कान दर्द का आयुर्वेदिक उपचार – Kan Dard ka Ayurvedic Upchar in Hindi
कर्णशूल (kan dard) की विकृति किसी भी स्त्री-पुरुष, बच्चे व प्रौढ़ को शूल की अधिकता से बेचैन कर सकती है। शूल के कारण रोगी रात्रि में भी नहीं सो पाता।कर्णशूल की विकृति 3-4 महीने के …
कर्णशूल (kan dard) की विकृति किसी भी स्त्री-पुरुष, बच्चे व प्रौढ़ को शूल की अधिकता से बेचैन कर सकती है। शूल के कारण रोगी रात्रि में भी नहीं सो पाता।कर्णशूल की विकृति 3-4 महीने के …
बार बार प्यास लगना (गला सुखना / तृषा रोग ) क्या है : शारीरिक श्रम करने पर तृषा अर्थात् प्यास की इच्छा होती है। तृषा होने पर सभी छोटे-बड़े के लिए जल पीना आवश्यक हो …
मोटापा क्या है ?: Motapa Kya Hai in Hindi एक स्वस्थ मनुष्य जो साधारण शारीरिक श्रम भी करता है। तो दिन में 400 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 75-100 ग्राम के लगभग प्रोटीन और इतना ही फैट लेता …
घमोरियां क्यों होती है ? : इस रोग को घमोरियां ,अनूरिया, अंघौरी, इत्यादि नामों से भी जाना जाता है। शरीर के छिद्रों या ग्रन्थियों में पसीना रुक जाने से शोथ (सूजन) आ जाया करती है …
जोड़ों का दर्द (joint pain) इस रोग में रोगी को शरीर के किसी एक कई जोड़ों में सूजन(शोथ) हो जाती है और उनमें बहुत ही तीव्र दर्द होता है । यह रोग कई प्रकार का …
सिजेरियन डिलीवरी के नुकसान : Cesarean Delivery ke Nuksan शहरों में सामान्यत: ज्यादातर डिलीवरी नॉर्मल न होकर सिजेरियन होती है, जिनकी संख्या पिछले कुछ समय में अधिक बढ़ी है। लेकिन यह डिलीवरी महिला और शिशु, …
नासूर के लिये अक्सीर तेल : Purane Ghav ka ilaj जो घाव पुराना होकर नासूर बन जाये, और किसी भी प्रकार ठीक न होता हो, उनके लिए यह तेल रसायन है। इससे निश्चय ही लाभ …
अन्ननली में जलन के लक्षण : Ann nali me Jalan ke Lakshan in Hindi ★ गले से पेट तक जो प्रणालिका होती है उससे होकर भोजन तथा पानी पेट में जाता है। इस प्रणालिका को …
सभी प्रकार के बुखार में तुलसी के फायदे : Home Remedies using Tulsi Leaves for Fever ★ भारतवर्ष के अनेक भागों में मलेरिया का प्रकोप विशेष रूप से पाया जाता है। यह बरसा ऋतु के …
मुंहासे क्या है ? : मुंहासे युवावस्था में होने वाला यह एक प्रकार का शोथयुक्त चर्म रोग है । यह प्राय: जवान (युवा) हो रहे युवक-युवतियों को ही होता है । इस रोग को मुख-दूषिका, …