Last Updated on August 2, 2019 by admin
मूत्र विकार में अनेक रोग आते हैं जैसे-मूत्र रुक जाना या जरा-जरा सा आना, पेशाब करते समय तीव्र जलन का अहसास होना, सोते हुए बिस्तर पर पेशाब निकल जाना, बहुमूत्र, पेशाब करते समय दर्द आदि । यह सब रोग बहुत कष्टदायक होते हैं जो उपचार न करने पर अनेक असाध्य रोगों का कारण बन जाते हैं ।
बहुमूत्र रोग का इलाज :
1- दालचीनी का नुस्खा –
रूमी मस्तगी, दालचीनी, शक्कर तीनों का समान मात्रा में चूर्ण बनाकर 3 ग्राम की मात्रा से सुबह-शाम गर्म जल के साथ लें। एक सप्ताह में ही बहुमूत्र की शिकायत दूर हो जाएगी।
2- खसखस से उपचार –
खसखस के दाने 20 ग्राम व गुड़ 20 ग्राम मिलाकर रख लें । 1-1 ग्राम सुबह-शाम जल से सेवन करने से बहुमूत्र रोग ठीक हो जाता है।
3- काले तिल का नुस्खा –
काले तिल व पुराना गुड़ समभाग में लेकर 1-1 ग्राम की गोलियां बना लें। 1-1 गोली का दिन में तीन बार सेवन करें।
4- मुलहठी से बार बार पेशाब आने का इलाज –
मिश्री 40 ग्राम, मुलहठी 30 ग्राम, काली मिर्च 20 ग्राम लेकर सभी को कूट-पीसकर चूर्ण बनाएं। इस चूर्ण को 4 ग्राम की मात्रा में घी में मिलाकर सुबह-शाम चाटें। एक सप्ताह में ही बहुमूत्र ठीक हो जाएगा।
5- अजवायन से रोग उपचार –
काले तिल 40 ग्राम, अजवायन 20 ग्राम मिलाकर बारीक पीस लें। फिर इसमें 60 ग्राम गुड़ मिलाएं। इस योग को 6-6 ग्राम खाएं। बहुमूत्र नाशक यह अत्यंत लाभप्रद नुस्खा है। (छोटे बच्चे जो बिस्तर पर पेशाब करते हैं, उनके लिए यह परम उपयोगी है।)
6- रीठे से बहुमूत्र का इलाज –
रीठे की गुठली का चूर्ण आधा-आधा ग्राम सुबह-शाम ताजे पानी के साथ सेवन करने से बहुमूत्र रोग एक सप्ताह में ही ठीक हो जाता है।
7- बिनौला का अचूक नुस्खा –
एक लीटर पानी में 30 ग्राम बिनौला डालकर उबालें, जब तीसरा भाग बाकी रहे तो उसमें 20 ग्राम मिश्री डालकर पियें। इससे शीघ्र आराम मिलेगा।
8- बरगद से बहुमूत्र का उपचार –
बरगद की छाल का काढ़ा बनाकर पियें इससे शर्तिया लाभ होगा।
9- काली मिर्च का नुस्खा –
घी के साथ कुटी हुई काली मिर्च खाना बहुमूत्र रोग के लिए अचूक औषधि है।
10- फालसे से रोग उपचार –
रात्रि के समय पानी में फालसे की छाल कूटकर भिगो दीजिए। प्रातःकाल मलकर छानकर पीने से शीघ्र लाभ होता है।
11- लसोड़े से बहुमूत्र रोग का इलाज –
10 ग्राम लसोड़े की कोंपल का अर्क निकालें और उसमें 10 ग्राम बूरा डालकर पियें। यह बहुत लाभप्रद दवा है।
12- चने से रोग उपचार –
यदि पेशाब बार-बार आता हो तो 50 ग्राम भुने चने लेकर चबाइये ऊपर से 100 ग्राम गुड़ खाइये। एक सप्ताह में ठीक हो जाएगा।
13- अंगूर रोग उपचार –
बहुमूत्र में प्रतिदिन सुबह के समय 100 ग्राम अंगूर खाने से एक सप्ताह में बहुमूत्र रोग में लाभ होता है ।
14- केला का अनुभूत नुस्खा –
दोपहर व रात्रि में खाना खाने के बाद 2-2 केले खाने से दो सप्ताह में बहुमूत्र रोग में लाभ होता है ।
15- काली मिर्च से बहुमूत्र का इलाज –
5 दाने काली मिर्च, 5 दाने मुनक्का (बीज निकाले) और 10 दाने पिस्ता-इन तीनों को अच्छी तरह चबाकर-चबाकर सुबह-शाम खाने से आठ-दस दिन में ही बहुमूत्र की शिकायत दूर हो जायेगी ।
16- अदरक से इलाज –
5-5 ग्राम अदरक का ताजा रस सुबह-शाम सेवन करने से एक सप्ताह में रोगी को पेशाब खुलकर आने लगता है और बहुमूत्र रोग से मुक्ति मिलती है ।
17- दालचीनी का नुस्खा –
10 ग्राम दालचीनी, 10 ग्राम टेसू के फूल, 10 ग्राम राई, 10 ग्राम कलमी शोरा और 10 ग्राम काले तिल सभी को मिलाकर इनको पीसकर बारीक चूर्ण बना लें । दिन में दो बार सुबह-शाम 5 ग्राम शहद में 3 ग्राम इस चूर्ण को मिलाकर चाटने से दो सप्ताह में ही बहुमूत्र की शिकायत दूर हो जाती है ।
18- जवाखार से रोग उपचार –
2 ग्राम मिश्री और 2 ग्राम जवाखार दिन में 2 बार सुबह-शाम ताजे पानी के साथ लेने से एक सप्ताह में ही बहुमूत्र रोग में लाभ होता है ।
19- जामुन का नुस्खा –
50 ग्राम बहेड़े का छिलका व 50 ग्राम जामुन की गुठली लेकर दोनों को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें । प्रतिदिन शाम के समय ताजे पानी के साथ 5 ग्राम चूर्ण लेने से एक सप्ताह में ही बहुमूत्र
रोग में लाभ होता है ।
20- मूली से उपचार –
9 प्रतिदिन भोजन में दोनों समय 1 मूली का सेवन करने से पाँच-सात दिन में ही बहुमूत्र रोग में लाभ होता है ।
(वैद्यकीय सलाहनुसार सेवन करें)
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• बार बार पेशाब आने के कारण व 25 सरल घरेलु उपचार
• बंद पेशाब को खुलकर लाने वाले अनुभूत नुस्खे
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