Last Updated on March 20, 2023 by admin
बच्चों में उत्पन्न ऐसे लक्षण जिसमें बच्चा किसी कारण या बिना किसी कारण से ही रोता रहता है। रोग आदि होने पर बच्चों का रोना स्वभाविक है परन्तु कभी-कभी बच्चा बिना किसी कारण के ही रोता रहता है और इस तरह की आदत बच्चे को लग जाने पर छोटी-छोटी बातों, किसी के छूने या किसी के द्वारा कुछ पूछने पर भी वह रोने लगता है। इस तरह के लक्षणों में बच्चे को होम्योपैथिक औषधियों द्वारा उपचार करना चाहिए।
बच्चों का रोने पर का होम्योपैथिक इलाज :
बच्चों के रोने पर विभिन्न औषधियों का प्रयोग –
1. लाइकोपोडियम- यदि बच्चा दिन भर सोता रहता है तथा रात को रोता रहता है। ऐसे में बच्चे को लाइकोपोडियम औषधि की 30 शक्ति की मात्रा देनी चाहिए। लेकिन बच्चे के लक्षण इसके विपरीत हो जाए अर्थात बच्चा रात भर सोता रहे और दिन भर रोता रहे तो ऐसे में बच्चे को जेलापा या सोरिनम औषधि दें।
2. सोरिनम– यदि बच्चा दिन भर खेलता रहता है और रात को सोने के समय रोता रहता है तो ऐसे में बच्चे को सोरिनम औषधि की 200 शक्ति की मात्रा देना लाभकारी होता है।
3. कैलि-ब्रोम– यदि बच्चा रात को सोने पर नींद में डरता रहता है और डर के कारण चिल्लाकर उठता है। इस तरह के लक्षण में बच्चे को कैलि-ब्रोम औषधि की 3x की मात्रा का प्रयोग करना चाहिए।
4. फॉस्फोरस– रात भर नींद में डरने व चिल्लाने के लक्षण से पीड़ित बच्चे को फॉस्फोरस औषधि की 30 शक्ति की मात्रा देना लाभकारी होता है।
5. कैलकेरिया कार्ब- बच्चे के विभिन्न लक्षण जैसे नींद में चौंकना, चिल्लाना तथा नींद से उठने पर काफी देर तक रोते रहना। इस तरह के लक्षणों में बच्चे को कैलकेरिया कार्ब औषधि की 30 शक्ति की मात्रा देना हितकारी होता है।
6. ऐन्टिम टार्ट- यदि बच्चा सिसक-सिसक कर रोता है तथा रात को ठीक से सो नहीं पाता। ऐसे में बच्चे को ऐन्टिम टार्ट औषधि की 6 शक्ति की मात्रा देनी चाहिए।
7. ब्रायोनिया– रात को नींद में डरावने सपने आने पर अचानक चिल्लाकर उठ जाता है और चिल्लाता रहता है। इस तरह के लक्षण में बच्चे को ब्रायोनिया औषधि का सेवन कराना चाहिए।
8. कैमोमिला– सपने में डरावने चीजों को देखने के कारण बच्चा तेजी से चिल्लाते हुए नींद से उठ बैठता है। ऐसे लक्षणों में बच्चे कों कैमोमिला औषधि की 30 शक्ति की मात्रा प्रयोग करना चाहिए।
9. बोरैक्स– यदि बच्चा पेशाब करने से पहले रोता हो तो बच्चे को बोरैक्स औषधि की 3x का उपयोग करना हितकारी होता है।
10. साइक्यूटा– यदि बच्चा नींद से उठने पर रोता है तो ऐसे में बच्चे को साक्यूटा औषधि की 30 शक्ति की मात्रा देनी चाहिए।
11. लैकेसिस– बच्चे में उत्पन्न साधारण रोग जो सोकर उठने पर बढ़ा हुआ होता है। ऐसे में बच्चे को लैकेसिस औषधि देने से रोग ठीक होता है और बच्चे को रोग से आराम मिलता है।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)