Last Updated on July 24, 2019 by admin
यह हल्दी से बनी एक आयुर्वैदिक औषधि है. हरिद्राखंड एक सुप्रसिध्द औषधि है जो बाजार में मिलती है। 1-1 चम्मच सुबह-शाम पानी से सेवन करना चाहिये। इसके प्रयोग से मौसमी और एलर्जिक ज़ुकाम , शीतपित्त, खाज, खुजली, एक्जिमा, सोराईसिस, एलर्जी जैसे भयंकर दु:साध्य चर्म रोग भी अच्छे होते हैं। यह विरेचक होने से कोष्ठशुध्दि भी करता है।
घर में बनाने की विधि-
– 320 gm हल्दी / ताज़ी गीली हल्दी सवा कि. मिक्सी में पीस ले , 240 gm गाय का घी , दूध – 5 kg , शकर – 2 kg,
प्रत्येक 40-40 gm
हल्दी को दूध में मिलाकर उबालकर अटा ले और मावा या खोया बना ले. इसमें घी डालकर धीमी आंच पर भूने. फिर इसमें शकर डालकर मिला ले. शकर गलने तक बाकी औषधियों का कपडछन चूर्ण भी मिला ले. अच्छी तरह पक जाने पर छोटे छोटे लड्डू बना ले.
इसे 20- 25 gm की मात्रा में दो बार दूध के साथ ले.
बाज़ार में मिलने वाले हरिद्राखंड में घी और दूध नहीं होता , इसलिए इसे 5 gm की मात्रा में ले.