Last Updated on June 27, 2022 by admin
बिजली : कुछ सावधानियाँ
बिजली विज्ञान की ओर से हमें एक वरदान है। किन्तु यही वरदान अभिशाप भी बन सकता है यदि बिजली का सावधानी के साथ और उचित प्रयोग न किया जाय तो।
नीचे बिजली के प्रयोग के संबंध में कुछ आवश्यक बातें दी जा रही हैं जिनके प्रति सावधानी बरतने पर अनेक दुर्घटनाओं तथा आने वाले खतरों को टाला जा सकता
- स्विच को गीले या नम हाथों से कभी मत छुएँ। पानी बिजली का अच्छा संवाहक है। इससे आप बुरी तरह जल सकते हैं अथवा आपको बहुत तेज धक्का लग सकता है। जब आप स्विच या बिजली के किसी उपकरण को छुएँ तो यह सदा देख लें कि आपके हाथ सूखे तो हैं।
- अपने कनेक्शनों पर बहुत अधिक बोझ (लोड) कभी मत डालें। घर के | एक उपकरण सर्किट में बिजली के बहुत से उपकरण प्लग करने का प्रयत्न न करें। यह काम खतरनाक है। इससे शार्ट सर्किट हो सकता है या आग लग सकती है।
- बिजली के तारों को गलीचों और चटाइयों के नीचे कभी मत रखें।
- यदि आप गीले फर्श पर खड़े हैं तो बल्ब जलाने के स्विच को कभी मत छुएँ।
- फ़्यूज-बॉक्स में पैसा कभी मत लगाएँ। ठीक आकार का फ़्यूज इस्तेमाल करें।
- यदि रेडियो या टेलीविज़न सैट का स्विच ऑन हो तो उनके साथ छेड़छाड़ न करें।
- जब आप स्नान कर रहे हों या गीले हों तो बिजली के किसी भी उपकरण, स्विच या रेडियो को कभी मत छुएँ
- जब बिजली चमक रही हो और बादल गरज रहे हों तो किसी पेड़ के नीचे या उसके निकट कभी मत रहें। उस पर बिजली गिर सकती है।
- आँधी-पानी या तूफ़ान में अथवा उसके बाद टूटकर गिरे हुए बिजली के तार को भूलकर भी मत छुएँ। इसकी रिपोर्ट अविलम्ब बिजली के दफ्तर में करें !
- आँधी-पानी में तालाब, झील या नदी के भीतर कभी मत रहें।
- दीवार पर सॉकेट में प्लग के अतिरिक्त कोई दूसरी वस्तु कभी मत डालें।
- विद्युत-उपकरणों का उपयोग करते समय हमेशा पैरों के नीचे लकड़ी का सूखा तख्ता रख लेना चाहिए या चट्टी पहननी चाहिए। इससे विद्युत्-धारा को बहने के लिए रास्ता नहीं मिल पाता।
- विद्युत्-उपकरणों का उपयोग करते समय फेज तार को न छूने पर भी कभीकभी झटका लग जाता है। ऐसे झटके अकसर ऐसे स्थलों को छूने पर लगते हैं जिन्हें निरापद समझा जाता है। इन झटकों के प्रति सावधानी के तौर पर उपकरणों के बाहरी हिस्सों को (धातु से बने) ‘अर्थ’ तार से जोड़ देना चाहिए। सुरक्षा का यह सबसे अच्छा ढंग है। इससे विद्युत्-धारा हमारे शरीर में से जाने के बजाय तार से होकर जमीन में चली जाती है। अत: बिना ‘अर्थ’ लगाए बिजली की चीजें कभी इस्तेमाल न करें।
- विद्युत् का कोई भी उपकरण खोलने से पहले उसका प्लग निकालना न भूलें । प्लग निकालने के लिए उसका तार पकड़कर खींचने का तरीका गलत है।
- बिना स्विच ऑफ किए प्लग न निकालें ।
- होल्डर में बल्ब लगाने या निकालने से पहले स्विच अवश्य बन्द कर दें।
- टूटे हुए प्लग और सॉकेट को एकदम बदल देना आवश्यक है। उन्हें खुले भी न रहने दें। नये सॉकेट, होल्डर आदि लगाने से पूर्व मेन स्विच बन्द करना न भूलें । यदि किसी कारणवश स्विच बन्द करना संभव न हो तो रबर के मोटे विद्युत्रोधी दस्ताने पहनकर, लकड़ी के तख्ते पर खड़े होकर काम करना चाहिए।
- मुख्य केबिल और नंगे तारों को न छुएँ। यदि कभी नंगे तारों पर काम करना ही पड़े तो पहले मेन स्विच बन्द कर, वहाँ एक कागज़ लिखकर रख देना चाहिए। ताकि कोई अनजाने में स्विच चालू ने कर दे।
- जले हुए फ़्यूज को बदलने से पहले मेन स्विच बन्द कर देना चाहिए।
- जब भी हीटर, प्रेस, रेफ्रिजरेटर आदि का प्लग सॉकेट में लगाएँ तो वह ढीला नहीं होना चाहिए। प्लग ढीला होने से सॉकेट के गरम होकर जलने का भय रहता है।
- किसी कारण यदि कभी बिजली के तारों में आग लग जाय तो पहले मेन स्विच बन्द करना चाहिए और फिर आग बुझाने का प्रयत्न करना चाहिए। अगर आग जोर की हो तो फायर ब्रिगेड को तुरन्त सूचित करना चाहिए।
- यदि किसी व्यक्ति को बिजली ने पकड़ लिया हो तो मेन स्विच बन्द किए बिना उसे न छुएँ । मेन स्विच दूर हो तो किसी लकड़ी की सहायता से उसे बिजली से छुड़ाने की कोशिश करनी चाहिए। अलग होने के फौरन बाद उसके इलाज की व्यवस्था करना आवश्यक है।
- धातु की सलाख आदि से कभी बिजली के तारों को न छुएँ। यदि कभी जरूरत भी हो तो लकड़ी का डंडा प्रयोग में लाएँ।
- बिजली के खम्भे या उसके सहायक तारों से गाय, कुत्ता आदि ढोर न बाँधे।
- बच्चों को बिजली के तारों में पतंग की डोर उलझाने से रोकें। गीला माँझा भी खतरनाक होता है।
- गुसलखाने में कभी हीटर का प्रयोग न करें।
- बिजली के तारों पर गीले कपड़े कभी सूखने के लिए न डालें।
- किसी भी कारण से बिजली के खम्भे पर कभी नहीं चढ़े। वर्षा के समय उससे टिककर खड़ा होना भी बहुत खतरनाक है।
- बिना स्विच ऑफ किए और प्लग निकाले बिजली की केतली में से न तो पानी निकालें ही और न डालें ही।
- बिजली के लिए जुड़े हुए अथवा सड़े-लचीले तारों का प्रयोग कभी नहीं करें।
- मकानों के ‘अर्थ’ के तारों को न काटें । यह सुरक्षा का आवश्यक साधन है।
- बच्चों को किसी भी धातु की वस्तु द्वारा बिजली के तारों को स्पर्श न करने दे
- जहाँ तक संभव हो घरों में अस्थायी फिटिंगों से बचें। लेकिन यदि कभी अस्थायी फिटिंग करनी ही पड़े तो निम्न बातों का ध्यान रखें :
- फेज, न्यूट्रल और अर्थ तारों के लिए क्रमशः लाल, काले और हरे रंग के तारों का प्रयोग करें। इससे इन्हें पहचानने में सुविधा रहेगी।
- आन-ऑफ स्विच इस तरह लगाने चाहिए कि ‘ऑफ’ पर वह ऊपर रहे, ‘आन’ करने पर नीचे।
- सावधानी के तौर पर हर स्विच-बोर्ड के साथ एक फ़्यूज वायर लगा दें।
- फ्यूज का तार भी उतनी ही क्षमता का लगाना चाहिए जितनी क्षमता के प्लग, सॉकेट और तार लगाए गए हों।
- जहाँ भी दो तार जोड़ने हों, उन्हें अच्छी तरह जोड़ना चाहिए। जोड़ पर ऐडहेसिव इन्सुलेटिंग टेप लपेटना आवश्यक है।