Last Updated on February 16, 2023 by admin
बच्चों की सर्दी-जुकाम का होम्योपैथिक इलाज (Bacchon ki Sardi Jukam ka Homeopathic Ilaj)
बच्चों को सर्दी-जुकाम होने पर औषधियों का प्रयोग :-
1. एकोनाइट :- अधिक ठण्ड लगने के कारण बच्चे को सर्दी-जुकाम होना। सर्दी लग जाने के कारण खांसी उत्पन्न होती है और बुखार हो जाता है। नाक से नजला स्राव होने के कारण नाक बंद हो जाती है। नाक बंद होने से बच्चा हांफता रहता है जिससे बच्चे में स्तनों से दूध खींचने की शक्ति कम होती है। बच्चे के छाती में ठण्ड लग जाने का परिणाम भयंकर होता है। ऐसी स्थिति में बच्चे को सर्दी-खांसी को ठीक करने के लिए दी जाने वाली औषधि से पहले बच्चे को एकोनाइट औषधि की 3x की मात्रा जल्दी-जल्दी सेवन कराना चाहिए।
2. ब्रायोनिया :- सूखी खांसी आने के साथ यदि बच्चे की छाती में दर्द होता हो और नाक से व खांसने पर पीले रंग का बलगम निकलता हो तो ऐसे लक्षणों में बच्चे को ब्रायोनिया औषधि की 3 शक्ति प्रयोग करना उपयोगी होता है।
3. ऐण्टिम-टार्ट :- सर्दी-खांसी के रोग होने के साथ बच्चे का अधिक कमजोर होना, उल्टी करना व उल्टी के साथ अधिक मात्रा में बलगम का आना तथा खांसी के साथ घड़घड़ की आवाज आना आदि लक्षणों में बच्चे को ऐण्टिम-टार्ट औषधि की 6 शक्ति देनी चाहिए।
4. इपिकाक :- खांसी के ऐसे लक्षण जिसमें खांसी के दौरे पड़ने पर बच्चे का शरीर अकड़ जाता है। खांसने पर श्लेष्मा निकलता है तथा जी मिचलाने के साथ उल्टी होती है। ऐसे लक्षणों में बच्चे को इपिकाक औषधि की 6 शक्ति का सेवन कराना चाहिए।
5. पल्सेटिला :- यदि बच्चे को सर्दी होने के कारण नाक से नजला निकल रहा हो और सर्दी जल्दी समाप्त न हो रही हो तो ऐसे में बच्चे को सर्दी को दूर करने के लिए पल्सेटिला औषधि की 6 शक्ति का प्रयोग करना उपयोगी होता है।
6. नक्स-वोम :- सर्दी लग जाने से नाक बंद हो जाने के कारण यदि बच्चा स्तन से दूध नहीं खींच पा रहा है तो बच्चे को नक्स-वोम औषधि की 6 शक्ति का सेवन करना उचित होता है। इस लक्षण में यदि नक्स-वोम औषधि से लाभ न मिले तो सैम्बुकस औषधि की 1x या 3x का प्रयोग करने से लाभ होता है।
7. मर्क्यूरियस :- यदि बच्चे को ठण्ड लगने के कारण सर्दी-जुकाम हो गया हो और जल्दी ठीक न हो रहा हो तो मर्क्यूरियस औषधि की 6 शक्ति देनी चाहिए।
8. आर्सेनिकम :- सर्दी के मौसम आने पर नाक और होंठों पर घाव होना आदि लक्षणों में बच्चे को आर्सेनिकम औषधि की 6 शक्ति का सेवन कराना हितकारी होता है।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)