Last Updated on November 18, 2020 by admin
गौमूत्र अर्क क्या है ? : Gomutra Ark (Go Jharan Ark) in Hindi
अनेक रोगों से बचाने वाला 21 से 23 धातुओ से युक्त अद्वितीय प्राकृतिक पेय…
गाय के दूध के अतिरिक्त गो-मूत्र का अर्क (Gomutra Ark) भी शरीर में अनेकों प्रकार से मजबूती प्रदान करता हैं| इसके नियमित सेवन से कई प्रकार के रोग शरीर से दूर रहते हैं|
गो-मूत्र का अर्क (Gomutra Ark) सारी दुनिया में अकेला ऐसा तरल पदार्थ हैं जिसके प्राकृतिक रूप में अर्थात बिना किसी बाहरी मिलावट के 21 महत्वपूर्ण धातुएं उपस्थित होती हैं|
गौमूत्र अर्क (Gomutra Ark) में पाईजाने वाली धातुएं और उनके स्वास्थ्य लाभ :
- नाइट्रोजन (Nitrogen) – रक्त में अनावश्यक तत्वों को निकलने का कार्य, मूत्र मार्ग के प्राकृतिक संचालन से किडनी को स्वास्थ्य रखना|
- सल्फर (Sulfur) – बड़ी आंत में मल का प्रवाह बनाये रखना एवं रक्त शुद्धी|
- अमोनिया (Ammonia) – बाईल जूस तथा शरीर वायु को बनाये रखना| रक्त निर्माण|
- कॉपर (Copper) – अनावश्यक जमा वसा को नियंत्रित रखना| वायु मंडलीय तरंगो से जीवनी शक्ति के करंट स्वीकार करना|
- आयरन (Iron) – लाल रक्त कौशिकाओ का निर्माण, हिमोग्लोबिन स्तर को संतुलित रखना, कार्य क्षमता बनाये रखना, ग्लूकोज स्तर को नियंत्रित रखना|
- यूरिया (Urea) – रक्त में से अनावश्यक तत्वों को निकलने का कार्य, मूत्र मार्क के प्राकृतिक संचालन से किडनी को स्वस्थ्य रखना|
- यूरिक एसिड (Uric acid) – हृदय की सूजन हटाना|
- फास्फेट (Phosphate) – रक्त मार्ग से पथरी पैदा करने वाले तत्वों को हटाना|
- सोडियम (Sodium) – रक्त शुद्धी|
- पोटेशियम (Potassium) – अस्थियों की कमजोरी दूर करना, भूख लगाना, पेशियों की कमजोरी और आलस्य को दूर करना|
- मैंगनीज (Manganese) – हानिकारक कीटाणुओं की वृद्धि रोकना और जख्मों से होने वाली हानी से सुरक्षा|
- कार्बोलिक एसिड (Carbolic acid) – कीटाणुओं को मारना, उनकी वृद्धि रोकना और जख्मो से होने वाली हानी से सुरक्षा|
- कैल्शियम (Calcium) – रक्त शुद्धी, अस्थियों की मजबूती, कीटाणुओं को मारना|
- साल्ट (Salt) – रक्त एन एसिड को कम करना और कीटाणुओं को मारना|
- विटामिन- ए, बी, सी, डी, ई – सभी विटामिन मिलकर जीवनी शक्ति को बढ़ाते हैं, तंत्रिका तंत्र के रोगों से मुक्त रखते हैं| हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं तथा प्रजनन क्षमता को शक्तिशाली बनाते हैं|
- लैक्टोज (Lactose) – मुख एवं हृदय को मजबूती प्रदान करना, प्यास को कम करना|
- एन्जाइम्स (Enzymes) – शरीर में पाचन क्रिया में सहायक तत्वों का निर्माण करते हैं, जीवनी शक्ति को बढ़ाते हैं|
- जल – यह जीवन का आधार हैं. रक्त की तरलता बनाये रखता हैं, शरीर के तापमान को नियंत्रित रखता हैं|
- हाइप्युरिक एसिड (Hippuric acid) – मूत्र मार्क में से हानिकारक तत्वों को हटाता हैं|
- क्रियेटिनाइन (Creatinine) – हानि कारक कीटाणुओं को मारना|
- आँरम हाइड्रोक्साइड – एंटीबायोटिक तथा एंटीटाँक्सिक होने के कारण हानिकारक कीटाणुओं को मारना तथा जीवनी शक्ति को बढ़ाना|
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गौ मूत्र अर्क के फायदे : Gomutra ark (Go Jharan Ark) Benefits in Hindi
- गो-मूत्र का अर्क (Go Mutra Ark) शरीर के ऊतको के स्तर तक पहुच जाता हैं| यह पाचन क्रिया के साथ साथ बुद्धि के कार्यों को भी सुगमता प्रदान करता हैं| पेट के किसी भी प्रकार के दर्द, कब्ज या अपच शिकायतों का निवारण करता हैं|
- आँतो में हानिकारक कीटाणुओं का पैदा होना एक सामान्य सी बात हैं| गो-मूत्र का अर्क (Go Mutra Ark) आँतो के इस रोग को सदैव दूर रखता हैं| किसी भी प्रकार का त्वचा रोग नहीं होता| यह एक प्रकार से शरीर को शुद्ध करने का तरीका हैं|
- हमारा शरीर पूर्ण रूप से कीटाणु रहित हो सकता हैं| यहाँ तक कि गो-मूत्र के अर्क का सेवन करने वाले शरीर में कभी कैन्सर जैसी बीमारी पैदा नही हो सकती| अनेको आयुर्वेदिक ओषधियों का निर्माण गो-मूत्र से ही किया जाता हैं|
- एड्स ग्रस्त रोगियों के लिए भी गो-मूत्र का अर्क रामबाण सिद्ध होता हैं| तनाव के कारण सिरदर्द से ग्रस्त व्यक्तिओ के लिए भी गो-मूत्र का अर्क लाभकारी हैं|
गोमूत्र के अन्य लाभ : Gomutra ke Labh in Hindi
- गोमूत्र शूल, उदर, खुजली, मुख रोग नाशक होता है।
- गोमूत्र नेत्र रोगनाशक होता है।
- गोमूत्र अग्नि दीपक, मस्तिष्क के ज्ञानतंतुओं को बढ़ानेवाला होता है।
- पेट में दर्द, वायुगोला, पेट के अन्य रोग और मुख के सभी रोगों को नष्ट करता है।
- गोमूत्र लिवर, तिल्ली, सूजन, बवासीर दूर करता है और इसे कान में डालने से कान के रोग नष्ट होते हैं।
- गोमूत्र एवं पंचगव्य से एड्स, अजीर्ण, दस्त, एसिडिटी, मिर्गी, चक्कर आना, कैंसर, प्रोस्टेट के रोग, एक्जिमा, स्प्लीनवृद्धि, मधुमेह, कब्जियत, अल्सर, अनीमिया, ब्लड प्रेशर, कफ, दंत रोग, गैसेस, लिवर के रोग, निद्रानाश, त्वचारोग, माइग्रेन, सिरदर्द, स्त्री रोग, हृदय रोग दूर होता है।
- गोमूत्र के सेवन से हॅपिटाइटिस बी दूर किया जा सकता
- गोमूत्र मलों का क्षरण करता है तथा चिपके हए मल को उखाड़कर बाहर निकलता है।
- गोमूत्र मूत्रावरोध का शमन करता है।
- किसी भी प्रकार की टी.बी. हो, गोमूत्र का 45 दिनों तक प्रतिदिन सेवन करने से लाभ मिलता है।
- जिस इंसान को तीन महीने से शौच नहीं हो रही हो उसे गोमूत्र एवं पंचगन्य का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से मात्र तीन दिन में पेट साफ हो जाता है।
- एड्स से मुक्ति पाने के लिए नियमित रूप से एक या दो वर्षों तक गोमूत्र का सेवन करने से लाभ मिलता है।
- लगातार छः महीने तक गोमूत्र लेने से उच्च रक्तचाप सामान्य हो जाता है।
- हृदयरोग में गोमूत्र का सेवन अत्यंत लाभदायक होता है।
- इसके नियमित सेवन से बूढ़ा इंसान भी जवानों जैसी स्फूर्ति व ताकत महसूस करता है।
अब सवाल यह उठता है कि गोमूत्र में ऐसा क्या है जिससे अधिकांश बीमारियों पर फायदा होता है ?
परीक्षण में पाया गया है कि इसमें नायट्रोजन, सल्फर, फॉस्फेट, सोडियम, पोटैशियम, मैग्नीज़, कार्बोलिक एसिड, आयरन, सिलीकॉन, क्लोरिन, सिट्रिक एसिड, टारटरिक एसिड, कैल्शियम, हार्मोन्स और स्वर्ण क्षार मौजूद होते हैं।
गोमूत्र में वे सभी तत्त्व मौजूद होते हैं जो मनुष्य के शरीर में होते हैं इसलिए इसके सेवन से शरीर में जिन तत्त्वों की कमी या अधिकता होती है उनका संतुलन होता है, जिस वजह से रोग ठीक हो जाते हैं। भविष्य में शायद हृदय की धमनी (आट्ररी) में ब्लाकेज के लिए बायपास सर्जरी न करनी पड़े क्योंकि गोमूत्र इसका भी इलाज करेगा।
गोमूत्र किसी भी गाय या बछड़े का लिया जा सकता है। गोमूत्र गंगा जल की तरह पवित्र होता है।
(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)