निरोग-स्वस्थ व तेजस्वी संतान-प्राप्ति के शास्त्रीय नियम
किसी भी देश का भविष्य बालकों पर निर्भर करता है जो दम्पति सुविचारी, सदाचारी एवं पवित्रात्मा हैं तथा शास्त्रोक्त नियमों के पालन में तत्पर हैं ऐसे दम्पति के घर में दिव्य आत्माएँ जन्म लेती हैं …
किसी भी देश का भविष्य बालकों पर निर्भर करता है जो दम्पति सुविचारी, सदाचारी एवं पवित्रात्मा हैं तथा शास्त्रोक्त नियमों के पालन में तत्पर हैं ऐसे दम्पति के घर में दिव्य आत्माएँ जन्म लेती हैं …
यह हल्दी से बनी एक आयुर्वैदिक औषधि है. हरिद्राखंड एक सुप्रसिध्द औषधि है जो बाजार में मिलती है। 1-1 चम्मच सुबह-शाम पानी से सेवन करना चाहिये। इसके प्रयोग से मौसमी और एलर्जिक ज़ुकाम , शीतपित्त, …
वैज्ञानिक कारण- शरीर हारमोनो से संचालित है हारमोन वह केमिकल हैं जो शरीर से ही स्रावित होते हैं और इसी में अवशोषित होकर इसे प्रभावित कर देते हैं, यह प्रभाव चिरस्थाई होता है. इस प्रभाव …
क्या आपको छिपकली, तेजाब जैसी गंदी तथा जलाने वाली वस्तुएँ मुँह में डालनी अच्छी लगती हैं? नहीं ना? क्योंकि गुटका, पान-मसाला में ऐसी वस्तुएँ डाली जाती हैं। अनेक अनुसंधानों से पता चला है कि हमारे …
दिव्य वनस्पति “अपामार्ग” : अपामार्ग का पौधा भारत के सभी सूखे क्षेत्रों में उत्पन्न होता है। यह गांवों में अधिक मिलता है। खेतों के आसपास घास के साथ आमतौर पाया जाता है। अपामार्ग की ऊंचाई …
प्लास्टिक सर्जरी (Plastic Surgery) जो आज की सर्जरी की दुनिया मे आधुनिकतम विद्या है इसका अविष्कार भारत मे हुअ है| सर्जरी का अविष्कार तो हुआ हि है प्लास्टिक सर्जरी का अविष्कार भी यहाँ हि हुआ …
लैंस लगाने से पहले कुछ सावधानियां जरूरी होती है। खासकर इसलिए क्योंकि प्रदूषण से कॉन्टेक्ट लैंस पहनने वालों को सीधा खतरा होता है। ऐसी स्थिति में आंखों को सुरक्षित रखने के बुनियादी तौर-तरीके कुछ इस …
संसार में प्रत्येक व्यक्ति आरोग्य और दीर्घ जीवन की इच्छा रखता है। चाहे किसी के पास कितने ही सांसारिक सुख-वैभव और भोग-सामग्रियाँ क्यों न हों, पर यदि वह स्वस्थ नहीं है तो उसके लिए वे …
अक्सर जब हम मंदिर जाते है तो पंडित जी हमें भगवान का चरणामृत देते है. क्या कभी हमने ये जानने की कोशिश की कि चरणामृतका क्या महत्व है. शास्त्रों में कहा गया है… अकालमृत्युहरणं सर्वव्याधिविनाशनम्। …
जब हम संतरे को खाते हैं तो सामान्यत: हम उसके छिलके को फेंक देते हैं या उसके छिलके का उपयोग एक दूसरे की आंखों में डालने व रुलाने के लिए मस्ती में करते हैं जो …