Last Updated on January 9, 2023 by admin
सरसों का तेल अपने देश में काफी मात्रा में पाया जाता है। खाना बनाने में भी इसका अधिक तौर पर इस्तेमाल होता है। शरीर पर मालिश करने में भी सरसों के तेल का ही इस्तेमाल होता है। शुद्ध पीली सरसों के तेल का प्रयोग अच्छा माना जाता है। सरसों के तेल में अनेक प्रकार के औषधीय गुण होते हैं।
सरसों के तेल से करें शरीर की मालिश, मिलेंगे ये 11 फायदे :
1. शरीर की मजबूती में : शरीर पर सरसों के तेल की मालिश करने से शरीर में शक्ति पैदा होती है तथा यह तेल शरीर को मजबूत और हडि्डयों को पुष्ट करता है।
2. बच्चों के लिए लाभकारी : लहसुन को गर्म करके सरसों के तेल में मिलाकर बच्चों के शरीर पर मालिश करना काफी लाभकारी होता है।
3. दांतों के दर्द में : पिसे हुए नमक और सरसों के तेल को मिलाकर दांतों पर मलने से दांत तो साफ होते ही हैं साथ में दांतों का दर्द भी दूर हो जाता है।
4. हाथ-पैरों के दर्द में : हाथ और पैरों में दर्द हो तो सरसों के तेल की मालिश करना बहुत लाभकारी होता है।
5. सर दर्द में : सिर में दर्द होने पर सरसों के तेल की मालिश से बहुत ज्यादा लाभ होता है।
6. कान दर्द में : कान में मैल जमने के कारण दर्द होने पर सरसों के तेल को हल्का-सा गर्म करके कान में डालने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
7. मुलायम त्वचा के लिए : सर्दी में हाथ-पैर खुश्क हो रहे हों, खुरदुराहट हो तो हाथों-पैरों पर सरसों के तेल की हल्की मालिश करें। सरसों के तेल की मालिश से खुश्की दूर होती है और त्वचा मुलायम हो जाती है।
8. शारीरिक थकान में : शरीर में थकान होने पर सरसों के तेल में लहसुन को गर्म करके तलुवों की मालिश करने से लाभ होता है।
9. पैरों की अंगुलियां गलने में : पानी में लगातार काम करने से पैरों की अंगुलियां गलने लगती हैं। इन अंगुलियों पर सरसों के तेल की नियमित मालिश करने से अंगुलियों का गला हुआ भाग ठीक होने लगता है।
10. सर्दियों में लाभदायक : सर्दियों के दिनों में सिर और पूरे बदन की मालिश करके कुछ देर तक धूप सेंकने से लाभ होता है। धूप सेंकने के कम से कम आधे घण्टे बाद स्नान करना चाहिए।
11. चोट में : हल्दी और सरसों के तेल को मिलाकर एक्सीडेंट की चोट, गिरने या खेल की चोट लगने पर लगाने से आराम आता है। गुनगुने पीली सरसों के तेल में पिसी हुई हल्दी मिलाकर लेप बना लेते हैं और उस लेप को गुम चोट लगे स्थान पर लगाकर किसी साफ कपड़े में लपेटकर आराम करना चाहिए। इससे 2 दिन में चोट ठीक हो जाती है और दर्द समाप्त हो जाता है।
(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)