बार-बार छींक आने के सरल घरेलू उपचार

Last Updated on January 7, 2023 by admin

       छींक आना कोई बीमारी नहीं होती मगर हद से ज्यादा आने लगे तो यह परेशान कर देती है। जिस तरह फेफड़ों को हल्का करने के लिए हम खांसते हैं उसी तरह सिर को हल्का कराने के लिए छींक जरूरी होती है। छींक यदि दो-चार बार हो जायें तो कोई बात नहीं लेकिन जब अधिक आने लगती है तो इसे छींको का अधिक आना कहते हैं।

बार-बार छींक आने पर अपनाएं ये घरेलू नुस्खे (bar bar chik ana ka ilaj)

1. कलौंजी :

  • कलौंजी और सूखे चूने को एक साथ अच्छी तरह मसलकर किसी कपड़े में बांधकर उसकी पोटली बनाकर सूंघने से छींके बंद हो जाती है।
  • कलौंजी (मंगरैल) का प्रयोग रसोई में मसालें के रूप में की जाती है। कलौंजी के बीजों को पीसकर सूंघने से छींक का बार-बार आना बंद हो जाता है।

2. सरसों का तेल: मौसम में बदलाव होने पर भी छींक आने लगती है। इस तरह के मौसम में बदलाव के कारण आने वाले छींक में सरसों का तेल नाक में 2 से 3 बूंद डालकर रोजाना नीचे से ऊपर खीचना चाहिए। इससे छींकों का अधिक आना बंद हो जाता है।

3. कपूर: यदि छींक के कारण से जुखाम हो जाये तो एक चावल के दाने के बराबर कपूर को बताशे में डालकर या चीनी के साथ मिलाकर खिलायें और ऊपर से पानी पिलाने से अधिक छीके आना बंद होती है। नोट: कपूर की मात्रा ज्यादा न हो।

4. पोस्त खसखस: पोस्त खसखस 12 ग्राम को लगभग 125 मिलीलीटर पानी में मिलाकर नाक से इसकी भाप लें। इससे छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।

5. रोगनगुल: रोगन गुल 2-2 बूंद नाक में डालने से और ऊपर की ओर खींचने से और 2-2 बूंद कान में डालने से छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।

6. खुलतजान: खुलतजान को पीसकर कपड़े से छानकर रोजाना सुबह-शाम सूंघने से छींक का अधिक आना बंद हो जाता है।

7. इतरीफल किश्नीजी : इतरीफल किश्नीजी 7 ग्राम, पानी से रात को सोते समय लने से अधिक छीक में लाभ होता है।

8. अजवायन: 10 ग्राम अजवायन और 40 ग्राम पुराने गुड़ को लगभग 450 मिलीलीटर पानी में डालकर उबालने के लिए रख दें। उबलने पर जब 250 मिलीलीटर के करीब पानी बाकी रह जाये तो उस पानी को थोड़ी देर तक रखकर थोड़ा ठंडा होने पर पीकर ऊपर से चादर ओढ़ कर सो जाये। इससे छींक आना बंद हो जाती है।

7. अदरक: नजले या जुकाम के साथ-साथ अगर लगातार छींके भी आ रही हो तो 3 ग्राम अदरक को 6 ग्राम गुड़ के साथ मिलाकर रात को सोने से पहले खाने से छींके बंद हो जाती है। इसके ऊपर से पानी नहीं पीना चाहिए।

8. नाक के बाल: अगर नाक के बाल बढ़कर अन्दर की ओर चले जाते है तो भी छींके आती रहती है इसलिये नाक के बालों को काट देना चाहिए।

9. कुलिंजन: कुलिंजन को किसी कपड़े में बांधकर नाक से सूंघने से छींके आना रुक जाती है।

अन्य उपचार: छींकों से बचने के लिए गर्मी लगने पर या कहीं बाहर से चलकर आने पर, मेहनत करने के बाद हमें एकदम से कपड़ों को नहीं उतारना चाहिए।

(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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