Last Updated on January 7, 2022 by admin
खीरा एवं ककड़ी जहाँ गर्मियों में विशेष लाभकारी हैं, वहीँ ककड़ी एवं विशेषत: खीरे के बीज पौष्टिक होने के साथ कई प्रकार की बीमारियों में भी बहुत उपयोगी हैं । खीरे के बीजों को सुखाकर छील के रख लें ।
खीरा के बीज के औषधीय गुण:
- खीरे के बीजों को खाने से पेशाब खुलकर आता है और पेशाब की जलन व दर्द दूर होता है।
- यह लीवर और प्लीहा के लिए भी हितकर है।
- यह गर्मी से होने वाले बुखार को शांत करता है।
खीरा बीज के लाभ : Cucumber Seeds Benefits in Hindi
1. खीरा बीज के प्रयोग से दूर करे कमजोरी – 10 सूखे बीज 1 चम्मच मक्खन के साथ 1 माह तक देने से कमजोर बालक पुष्ट होने लगते हैं । बड़ों को 30 बीज 1 चम्मच घी के साथ देने से उन्हें भी लाभ होता हैं ।
2. मूत्र में जलन रोग में लाभकारी है खीरे के बीज का प्रयोग – जलन के साथ व अल्प मात्रा में मूत्र – प्रवृत्ति में ताजे बीज अथवा ककड़ी या खीरा खाने से अतिशीघ्र लाभ होता है ।
3. पथरी में खीरे के बीज का उपयोग लाभदायक – जिन्हें बार – बार पथरी होती हो वे प्रतिदिन 4 माह तक 30 सूखे बीज भोजन से पूर्व खायें तो पथरी बनने की प्रवृत्ति बंद हो जायेगी ।
4. पेशाब में खून आना दूर करने में खीरे के बीज फायदेमंद – पेशाब के साथ खून आने पर 1-1 चम्मच बीजों का चूर्ण व गुलकंद तथा 1 चम्मच आँवला रस या चूर्ण मिला के 1-2 बार लें, खूब लाभ होगा ।
5. श्वेतप्रदर में खीरा बीज के इस्तेमाल से लाभ – श्वेतप्रदर में 1 चम्मच बीज – चूर्ण, 1 केला, पीसी मिश्री मिलाकर दिन में 1 – 2 बार लेने से बहुत लाभ होता हैं ।
6. मूत्र रोग में खीरे के बीज का उपयोग लाभदायक – 10 ग्राम खीरे के बीज को पीसकर पानी में मिलाकर दिन में 2 से 3 बार पीने से नाभि का दर्द और मूत्राशय की पीड़ा ठीक होती है।
7. यकृत का बढ़ना ठीक करें खीरा बीज का उपयोग – खीरे को काटकर नींबू व पुदीने का रस एवं कालानमक मिलाकर खाने से जिगर का बढ़ना रोग ठीक होता है।
8. मूर्च्छा (बेहोशी) मिटाए खीरा बीज का उपयोग – खीरे को काटकर रोगी की आंखों और माथे पर रखने और खीरे की फांक रोगी को सुंघाने से बेहोशी दूर होती है।