Last Updated on November 20, 2019 by admin
अण्डकोष की खुजली लाल दाने और सूजन का उपचार : Itching Of The Testicles
कारण :
यह रोग अस्वच्छता के कारण अण्डकोषों में मैल जमा हो जाने के कारण, पसीना लगने पर खुजली मचती है। जिसके कारण उस स्थान पर फोडें-फुंसी हो जाते है। और उनसे पीब बहने लगता है।
घरेलु उपचार : Andkosh Me Khujli aur dane Ka Ilaaj
पहला प्रयोग . छरीला : छरीला से निर्मित तेल से अण्डकोष की खुजली से आराम मिलता है।
दूसरा प्रयोग . नागरमोथा : नागरमोथा को पीसकर अण्डकोष पर लेप करने से अण्डकोष की खुजली में लाभ होता है।
तीसरा प्रयोग . गिलोय : गिलोय के रस को गुग्गल के साथ या कड़वी नीम के साथ या हरिद्रा, खदिर और आंवले के काढ़े के साथ रोजाना 3 मात्रा में सेवन करने से अण्डकोष की खुजली मिट जाती है।
चौथा प्रयोग . कनेर : सफेद या लाल फूल वाली कनेर की जड़ को तेल में सिद्ध कर तेल लगाने से कण्डु, खुजली फोडे़, फुंसी(dane), सभी मिट जाते है।
पांचवा प्रयोग . पानी : अण्डकोष की सूजन पर गर्म पानी से सिंकाई करने से सूजन दूर हो जाती है।
छठा प्रयोग . नीम :
• अच्युताय हरिओम नीम के तेल को रोजाना लगाने से अण्डकोष में खुजली नहीं होती है।
• नीम का तेल और तिल का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से अण्डकोष की खुजली रुकती है।
• नीम के पत्ते के काढ़े से अण्डकोष को धोने से अण्डकोष की खुजली मिट जाती है।
सातवा प्रयोग. कालीमिर्च : अण्डकोष में काण्ड जैसी मैल जम जाने पर कालीमिर्च को दही के साथ घिसकर या अच्छी तरह पीसकर लगाने से मैल छूट जाती है।
आठवा प्रयोग . प्याज : प्याज का रस सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से खुजली और अन्य प्रकार की खुजली मिट जाती है।
नौवा प्रयोग. सुहागा : 100 मिलीलीटर पानी में 4 ग्राम सुहागा घोलकर रोजाना 2-3 बार अण्डकोष को धोने से कण्डू नहीं जमते और खुजली मिट जाती है।
विशेष : अच्युताय हरिओम मलहम (Achyutaya hariom Malham) अण्डकोष की खुजली दूर करने में अत्यधिक लाभप्रद है |
प्राप्ति-स्थान : सभी संत श्री आशारामजी आश्रमों( Sant Shri Asaram Bapu Ji Ashram ) व श्री योग वेदांत सेवा समितियों के सेवाकेंद्र से इसे प्राप्त किया जा सकता है |
JAI SAI JI, JAI HO MERE BAPUJI, JAI HO