सही कर सकते हैं। विटामिन सी की कमी पूरी करने का सबसे अच्छा श्रोत आंवला है । इसका चटनी ,मुरब्बा या रस के रूप में नियमित सेवन करे । इसके नियमित सेवन करने से हीमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ता है।
विशेष :- हम आपको बता देना चाहते हैं कि कॉफ़ी, चाय, कोला, वाइन, बियर, ओवर-द-काउंटर एंटाएसिड, कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ और डेयरी उत्पाद या कैल्शियम सप्लीमेंट्स वाली चीजें शरीर में आयरन सोखने की क्षमता को कम देते हैं. इसीलिए अगर आपका हीमोग्लोबिन स्तर कम हो गया है तो है तो आपको इन खाद्य प्रदार्थों के सेवन से बचना चाहिए ।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न : FAQ (Frequently Asked Questions)
प्रश्न : हिमोग्लोबिन यानी क्या ?
उत्तर : हिमोग्लोबिन खून का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हिमोग्लोबिन की वजह से ही खून में लाली होती है। हिमोग्लोबिन तैयार करने के लिए लोह की आवश्यकता होती है, उसी तरह विटामिन और प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
प्रश्न : खून में हिमोग्लोबिन का प्रमाण कितना होना चाहिए?
उत्तर : पुरुषों में 14 से 16 ग्राम और स्त्रियों में 12 से 14 ग्राम ।
प्रश्न : हिमोग्लोबिन की कम मात्रा से क्या होता है ?
उत्तर : हिमोग्लोबिन की मात्रा 11 ग्राम से कम होने से एनिमिया (रक्तक्षय, पांडुरोग) होता है।
भारत में 80% महिलाएँ ऐनिमिक होती हैं। स्कूल कॉलेज के नवयुवतियों में इसका प्रमाण अत्याधिक है।
प्रश्न : एनिमिया के कारण क्या है ?
उत्तर :
- लोह की कमी
- प्रोटीन की कमी
- जीवनसत्व का अभाव आदि एनिमिया के मुख्य कारण हैं।
इसके अतिरिक्त
- जंतुओं का
- मलेरिया का प्रार्दुभाव
- संसर्ग
- अनुवंशिक दोष की वजह से भी एनिमिया होता है।
प्रश्न : हिमोग्लोबिन का कार्य क्या है?
उत्तर : सभी कोशिकाएँ, हृदय, मस्तिष्क और स्नायुओं को प्राणवायु पहुँचाना।
प्रश्न : हिमोग्लोबिन की कमी की वजह से क्या परिणाम होते हैं?
उत्तर : कोशिकाओं को प्राणवायु की प्राप्ति नहीं होती। कमजोरी आती है। मस्तिष्क के कार्य पर परिणाम होता है। थकान महसूस होती है। चिड़चिड़ापन, निराशा आती है।
प्रश्न : हिमोग्लोबिन बढ़ाने हेतु क्या आहार लेना चाहिए?
उत्तर :
- सबसे पहले शक्कर का सेवन बंद कर दें। गुड़ का इस्तेमाल शुरू करें।
- गुड़, नारियल, गुड़-शेंगदाना खाएँ।
- लोहे के बरतन में खाना पकाएँ।
- पालक की सब्ज़ी एनिमिया की शत्रु है।
- चाय, कॉफी को तौबा करें।
- तला हुआ, बेकरी पदार्थ खाना बंद कर दें।
- साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें।
- अपूर्ण प्रकियावाले पदार्थ न खाएँ।
- बाजार में हमिल (watercress seeds, garden cress seeds) नामक चीज़ मिलती है। जिसे मराठी में अळीव, तेलुगु में अदियलु और गुजराती में असलीया कहते हैं। हमिल और बीट का इस्तेमाल करें।
- नींबू, विटामिन सी का सेवन करें।
- रागी खाएँ। प्रतिदिन 1 कटोरी अंकुरित अनाज का सेवन करें।