Last Updated on July 23, 2019 by admin
भाग्य जगाने व मनोकामना पूर्ति के उपाय Bhagya chamkane ke upay
साधारण रूप से भगवान शिव का अभिषेक जल या गंगाजल से होता है, लेकिन विशेष मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अलग-अलग चीजों और फूलों से शिव पूजन का अलग-अलग महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं शास्त्र में बताएं उपाय अनुसार भगवान शिव के किस अभिषेक से क्या लाभ होता है..
001 ] 11 बिल्वपत्रों पर चंदन से ॐ नमः शिवाय या श्रीराम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
002 ] अभिषेक करने से कांस्य के शिवलिंग पर, यश (प्रसिद्धि) की प्राप्ति होती है।
003] अभिषेक करने से गुड़ के शिवलिंग पर, अन्न की प्राप्ति होती है।
004 ] अभिषेक करने से चांदी से बने शिवलिंग पर, पितरों की मुक्ति होती है।
005] अभिषेक करने से ताम्बे के शिवलिंग पर, लम्बी आयु की प्राप्ति होती है।
006 ] अभिषेक करने से नीलम के शिवलिंग पर , सम्मान की प्राप्ति होती है।
007] अभिषेक करने से पीतल से बने शिवलिंग पर, सुखों की प्राप्ति होती है।
008] अभिषेक करने से पुखराज के शिवलिंग पर, धन-लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
009] अभिषेक करने से बांस के शिवलिंग पर, वंश में वृद्धि होती है।
010] अभिषेक करने से मोती के शिवलिंग पर, रोगों का नाश होता है।
011] अभिषेक करने से लोहे के शिवलिंग पर, शत्रुओं का नाश होता है।
012] अभिषेक करने से सोने के शिवलिंग पर, सत्यलोक (स्वर्ग) की प्राप्ति होती है।
013] अभिषेक करने से स्फटिक के शिवलिंग पर, मनुष्य की सारी कामनाएं पूरी हो जाती हैं।
014] अभिषेक करने से हीरे के शिवलिंग पर, दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
015] अभिषेक करने से, आटे से बने शिवलिंग पर , रोगों से मुक्ति मिलती है।
016] अभिषेक करने से, उड़द के आटे से बने शिवलिंग पर, सुंदर पत्नी की प्राप्ति होती है।
017] अभिषेक करने से, मक्खन से बने शिवलिंग पर, सभी सुख प्राप्त होते है।
018] उपाय – अगर आपके घर में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो सावन में रोज सुबह घर में गोमूत्र का छिड़काव करें तथा गुग्गुल का धूप दें।
019] उपाय – यदि आपके विवाह में अड़चन आ रही है तो सावन में रोज शिवलिंग पर केसर मिला हुआ दूध चढ़ाएं। इससे जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं।
020] उपाय – सावन में किसी नदी या तालाब जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं। जब तक यह काम करें मन ही मन में भगवान शिव का ध्यान करते रहें। यह धन प्राप्ति का बहुत ही सरल उपाय है।
021] उपाय – सावन में गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी तथा पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।
022] उपाय – सावन में रोज 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
023] उपाय – सावन में रोज नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा।
024] उपाय – सावन में रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निपट कर समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव का जल से अभिषेक करें और उन्हें काले तिल अर्पण करें। इसके बाद मंदिर में कुछ देर बैठकर मन ही मन में ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे मन को शांति मिलेगी।
025] किसी सुहागिन को सुहाग का सामान उपहार में दें। जो लोग यह उपाय करते हैं, उनके वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो सकती हैं। सुहाग का सामान जैसे- लाल साडी, लाल चूड़ियां, कुमकुम आदि।
026] चावल पकाएं और उन चावलों से शिवलिंग का श्रृंगार करें। इसके बाद पूजा करें। इससे मंगलदोष शांत होते हैं।
027] जल चढ़ाते समय शिवलिंग को हथेलियों से रगड़ना चाहिए। इस उपाय से किसी की भी किस्मत बदल सकती हैं।
028] जल में केसर मिलाएं और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस उपाय से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती हैं।
029] जो लोग शिवरात्रि पर किसी बिल्व वृक्ष के नीचे खड़े होकर खीर और घी का दान करते हैं, उन्हें महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे लोग जीवनभर सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं और कार्यों में सफल होते हैं।
030] नियमित रूप से आंकड़े के फूलों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
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031] फल – तेज दिमाग के लिए शक्कर मिला दूध भगवान शिव को चढ़ाएं।
032] फल – बुखार होने पर भगवान शिव को जल चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है। सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जल द्वारा शिव की पूजा उत्तम बताई गई है।
033] फल – यदि शारीरिक रूप से कमजोर कोई व्यक्ति भगवान शिव का अभिषेक गाय के शुद्ध घी से करे तो उसकी कमजोरी दूर हो सकती है।
034] फल – शहद से भगवान शिव का अभिषेक करने से टीबी रोग में आराम मिलता है।
035] फल – शिव को गंगा जल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
036] फल – शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाया जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है।
037] फूल – अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने पर मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है।
038] फूल – कनेर के फूलों से भगवान शिव का पूजन करने से नए वस्त्र मिलते हैं।
039] फूल – चमेली के फूल से पूजन करने पर वाहन सुख मिलता है।
040] फूल – जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करें तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
041] फूल – दूर्वा से भगवान शिव का पूजन करने पर आयु बढ़ती है।
042] फूल – धतूरे के फूल से पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशन करता है।
043] फूल – बेला के फूल से पूजन करने पर सुंदर व सुशील पत्नी मिलती है।
044] फूल – लाल डंठलवाला धतूरा शिव पूजन में शुभ माना गया है।
045] फूल – लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
046] फूल – शमी वृक्ष के पत्तों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है।
047 ] फूल – हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।
048] बीमारियों के कारण परेशानियां खत्म ही नहीं हो रही हैं तो पानी में दूध और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। ये उपाय रोज़ करें।
049] मनचाही गाडी चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ चमेली के फूल चढ़ाएं और शिव मंत्र (ॐ नमः शिवाय) का जप 108 बार रोज़ करें।
050] महाशिवरात्रि पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज और धन का दान करें। शास्त्रों में बताया गया है कि गरीबों को दान करने से पुराने सभी पापो का असर खत्म हो सकता है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
051] महाशिवरात्रि पर छोटा सा पारद (पारा) शिवलिंग लेकर आएं और घर के मंदिर में इसे स्थापित करें। शिवरात्रि से शुरू करके रोज़ इसकी पूजा करें। इस उपाय से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
052] यदि आप चाहें तो शिवरात्रि पर स्फटिक के शिवलिंग की पूजा कर सकते हैं। घर के मंदिर में जल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से इस शिवलिंग को स्नान कराएं। मंत्र – ॐ नमः शिवाय। मंत्र जप कम से कम 108 बार करें।
053 ] यदि आप बहुत जल्दी सफलता पाना चाहते हैं तो रोज़ पारे से बने छोटे से शिवलिंग की पूजा करें। पारद शिवलिंग बहुत चमत्कारी होता हैं।
054] यदि आप लंबी उम्र चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ दूर्वा चढ़ाएं। इससे शिवजी और गणेशजी की कृपा से सुख-समृद्धि भी बढ़ती हैं।
055 ] राशि कन्या– के लोग महादेव को बैर, धतुरा, भांग और आंकड़े के फूल अर्पित करें। साथ ही बिल्व पत्र पर रखकर नैवेद्य अर्पित करें। अंत में कर्पूर मिश्रित जल से अभिषेक कराएं। शिवजी के पूजन के बाद आधी परिक्रमा अवश्य करें। ऐसा करने पर बहुत ही जल्द शुभ फल प्राप्त होते हैं।
056 ] राशि कर्क– के लोगों को अष्टगंध एवं चंदन से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। बैर एवं आटे से बनी रोटी का भोग लगाकर शिवलिंग का पूजन करें। शिवलिंग पर प्रतिदिन कच्चा दूध अर्पित करें और साथ ही जल भी चढ़ाएं।
057 ] राशि कुंभ- के लोगों को यह उपाय करना चाहिए- सफेद-काले तिल को मिलाकर किसी ऐसे शिवलिंग पर चढाएं जो एकांत स्थान में स्थित हो। जल में तिल डालकर शिवलिंग को अच्छे से स्नान कराएं। इसके बाद काले-सफेद तिल अर्पित करें, पूजन के आद आरती करें।
058 ] राशि तुला– के लोग जल में तरह-तरह फूल डालकर उस जल से शिवजी का अभिषेक करें। इसके बाद बिल्व पत्र, मोगरा, गुलाब, चावल, चंदन आदि भोलेनाथ को अर्पित करें। अंत में आरती करें।
059 ] राशि धनु– के लोग भात यानी चावल से शिवलिंग का श्रृंगार करें। पहले चावल को पका लें, इसके बाद पके हुए चावल को ठंडा करके शिवलिंग का श्रृंगार करें। सुखे मेवे का भोग लगाएं। बिल्व पत्र, गुलाब आदि अर्पित करके आरती करें।
060 ] राशि मकर– के लोग गेंहू से शिवलिंग को ढंककर, विधिवत पूजन करें। पूजन-आरती पूर्ण होने के बाद गेंहू का दान जरूरतमंद लोगों को कर दें। इस उपाय से आपकी सभी समस्याएं समाप्त हो सकती हैं।
061 ] राशि मिथुन- के लोग स्फटिक के शिवलिंग की पूजा करेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा। यदि स्फटिक का शिवलिंग उपलब्ध न हो तो किसी अन्य शिवलिंग का पूजन किया जा सकता है। मिथुन राशि के लोग लाल गुलाल, कुमकुम, चंदन, ईत्र आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें। आक के फूल अर्पित करें। मीठा भोग लगाकर आरती करें।
062 ] राशि मीन– के लोगों को रात में पीपल के नीचे बैठकर शिवलिंग का पूजन करना चाहिए। इस समय ऊँ नम: शिवाय का पैंतीस (35) बार उच्चारण कर बिल्व पत्र चढ़ाएं तथा आरती करें। शिवलिंग पर चने की दाल चढ़ाएं और पूजन के बाद इसका दान करें।
063] राशि मेष– का स्वामी मंगल है और मंगल का पूजन शिवलिंग रूप में ही किया जाता है। इस राशि के लोग शिवलिंग पर कच्चा दूध एवं दही अर्पित करें। साथ ही, भोलेनाथ को धतुरा भी अर्पित करें। कर्पूर जलाकर भगवान की आरती करें।
064] राशि वृश्चिक– के लोगों को शुद्ध जल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। शहद, घी से स्नान कराने पश्चात पुन: जल से स्नान कराएं एवं पूजन कर आरती करें। लाल रंग के पुष्प अर्पित करें। पूजन के बाद मसूर की दाल का दान करें।
065] राशि वृषभ– के लोग किसी भी शिव मंदिर जाएं और भगवान शिव को गन्ने के रस से स्नान करवाएं। इसके बाद मोगरे का ईत्र शिवलिंग पर अर्पित करें। अंत में भगवान को मिठाई का भोग लगाएं एवं आरती करें।
066] राशि सिंह– के लोगों को फलों के रस एवं पानी में शकर घोलकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही, शिवजी को आंकड़े के पुष्प अर्पित करें, मिठाई का भोग लगाएं। पुष्प के साथ ही बिल्व पत्र भी अर्पित करें।
067] लक्ष्मी की स्थायी कृपा पाना चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ चावल चढ़ाएं। चावल पूरे यानी अखंडित होने चाहिए।
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068] लाभ – गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है।
069 ] लाभ – जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है।
070] लाभ – तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है।
071] लाभ – भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है।
072] लाभ – सावन के महीने में किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और उसकी यथा विधि पूजन करें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का 108 बार जप करें-“ऐं ह्रीं श्रीं ऊंऊं नम: शिवाय: ऊं श्रीं ह्रीं ऐं“. प्रत्येक मंत्र के साथ बिल्वपत्र पारद शिवलिंग पर चढ़ाएं। बिल्वपत्र के तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: ऐं , ह्री , श्रीं लिखें। अंतिम 108 वां बिल्वपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद निकाल लें तथा उसे अपने पूजन स्थान पर रखकर प्रतिदिन उसकी पूजा करें। माना जाता है ऐसा करने से व्यक्ति की आमदानी में इजाफा होता है।
073] लाभ – सावन में किसी भी दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान शिव का पूजन करें। इसके पश्चात गेहूं के आटे से 11 शिवलिंग बनाएं। अब प्रत्येक शिवलिंग का शिव महिम्न स्त्रोत से जलाभिषेक करें। इस प्रकार 11 बार जलाभिषेक करें। उस जल का कुछ भाग प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। यह प्रयोग लगातार 21 दिन तक करें। गर्भ की रक्षा के लिए और संतान प्राप्ति के लिए गर्भ गौरी रुद्राक्ष भी धारण करें। इसे किसी शुभ दिन शुभ मुहूर्त देखकर धारण करें।
074] लाभ – सावन में किसी सोमवार को पानी में दूध व काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें। अभिषेक के लिए तांबे के बर्तन को छोड़कर किसी अन्य धातु के बर्तन का उपयोग करें। अभिषेक करते समय ऊं जूं स: मंत्र का जाप करते रहें। इसके बाद भगवान शिव से रोग निवारण के लिए प्रार्थना करें और प्रत्येक सोमवार को रात में सवा नौ बजे के बाद गाय के सवा पाव कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने का संकल्प लें। इस उपाय से बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है।
075] शिवपुराण के अनुसार बिल्व वृक्ष महादेव का रूप हैं। इसलिए इसकी पूजा करें। फूल, कुमकुम, प्रसाद आदि चीज़ें विशेष रूप से चढ़ाएं। इसकी पूजा से जल्दी शुभ फल मिलते हैं। शिवरात्रि पर बिल्व के पास दीपक जलाएं।
076] शिवरात्रि पर रात में किसी शिव मंदिर में दीपक जलाएं। शिवपुराण के अनुसार कुबेर देव ने पूर्व जन्म में रात के समय शिवलिंग के पास रोशनी की थी। इसी वजह से अगले जन्म में वे देवताओं के कोषाध्यक्ष बने।
077] शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय काले तिल मिलाएं। इस उपाय से शनि दोष और रोग दूर होते हैं।
078] शिवलिंग पर रोज़ धतूरा चढाने से घर और संतान से जुडी समस्याएं दूर होती हैं। ये उपाय संतान को सभी कार्यों में सफलता दिलवाता है।
079] समय-समय पर शिवजी के निमित सवा किलो या सवा पांच किलो या 11 किलो या 21 किलो गेहूं या चावल का दान करें।
080] हनुमानजी भगववान शिव के ही अंशावतार माने गए हैं। शिवरात्रि पर हनुमान चालीस का पाठ करने से हनुमानजी और शिवजी की प्रसन्नता प्राप्त होती हैं। इनकी कृपा से भक्त की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं।