Last Updated on March 31, 2023 by admin
वरूण मुद्रा एक ऐसी स्थिति है, जो शरीर में जल तत्त्व की पूर्ती कर शरीर को कमजोरी, पानी की कमी, रक्त विकार आदि रोगों से बचाती है।
वरूण मद्रा की विधि (Varuna Mudra Method in Hindi)
हाथ से सबसे छोटी अँगुली कनिष्ठका को अंगूठे के अग्र भाग से मिलाने पर वरूण मुद्रा बनती है।
विवेचना :
जब कनिष्ठका अँगुली को अँगूठे के अग्रभाग से छुआ जाता है तो विद्युत का ऐसा सर्किट तैयार होता है, जो फेफड़ों में ऑक्सीजन के अनुपात को बढ़ाता है । फलस्वरूप रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने लगती है, रक्त में ऑक्सीजन की बढ़ी हुई मात्रा रक्त से संबंधित विकारों को दूर करने में मदद करती है।
वरूण मद्रा के लाभ (Varuna Mudra Benefits in Hindi)
वरूण मुद्रा उस समय अधिक कारगर है जब प्यास लगी हो और पास में पानी न हो उस समय इसका अभ्यास प्यास की बैचेनी को कम कर शरीर पर होनेवाले दुष्परिणामों से बचाता है।
रक्त विकार को दूर करने में सहायक ।