खुजली में क्या करे
खुजली में खुजलाना नहीं वरन शतघृत लगाना चाहिए | काँसे की थाली में घी और थोड़ा पानी डालकर १०० बार रगड़ो, ये शतघृत बन गया | खुजली पित्त व खून की खराबी के कारण होती …
खुजली में खुजलाना नहीं वरन शतघृत लगाना चाहिए | काँसे की थाली में घी और थोड़ा पानी डालकर १०० बार रगड़ो, ये शतघृत बन गया | खुजली पित्त व खून की खराबी के कारण होती …
कोई रिक्ता तिथियाँ होती है महीने में, जैसे तृतीया, अष्टमी, त्रयोदशी | तृतीया तिथि की स्वामिनी माँ गौरी है, माँ जगदंबा है | उस दिन पैसे की नहीं सौभाग्य की पूजा की जाती है | …
नेत्रज्योति बढ़ाने के लिये दशहरे से शरदपूर्णिमा तक प्रतिदिन रात्रि में 15 से 20 मिनट तक चंद्रमा के आगे त्राटक (पलकें झपकाये बिना एकटक देखना) करें ।
ऐसे लोग जो depressed होते हैं या अधिक tension में होते हैं ….मानसिक रोग से पीड़ित होते हैं …या होते रहते हैं ..ऐसे लोग अगर सोमवार के दिन बिना नमक का भोजन करें और सोमवार …
गाय के दूध की जितनी मात्रा हो उससे आधी मात्रा में पानी मिलाकर उसमे सोने की वस्तु (शुद्ध सोने का साफ़ सुथरा गहना चलेगा) डालकर धीमी आंच पर पानी जल जाने तक उबालें l देशी …
पंचगव्य शरीर के साथ मन व बुद्धि को भी शुद्ध, सबल व पवित्र बनाता है | शरीर में संचित हुए रोगकारक तत्वों का उच्चाटन कर सम्भावित गम्भीर रोगों से रक्षा करने की क्षमता इसमें निहित …
गुर्दे की कार्यक्षमता घटने से मूत्रोत्पत्ति कम हो जाती है | शरीर पर सूजन आ जाती है | एक-चोथाई कप मूली के पत्तों का रस सुबह खाली पेट व शाम को ४ बजे पियें | …
किसीको नेत्र रोग है, आँखों की तकलीफ़ है, आँखों की रोशनी कमजोर है जादा तो वे भगवान का…. अपने आराध्य का….. अपने सदगुरु को स्मरण करके ॐ पुष्कराक्षाय नम: जप करे और वे लोग प्राण …
१ कटोरी लौकी के रस में पुदीने व तुलसी के ७-८ पत्तों का रस, २-४ काली मिर्च का चूर्ण व १ चुटकी सेंधा नमक मिलाकर पियें l इससे ह्रदय को बल मिलता है और पेट …
(१) नीम्बू के रस को ताजे जल में मिलाकर कुल्ले करने से दांतों के अनेक रोगों में लाभ होता है! मुख की दुर्गन्ध दूर होती है! (२) निचोड़े हुए ताजे नीम्बू के छिलके से दांतों …