Last Updated on May 12, 2023 by admin
शीत रक्तहरि मुद्रा बनाने का तरीका :
अपने एक हाथ की सबसे छोटी उंगली को दूसरे हाथ की सबसे छोटी उंगली के आगे के भाग से मिलाने से शीत रक्तहरि मुद्रा बन जाती है।
शीत रक्तहरि मुद्रा के लाभ (Sheet raktahari mudra ke Labh)
- जिन लोगों को हाई ब्लडप्रेशर का रोग होता है उनके लिए शीत रक्तहरि मुद्रा बहुत ही लाभकारी है। इस मुद्रा को हाई ब्लडप्रेशर होने पर किसी भी समय करने से ब्लडप्रेशर नार्मल हो जाता है।
- इसके अलावा इस मुद्रा से सिरदर्द, चक्कर आना, जी मिचलाना, दिल का जोर से धड़कना आदि रोग सही हो जाते हैं।