मयूरी मुद्रा : कुंडलिनी जागरण मे सहायक योगियों की प्रिय मुद्रा | Mayuri mudra
मुद्रा को हठयोग का तीसरा अंग माना जाता है। इस मुद्रा में हाथ मयूर के सिर जैसा बन जाता है। इससे याद्दाश्त बढ़ती है और मन शांत रहता है। योग में सिर्फ आसन ही नहीं …
मुद्रा को हठयोग का तीसरा अंग माना जाता है। इस मुद्रा में हाथ मयूर के सिर जैसा बन जाता है। इससे याद्दाश्त बढ़ती है और मन शांत रहता है। योग में सिर्फ आसन ही नहीं …