Last Updated on July 20, 2021 by admin
मसूड़ों की सूजन और दर्द :
शरीर को नियमित आहार के साथ विटामिन `सी´ न मिलने पर मसूढ़े मुलायम व कमजोर पड़ने लगते हैं जिससे मसूढ़ों से खून, पीब आदि निकलने लगती है। विटामिन `सी´ की अधिक कमी के कारण त्वचा पर काले धब्बे पड़ जाते हैं। मसूढ़ें (masudo) सूज जाने से दांत कमजोर हो जाते हैं जिससे सांस में बदबू, खड़ा होने पर चक्कर एवं आंखों के सामने अन्धेरा छाना आदि रोग उत्पन्न होने लगते हैं।
मसूड़ों में सूजन और खून आने के कारण :
दांतों की रोजाना सफाई न करने से दांतों में कीड़े लग जाते हैं जिससे दांत सड़ने लगते हैं। दांतों में कीड़े लगने से मसूढ़ें (masudo) कमजोर हो जाते हैं जिसके कारण मसूढ़ों से खून, पीब आदि निकलने लगती है।
रोग के लक्षण :
- इस रोग के होने पर मसूढ़ों से खून, पीब आदि निकलने लगती है।
- दांत कमजोर पड़ना, त्वचा पर काले धब्बे, सांस में बदबू, खड़े होने पर चक्कर आना एवं आंखों के सामने अन्धेरा छाना आदि लक्षण उत्पन्न होते हैं।
भोजन और परहेज :
- मसूढ़ों (masudo)से खून आने पर सेब व गाजर खायें एवं गाजर का जूस पीयें।
- रोगी को प्याज के टुकड़े पर सेंधानमक डालकर खाना चाहिए।
- कच्ची शलगम को चबा-चबाकर खाना चाहिए।
- रोगी को गर्म पानी में नमक डालकर कुल्ला करना चाहिए।
- मसूढ़ों के रोग में अधिक गर्म पदार्थ नहीं खाने चाहिए।
- रोगी को अधिक मीठी या अधिक ठण्डी चीजे नहीं खानी चाहिए।इसे भी पढ़े : मसूड़ों से खून रोकने के घरेलू उपचार |
मसूड़ों में सूजन और खून आने का घरेलू उपचार (masudo me sujan aur khoon aana ka ilaj)
1. फिटकरी : फिटकरी, संग जराहत और सुपारी को बराबर मात्रा में एकसाथ मिला लें और बारीक पीसकर मंजन बना लें। प्रतिदिन इस मंजन को मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ें मजबूत होते हैं तथा मसूढ़ों से खून का आना बंद हो जाता है।
2. सुपारी : मसूढ़ों से खून व पीब आदि निकलने पर सुपारी और कत्था को बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीसकर मंजन बनाकर रख लें। इस मंजन से रोजाना 2 बार मंजन करने से लाभ होता है।
3. काकड़ासिंगी : काकड़ासिंगी का काढ़ा बनाकर मसूढ़ों पर लेप करें और कुछ देर बाद कुल्ला कर लें। इससे मसूढ़ों से खून व पीब आना बंद हो जाते हैं।
4. बोल (हीरा बोल) : बोल (हीरा बोल) एवं सुहागा को मिलाकर मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों से खून का आना बंद हो जाता है।
5. चनसूर के पत्ते : चनसूर के पत्तों को सलाद के रूप में खाने से मसूढ़ें मजबूत होते हैं व खून का आना बंद हो जाता है।
6. लोध्र के पत्ते : लोध्र के पत्तों का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से मसूढ़ों से खून आना, पीब निकलना तथा दर्द आदि खत्म हो जाते हैं।
7. रसौत : रसौत, नागरमोथा एवं लोध्र को शहद में मिलाकर मसूढ़ों पर लेप करने से व मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों के सभी रोग ठीक हो जाते हैं।
8. व्याघ्रैण्ड (बघण्डी) : व्याघ्रैण्ड (बघण्डी) के पत्तों का काढ़ा बनाकर बार-बार कुल्ला करने से मसूढ़ों से खून का आना बंद हो जाता है तथा दांत मजबूत हो जाते हैं।
9. दांतरीसा : दांतरीसा का काढ़ा बनाकर इसके काढ़े में दालचीनी या लौंग मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन करने से मसूढ़ों से खून का आना बंद हो जाता हैं।
10. कत्था (खैर) : कत्था (खैर) का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से मसूढ़ों से खून आना बंद हो जाता हैं। कत्था (खैर) के पेड़ की छाल या पत्तों से काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से भी मसूढ़ों के रोग में लाभ होता है।
11. आंवला : मसूढ़ों से खून निकलने पर आंवला के पत्तों एवं पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर सुबह-शाम कुल्ला करने से लाभ होता है।
12. करोंदा : करोंदा के फल खाने से मसूढ़ों से खून निकलना बंद हो जाता है।
13. छुहारा : 2 से 4 छुहारों को गाय के दूध में डालकर उबाल लें। इसके उबल जाने पर छुहारे निकाल कर खायें और बचे हुए दूध में मिश्री मिलाकर पीयें। ऐसा रोजाना सुबह-शाम करने से मसूढ़ों से खून व पीब का निकलना बंद हो जाता है।
14. शहद : शहद, सौंठ, कालीमिर्च, सेंधानमक और घी को एकसाथ मिलाकर रोजाना सुबह और शाम बार मसूढ़ों पर मलने से रोगी को आराम मिलता है।
15. नींबू : नींबू के फल का छिलका पीसकर दिन में 2 बार नियमित रूप से मसूढ़ों पर मलने से मसूढ़ों से खून आना बंद हो जाता है।
16. खुरासानी अजवायन : खुरासानी अजवायन के पत्तों के काढ़े से कुल्ला करने से मसूढ़ों से खून आना बंद हो जाता है।
(उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)