Last Updated on July 22, 2019 by admin
रसोईघर (किचन ) में वास्तु का महत्व : rasoi ghar (kitchen) me vastu ka mahatva
जीवन में आग व पानी का बहुत महत्त्व है। वास्तुशास्त्र में भी पानी पैसे का प्रतीक है एवं अग्नि मानसिक स्थिति की। मकान चाहे अमीर का हो या गरीब का उसमें रसोईघर अवश्य होता है। इसलिए अच्छी मानसिक स्थिति बनाए रखने के लिए मकान में रसोईघर (अग्नि) की व्यवस्था उचित ढंग से की जानी चाहिए।
कुछ समय पूर्व जब मि. पटेल अपनी पत्नी के साथ मुझे कार से अपने घर ले जा रहे थे तब रास्ते में बातचीत के दौरान मैंने महसूस किया कि उनकी पत्नी उन्हें उचित सम्मान नहीं दे रही थी, तभी मुझे महसूस हुआ की हो न हो इनके रसोईघर का द्वार मकान के मुख्य द्वार के बिलकुल सामने होना चाहिए। घर पहुंचने पर देखा तो मेरा सोचना बिलकुल सही था।
पिछले दिनों मेरे मित्र सुनील ने जिनका दो साल पूर्व पूना शहर में ट्रांसफर हो गया था। एक दिन मुझे फोन करके बताया कि जब से पूना आया हूं अच्छी खासी नौकरी होने के बाद भी मेरी आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है साथ ही मानसिक रूप से भी काफी परेशान रहने लगा हूं लगता है कि मेरे फ्लैट में कोई वास्तु दोष है। जब मैंने पूना जाकर देखा तो पाया कि सुनील के फ्लैट में रसोईघर ईशान कोण में था और चूल्हा भी ईशान कोण में ही बने प्लेटफार्म पर रखा था।
किसी भी गृहिणी का अधिकतम समय रसोईघर में ही बीतता है अतः रसोईघर बनाते वक्त वास्तु एवं फेंग शुई के नीचे लिखे सामान्य नियमों का पालन किया जाए तो भवन में रहने वाले काफी सुखद एवं तनाव रहित जीवन बिता सकते हैं।
रसोईघर (किचन ) के लिए वास्तु टिप्स : rasoi ghar (kitchen) vastu tips
1- रसोईघर के फर्श पर ग्रेनाइट कभी ना लगाएं। सिर्फ रसोई के प्लेटफार्म पर काले रंग का ग्रेनाइट लगा सकते हैं।
2-रसोईघर में बर्तन व अन्य सामान रखने के लिए टांड या अलमारी दक्षिण-पश्चिम दीवारों पर ही बनानी चाहिए पूर्व व उत्तर की दीवारों पर कभी न बनाएं।
3-रसोईघर में पानी पीने के मटके व नल उत्तरी पूर्व कोने में होने चाहिए। बर्तन इत्यादि धोने का सिंक रसोई के उत्तर में होना शुभ होता है।
4- मकान के आग्नेय कक्ष के आग्नेय कोने में चूल्हे का प्रबंध करना अति उत्तम होता है, अतः रसोई में चूल्हा रखने का प्लेटफार्म पूर्व दिशा में बनाना चाहिए। ताकि चूल्हा पश्चिम मुखी रखा जा सके और भोजन बनाने वाला पूर्व मुखी होकर भोजन बना सके।
5- रसोईघर में फ्रिज उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना शुभ होता है। रेफ्रीजिरेटर को हमेशा भरा हुआ रखना चाहिए। इससे खाने पीने के पदार्थों में काफी वृद्धि होती है।
6- मिक्सर व अन्य विद्युत उपकरण दक्षिण दिशा में प्लेटफार्म बनाकर रख सकते हैं।
7-पानी और आग कभी भी पास न रखें अर्थात् गैस या चूल्हे के पास पानी का मटका न रखें। फ्रिज के ऊपर ओवन या टोस्टर कभी न रखें। जगह की कमी के कारण आग और पानी पास-पास रखना मजबूरी हो तो बीच में काष्ठ या काष्ठ की बनी कोई वस्तु अवश्य रखें।
8-रसोईघर में पूजा स्थान बनाना भी शुभ नहीं होता है। इससे घर में रहने वाले गरम दिमाग होते हैं और परिवार में किसी को रक्त संबंधी शिकायत भी हो सकती है।
9- वास्तुशास्त्र एवं फेंग शुई में जल को संपत्ति माना गया है। रसोईघर या मकान के किसी नल का टपकना शुभ नहीं होता। इससे पैसा पानी की तरह बह जाता है अतः इनकी तुरंत मरम्मत करानी चाहिए।
10-रसोईघर में टूटे फूटे बर्तन, क्राकरी इत्यादि कभी न रखें, इससे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। रसोईघर में झाडू दिखना अशुभ होता है, अतः इसको छुपा कर रखें। झाडू का दिखना अन्न व आय के साफ होने का प्रतीक माना जाता है।
11- जिस घर में एक से अधिक भोजन बनाने के साधन जैसे गैस, स्टोव, माइक्रोवेव इत्यादि होते हैं, उनके यहां धन आने के स्रोत भी एक से अधिक होते हैं।
12-रसोईघर या स्टोर रूम में कभी भी खाली डिब्बे/कंटेनर नहीं रखने चाहिए। यदि खाली डिब्बे हों तो भरे हुए डिब्बे का थोड़ा सामान उनमें डालकर रखें। यदि यह न कर सकें तो डिब्बों के ढक्कन खोलकर रखें।
13-रसोईघर व स्टोर रुम अलग-अलग ही होने चाहिए। जिस रसोईघर के अंदर ही स्टोर रूम हो वहां के गृहस्वामी को अपने नौकरी में, व्यापार में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
14- झाडू पोछा, ब्रश व साफ-सफाई के अन्य उपकरण रसोईघर के नैऋत्य कोण में रखने चाहिए। ईशान कोण में थोड़ी देर के लिए भी नहीं रखना चाहिए।
15-रसोई घर में उत्तर या पूर्व दिशा में खिड़कियों का निर्माण अवश्य करें।
16- रसोई घर में एग्जॉस्ट फैन अवश्य लगवाएं। एग्जॉस्ट फैन का यदि ठीक चूल्हे के ऊपर लगवाएं तो अधिक उपयुक्त होता है।
17-रसोईघर के दक्षिण-पश्चिम भाग में अन्न आदि रखने का छोटा सा बंद कमरा बनवाया जाए तो अत्यधिक श्रेष्ठ होता
18-भोजन को रसोई घर में सदा ईशान तथा आग्नेय कोण के मध्य में दीवार के सहारे रखें।