Last Updated on February 9, 2023 by admin
भेंगापन का होम्योपैथिक इलाज (Bhengapan ka Homeopathic Ilaj)
भेंगापन रोग का उपचार करने के लिए विभिन्न औषधियों के द्वारा उपचार :-
जेल्सीमियम :
तिरछा दिखाई देने के उपचार के लिए सबसे प्रमुख औषधि जेल्सीमियम है। इस औषधि की तीसवीं शक्ति का उपयोग रोग को ठीक करने के लिए करना चाहिए। पेट में कीड़े होने के कारण यदि रोगी को तिरछा दिखाई दे रहा हो तो भी इस औषधि की 3 शक्ति की मात्रा का उपयोग किया जा सकता है।
साइल्केमेन :
जेल्सीमियम औषधि से भैंगापन होने का उपचार करने पर लाभ न मिले तो साइल्केमेन औषधि की 3 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करने से लाभ मिलता है।
साइक्लामेन :
पेट में कीड़े होने के कारण यदि रोगी को तिरछा दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षण को ठीक करने के लिए साइक्लामेन औषधि की 3 शक्ति का उपयोग करना चाहिए।
डिफ्थीरिनम :
यदि ऐलोपैथी की गर्म दवाओं का प्रयोग करने के कारण दृष्टि तिरछी हो गई हो तो रोग का उपचार करने के लिए डिफ्थीरिनम औषधि का उपयोग करना चाहिए।
स्ट्रैमो :
पेट में कीड़े होने के कारण यदि तिरछा दिखाई दे तो इसके उपचार करने के लिए स्ट्रैमो औषधि की 3 शक्ति की मात्रा का उपयोग किया जा सकता है।
ऐल्यूमिना :
दाईं आंख या बाईं आंख से टेढ़ा या तिरछा दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए ऐल्यूमिना औषधि की 6 शक्ति की मात्रा का उपयोग लाभदायक है।
स्पाइजिलिया :
कीड़े होने के कारण यदि रोगी को तिरछा दिखाई दे रहा हो तो उपचार करने के लिए स्पाइजिलिया औषधि की 3 शक्ति की मात्रा का उपयोग कर सकते हैं।
साइना :
पेट में कीड़े होने के कारण यदि रोगी को तिरछा दिखाई दे तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए साइना औषधि की 3 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करने से लाभ मिलता है।
हायोसायमस :
पेट में कीड़े होने के कारण यदि रोगी को तिरछा दिखाई दे रहा हो तो उपचार करने के लिए हायोसायमस औषधि की 3 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करना चाहिए।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)