नमस्कार मुद्रा : सुस्ती आलस्य को दूर करती है यह मुद्रा
सूर्य नमस्कार की शुरुआत भी इसी मुद्रा से होती है। इसी मुद्रा में कई आसन किए जाते हैं। प्रणाम विनय का सूचक है। इसे नमस्कार या नमस्ते भी कह सकते हैं। समूचे भारतवर्ष में इसका …
सूर्य नमस्कार की शुरुआत भी इसी मुद्रा से होती है। इसी मुद्रा में कई आसन किए जाते हैं। प्रणाम विनय का सूचक है। इसे नमस्कार या नमस्ते भी कह सकते हैं। समूचे भारतवर्ष में इसका …
ज्ञान मुद्रा : Gyan Mudra in Hindi चेतना का एक बहुत ही खास और महत्वपूर्ण गुण है- ज्ञान। ज्ञान के द्वारा ही हम बता सकते हैं कि किसी चीज में प्राण है और किस चीज …
कालीमुद्रा(Kali mudra)कैसे लगाये : पद्मासन, सिद्धासन या वज्रासन में बैठकर अपने होठों को ऐसे आकार में कर लें कि जैसे आप सीटी बजा रहें हो। इस हालत में पहले मुंह से गहरी सांस लें और …
ध्यान मुद्रा कैसे लगाये : अपने हाथ की तर्जनी उंगली को अपने अंगूठे से मिला लें लेकिन उंगली और अंगूठा सिर्फ एक-दूसरे को हल्के से छूते हुए ही हों उन पर दबाव नहीं पड़ना चाहिए। …
भुजंगिनी मुद्रा(Bhunjagini mudra) करने की विधि: सबसे पहले किसी भी आसन में आराम से बैठकर अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें। इसके बाद मुंह से सांस लेते हुए वायु को इस तरह पेट में …
योग में शरीर को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए जैसे योगासन और प्राणायाम का महत्व है ठीक उसी तरह हस्त मुद्रा को भी विशेष स्थान हैं। सामान्य दिखने वाली इन मुद्रा का नियमित अभ्यास …
अग्नि मुद्रा जिसे सूर्य मुद्रा भी कहते है, के नियमित अभ्यास से व्यक्ति को गर्मी और प्रकाश प्राप्त होता है। इस मुद्रा को पृथ्वी शामक मुद्रा भी कहते हैं। यह मुद्रा शरीर में अग्नि तत्व …
मौसम के परिवर्तन के कारण संक्रमण से कई बार वाइरल इंफेक्शन के कारण हमारे गले व फेफड़ों में जमने वाली एक श्लेष्मा होती है जो खांसी या खांसने के साथ बाहर आता है। यह फायदेमंद …
मानव-सरीर अनन्त रहस्योंसे भरा हुआ है । शरीरकी अपनी एक मुद्रामयी भाषा है । जिसे करनेसे शारीरिक स्वास्थ्य-लाभ में सहयोग होता है । यह शरीर पंचतत्त्वोंके योगसे बना है । पाँच तत्त्व ये हैं- (1) …