Last Updated on October 17, 2020 by admin
कमर में दर्द क्यों होता है ? (Back Pain Causes in Hindi)
कमर दर्द के कारण –
कमर दर्द के कुछ कारण यह भी है, जैसे उठने बैठने और सोने के गलत तौर तरीके, व्यायाम नहीं करने की प्रवृत्ति, महिलाओं एंव नवयुवकों में फैशनेबल ऊंची एड़ी के जूते चप्पलों के बढ़ते प्रयोग, गद्देदार सोफों एवं बिस्तरों के इस्तेमाल के कारण भी कमर दर्द की समस्या बढ़ रही है।
हमारे शरीर की रीढ़ की हड्डियों के बीच शॉक आब्जर्वर की तरह काम करने वाला एक डिस्क होता है, डिस्क के घिसने या उस पर दबाव पड़ने से व पीछे की ओर जाने वाली नस को दबाती है। इस कारण हमारे शरीर में भयंकर दर्द होता है और उठना बैठना, चलना फिरना भी दूभर हो जाता है। इस कमर दर्द को ‘लंबर रेडिकुलोपैथी’ कहा जाता है।
डिस्क के खिसकने को ‘स्लिप डिस्क’ कहा जाता है यह ‘लंबर रेडिकुलोपैथी’ का सबसे प्रमुख कारण है इसके अलावा रीढ़ में संक्रमण, घाव एवं टयूमर होने से भी यह समस्या होती है, घाव अथवा टयूमर होने पर नस पर उसी तरह का दबाव पड़ता है जिस तरह का दबाव डिस्क खिसकने से पड़ता है।
कैसे बचें कमर दर्द से ? (Prevention of Back Pain in Hindi)
कमर दर्द से बचाव –
☛ एक ही स्थिति में अधिक देर तक नहीं बैठे या किसी तरह का वर्क ना करे।
☛ नित्य सुबह-शाम कम से कम 30-40 मिनट तक व्यायाम करें। भोर की खुली हवा में भी टहलें क्योंकि प्राकृतिक वायु भी कई तरह के रोगों को दूर कर देती है, तैराकी करने से भी कमर दर्द से बचा जा सकता हैं।
☛ नर्म गद्देदार सीटों से परहेज करना चाहिए। कमर दर्द के रोगियों को थोड़ा सख्ते बिस्तर बिछाकर सोना चाहिए।
☛ योग भी कमरदर्द में लाभ पहुंचाता है। भुन्ज्गासन, शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, आदि कुछ ऐसे योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं। कमर दर्द के योगासनों को योगगुरु की देख रेख में ही करने चाहिए।
☛ बहुत देर बैठना जरूरी हो तो बीच-बीच में थोड़े समय के लिए उठे।
☛ कमर दर्द के लिए व्यायाम भी करना चाहिए। सैर करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित व्यायाम हैं। तैराकी जहां वजन तो कम करती है, वहीं यह कमर के लिए भी लाभकारी है। साइकिल चलाते समय कमर सीधी रखनी चाहिए। व्यायाम करने से मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा।
☛ झटका दिए बगैर बैठे या उठे, सदैव सीधा खडा रहें।
☛ कमर दर्द में भारी वजन उठाते समय या जमीन से किसी भी चीज को उठाते समय कमर के बल ना झुकें बल्कि पहले घुटने मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे वस्तु तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को सीधा करते हुए खड़े हो जाएं।
☛ शारीरिक वजन कम रखें, बदन पर चर्बी हावी न होने दें।
☛ अपने शरीर के वजन के मुताबिक ही वजन उठाएं, भारी भरकम चीजें उठाना या कंधे पर लादने से बचें। ऐसे में कमर दर्द तेजी से होने लगता है।
☛ कम्प्यूटर पर वर्क करते समय, थोड़ी थोड़ी देर में पलकें झपकाते रहें और कमर को भी सहारा दें। एक टक लगातार वर्क करने की आदत से बचें, वर्ना यह आदत कमरदर्द का उग्र रूप धारण करने लगेगी।
☛ कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन करें।
☛ कार चलाते वक्त सीट सख्त होनी चाहिए, बैठने का पोश्चर भी सही रखें और कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट टाइट कर लें।
☛ ऑफिस में काम करते समय कभी भी पीठ के सहारे न बैठें। अपनी पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि यह हमेशा सीधी रहे। गर्दन को सीधा रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटा तौलिया मोड़ कर लगाया जा सकता है।
☛ दौड़ लगाने, ओस से भीगी ठंडी-ठंडी घास पर कमर के बल लेटने से कमर दर्द से छुटकारा मिलता है।
( और पढ़े – कमर में दर्द के सबसे असरकारक घरेलू उपचार )
क्या करें, कमर दर्द होने पर ? (Back Pain Treatment in Hindi)
कमर दर्द का इलाज कैसे करें ? –
1. जायफल – जायफल पानी में घिस कर तिल के तेल में मिलाकर गर्म करें, अच्छी तरह गर्म होने पर ठण्डा करके कमर दर्द पर मालिश करने से लाभ होता है।
2. छुहारा – कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए नित्य 4-5 छुहारा सेवन करें।
3. अदरक – अदरक के रस में घी मिलाकर पीने से भी रोग से छुटकारा मिलता है।
4. एरण्ड – कमरदर्द होने पर एरण्ड के बीज की पांच मींगी दूध में पीसकर पीने से लाभ होता है।
5. आलू – कच्चे आलू की पुल्टिस कमर में लगाएं।
6. गेहूं – गेहूं के 25-30 दाने जलाकर राख बना लें। इस राख को दिन भर के सफर में तीन मर्तबा शहद के साथ चाटें. कमर दर्द में आराम मिलेगा।
7. ठण्डे पानी से स्नान – जहां तक संभव हो सके नित्य ताजा ठण्डे पानी से स्नान करें, कमर दर्द छू हो जाएगा।
8. सरसों का तेल – जाड़े के मौसम में कमर दर्द होने पर सरसों का तेल हलका सा गर्म करें, इसमें चुटकी भर हल्दी मिलाकर कमर पर मालिश करें और धूप में 20-25 मिनट इस तरफ बैठे कि सूर्य की किरणें सीधी पीठ (कमर) को टच कर सकें कमर दर्द की शिकायत दूर होने लगेगी।
9. केसर – एक गिलास गरम दूध में केसर मिलाकर पीने से कमर दर्द दूर होता है।
10. लहसुन – रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर इस तेल से कमर की मालिश करें कमरदर्द में लाभ मिलता है ।
11. भाप लें – नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह एक अचूक उपाय है।
12. नमक – कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छे से सेक लें। इस नमक को थोड़े मोटे सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। कमर पर इस पोटली से सेक करने से भी दर्द से आराम मिलता है।
13. अजवाइन – अजवाइन को तवे के पर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें। ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। इसके नियमित सेवन से कमर दर्द में लाभ मिलता है।
कमर पर अधिक तंग परिधान धारण करने से बचें, रात्रि में परिधान ऐसे धारण करे ताकि कमर को प्राकृतिक हवा टच कर सकें। नित्य फलों के सेवन से भी कमर दर्द से छुटकारा मिलता है।
(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)
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