रोहितक लौह के फायदे और नुकसान – Rohitak Lauha in Hindi
रोहितक लौह क्या है ? (What is Rohitak Lauha in Hindi) रोहितक लौह टेबलेट व चूर्ण (पाउडर) के रूप में उपलब्ध एक आयुर्वेदिक दवा है। इस आयुर्वेदिक औषधि का विशेष उपयोग लीवर (यकृत) और प्लीहा …
रोहितक लौह क्या है ? (What is Rohitak Lauha in Hindi) रोहितक लौह टेबलेट व चूर्ण (पाउडर) के रूप में उपलब्ध एक आयुर्वेदिक दवा है। इस आयुर्वेदिक औषधि का विशेष उपयोग लीवर (यकृत) और प्लीहा …
रजः प्रवर्तनी वटी क्या है ? (What is Rajah Pravartini Vati in Hindi) रजः प्रवर्तनी वटी टेबलेट के रूप में उपलब्ध एक आयुर्वेदिक दवा है। इस आयुर्वेदिक औषधि का विशेष उपयोग मासिक धर्म के विकार …
शतावरी एक प्राकृतिक वरदान है। शतावरी में प्रोटीन्स, म्युसीलेज, प्लुरोनिक एसिड, हेमिसेल्युलोज आदि होते हैं। शतावरी विटामिन के, विटामिन बी 1, विटामिन ई और फोलिक एसिड का बहुत अच्छा स्रोत है। इसमें एंटी ऑक्सिडंट तथा …
सुहागा का प्रयोग सोना गलाने के लिए भी किया जाता है। यह एक खनिज पदार्थ है, जिसे हिंदी में कनक क्षार, धातु द्रावक, रसघ्न, सौभाग्य, सुहागाचौकी तथा टंकण नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजी …
भारत एक परम्परा प्रिय देश है। आयुर्वेद ऐसी ही एक परंपरा उसे विरासत में मिली है। भले ही 21 वी शताब्दी में विज्ञान ने कितनी ही उन्नति क्यों न की हो लेकिन फिर भी आयुर्वेद …
हमारे शरीर में त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग होता है जो कि अपने नीचे पाई जाने वाली कोशिकाओं, ऊतकों आदि को वायु, जल, बैक्टेरिया आदि हानिकारक तत्वों से बचाती है किन्तु वर्तमान जीवनशैली में …
सूखी खांसी के लिए उपयोगी – तालीसादि चूर्ण : Talisadi Churna in Hindi सूखी खांसी (talisadi churna for dry cough) का रोगी देर तक खांसता रहता है और जब थोड़ा बहुत कफ निकल जाता है …
किंशुकादि तेल : Kinshukadi Tel in Hindi किशोरावस्था की समाप्ति और युवावस्था के आरम्भ में कुछ नवयुवक और नवयुवतियां चेहरे पर निकलने वाले मुंहासों से पीड़ित हो जाते हैं । मुंहासों से कष्ट तो होता …
आयुर्वेदिक एण्टीएलर्जिक दिव्य औषधि – हरिद्रा खण्ड : Haridra Khand in Hindi आजकल न सिर्फ़ ग़लत ढंग के रहन-सहन के ही कारण संक्रामक (छूत के) रोग लग जाते हैं बल्कि ठीक ढंग से आहार-विहार न …
पौरुष शक्ति वर्द्धक चमत्कारी योग – धातु पौष्टिक चूर्ण : Dhatupoushtik Churna in Hindi आजकल चिन्ता-तनाव एवं दौड़ धूप भरी दिनचर्या से पीड़ित व्यक्ति उचित आहार-विहार और स्वस्थ आचार-विचार का पालन नहीं कर पाता और …