Last Updated on November 15, 2019 by admin
हस्तपादासन के लाभ / फायदे : Hasta padasana ke fayde /Benefits in hindi
★ हस्तपादासन मोटापे को कम करता है तथा पेट व प्रजनन अंगों को ठीक करता है।
★ हस्तपादासन के अभ्यास से बड़ी आंत का अन्तिम भाग स्वच्छ रहता है।
★ यह आसन मेरूदंड (रीढ़ की हड्डी) को शक्तिशाली बनाता है।
हस्तपादासन की विधि : Hasta padasana ki Vidhi
1) हस्तपादासन को करने के लिए पहले सामान्य स्थिति में खड़े हो जाएं।
2) फिर दोनों पैरों की एड़ियों व पंजों को आपस में मिलाकर रखें तथा दोनों हाथों को ढ़ीला छोड़े।
3) अब पहले सांस अंदर खींचें। इसके बाद सांस को बाहर छोड़ते हुए शरीर के कमर से ऊपर के भाग को धीरे-धीरे सामने की ओर झुकाएं। इस क्रिया में घुटनों को बिल्कुल सीधा रखें तथा धड़ को तब तक झुकाएं जब तक हाथों से एड़ियों को न पकड़ लें।
4) अब मुंह को धीरे-धीरे घुटनों की तरफ करके घुटनों के बीच की खाली जगह में रखें या घुटनों से सटाएं। इस स्थिति में पैर व घुटने को बिल्कुल सीधा रखें।
5) अभ्यास की शुरूआत में इस स्थिति में 10 सैकेंड तक रहें और फिर सामान्य स्थिति में आ जाएं। 5 सैकेंड तक आराम करें और दोबारा इस क्रिया को करें।
6) इस क्रिया को 5 से 6 बार करें। इस क्रिया का अभ्यास प्रतिदिन करें।
सावधानी :
1) यह आसन थोड़ा कठिन है इसलिए शुरू में एड़ियों को पकड़ने की जगह पर पैरों की अंगुलियों को पकड़ने की कोशिश करें। जब इसमें सफलता मिल जाए तो हाथों से एड़ियों को पकड़ें।
2) इस तरह मुंह या सिर को घुटनों से सटाने की कोशिश करें और बाद में मुंह को घुटनों के बीच रखने का अभ्यास करें।
3) यह आसन मोटे व्यक्तियों को करने में कठिनाई हो सकती है। अत: वे आरम्भ में एड़ियों को छूने के लिए घुटनों को थोड़ा झुकाकर अभ्यास कर सकते हैं।