Last Updated on July 22, 2019 by admin
गुप्तहरि मुद्रा के लाभ : Gupta hari mudra ke Labh / Fayde
★ गुप्तहरि मुद्रा पुरुष और स्त्री दोनों के लिए एक ही समान लाभकारी है।
★ इस मुद्रा को करने से जननेन्द्रिय (प्रजनन अंग) मजबूत और स्वस्थ होते हैं। पुरुषों के धातु की कमजोरी, प्रमेह, शीघ्रपतन, लिंग में कमजोरी आदि रोगों मे यह मुद्रा बहुत लाभ करती है।
★ इस मुद्रा को करने से योनि का ढीला पड़ जाना, गर्भाशय के रोग, मासिकधर्म का सही से न आना, अधिक रज गिरना या कम रज गिरना, सफेद या खूनी प्रदर आदि रोग दूर हो जाते हैं।
★ यह मुद्रा स्त्रियों के गर्भाशय को मजबूत बनाती है।
★ स्त्रियां अगर बच्चे को जन्म देने के बाद इस मुद्रा को करती है तो उन्हे बच्चे के जन्म के बाद होने वाले रोग नहीं होते हैं।
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गुप्तहरि मुद्रा बनाने का तरीका : Gupta hari mudra Technique / Steps in Hindi
★ सबसे पहले अपने दोनों हाथों के अंगूठे को हथेली की ओर मोड़ दें तथा फिर दोनों हाथों की चारों उंगलियों से अंगूठे को जोर देकर दबाएं। इसी को गुप्तहरि मुद्रा कहते हैं।