Last Updated on July 22, 2019 by admin
पसीना अधिक आने का कारण : Pasina adhik aane ka karan
इस रोग को अति स्वेदलता भी कहा जाता है । वैसे तो गर्मी व्यायाम अथवा अन्य किसी परिश्रम के फलस्वरूप भी पसीना बहने लगता है किन्तु कई रोगों के कारण भी अधिक पसीना आने लगता है । क्षयजन्य क्षीणता, किसी भी कारण से उत्पन्न कमजोरी, स्नायविक विकार, तन्त्रिका संस्थान की कमजोरी, धातु क्षीणता, स्मरण शक्ति की कमी, सामान्य दुर्बलता, अरुचि मन्दाग्नि, मलेरिया बुखार, फेफड़ों का क्षय, रक्त का दूषित और पीपयुक्त हो जाना एवं तीव्र ज्वर के समय और अस्थिमृदुता आदि रोगों में अधिक पसीना आना एक प्रमुख लक्षण होता है ।
पसीना अधिक आने का घरेलु इलाज : adhik pasina ka ilaj
रोग के मूल कारण को दूर करना ही वास्तविक उपचार है। पाचन क्रिया का सुधार करें । यदि शरीर में दूषित तरल की अधिकता के कारण पसीना अधिक आता हो तो उसे निकालें ।
नोट-ज्वर अथवा अन्य तीव्र रोग दूर होने के समय आने वाले पसीने को कदापि रोकने का प्रयास न करें, अन्यथा परिणाम गम्भीर हो सकते हैं।
1• मीठी निर्बसी, जायफल, जावित्री, केसर प्रत्येक 3-3 ग्राम लें । शिंगरफ, अफीम, लौहवान का सत, मंदी भस्म प्रत्येक डेढ़ ग्राम, कस्तूरी 1 ग्राम लें । सभी औषधियों को पान के पत्तों के रस और मधु में खरल करके उड़द के बराबर गोलियाँ बनाकर रख लें। आवश्यकतानुसार 1-2 गोली तक सेवन करें तथा बाह्य प्रयोगार्थ अरहर की दाल को भूनकर कायफल मिलाकर पीसलें और थोड़ा गरम करके पिन्डली से पांव की अँगुलियों तक और कोहनी से हाथ की अंगुलियों तक मालिश करें। यह योग प्रसूत और ठन्डक के कारण अधिक पसीना आने में अत्यधिक लाभकारी है। ( और पढ़ें – अधिक पसीना कम करने के 13 घरेलु उपचार )
2• रूई का फाहा ठण्डे पानी में तर करके या बरफ की छोटी डली नाभि पर रखने से भी पसीना आना रुक जाता है । ( और पढ़ें – पसीने की बदबू दूर करने के 12 घरेलु आयुर्वेदिक नुस्खे )
3• फिटकरी पानी में घोलकर उस पानी से स्नान करना या फिटकरी की डली पसीने के स्थान पर रगड़ना भी अधिक पसीना आने में लाभप्रद है । ( और पढ़ें – फिटकरी के 33 जबरदस्त फायदे)
पसीना बहाना जरूरी है :
आजकल क्या महिलाएँ और क्या पुरुष, सभी पसीने से बचाव के उपाय अपनाते नजर आते हैं। पसीना न निकले, इसके लिए वे पसीना-निरोधक दवाओं का इस्तेमाल तक करते हैं। ऐसा करते वक्त वे शायद भूल जाते हैं कि अच्छी सेहत के लिए पसीना निकलना निहायत जरूरी होता है। ऐसा अनुभवी चिकित्सकों तथा त्वचा रोग विशेषज्ञों का भी मानना है।
शरीर के तापमान को नियमित रखने में पसीने की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। यदि पसीना न निकले, तो शारीरिक ताप संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। पसीना शरीर के ताप को शांत करता है तथा शरीर को गर्मी से आराम दिलाता है। पसीना निकलते रहने से गर्मी कम महसूस होती है। यही कारण है कि जिन लोगों को पसीना नहीं आने की शिकायत होती है, वे गर्मी में बेचैन हो उठते हैं। हमारे शरीर में प्रचुर संख्या में ऐसी ग्रंथियाँ होती हैं, जो पसीना निकालने का कार्य करती हैं।
पसीना बहने से शरीर के असंख्य रोम-छिद्र खुल जाते हैं। इससे त्वचा की सफाई हो जाती है तथा त्वचा की कांति भी बढ़ती है। पसीना आपको शारीरिक अवस्था का भी संकेत देता है। यदि आप कठोर श्रम, व्यायाम या कोई अन्य मेहनत का कार्य कर रहे हों, तो आपको पसीना अधिक आएगा।
पसीने के माध्यम से शरीर के विकार भी बाहर निकलते हैं और आपकी काया शुद्ध होती है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि अच्छी सेहत के लिए जरूरी है पसीना बहाना।