Last Updated on July 23, 2019 by admin
देव ज्योतिमुद्रा से लाभ :
★ जाला और फूला पड़ना जैसे रोग दूर हो जाते हैं।
★ जिन बच्चों को कम उम्र में ही चश्मा लग चुका हो वे अगर रोजाना देव ज्योतिमुद्रा का अभ्यास करें तो उनका चश्मा उतर सकता है।
खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे
★ आखों की रौशनी बढ़ाने ले लिए लाभकारी मुद्रा (aankhon ki roshni badhane ke liye mudra)
मुद्रा बनाने का तरीका :
★ अपने हाथ की तर्जनी अंगुली को मोड़कर अंगूठे की जड़ में लगाने से देव ज्योतिमुद्रा (Dev jyoti mudra)बन जाती है।
★ यह कुछ कुछ वायु मुद्रा जैसी है।
★ लगभग 40-60 सेकंड तक आप इसी मुद्रा में रहने का अभ्यास करें।
★ सुबह-शाम चार से 6 बार कर सकते हैं।
विशेष :- ” अच्युताय हरिओम संतकृपा नेत्रबिंदु ” सभी प्रकार की आखों की कमजोरी दूर करता है |
नेत्रज्योति वर्धक मामरा बादाम मिश्रण(Mamra Almond Mixture) :
१०० ग्राम असली मामरा बादाम, १०० ग्राम गाय का घी व मिश्री, काली मिर्च आदि अन्य घटक-द्रव्यों को मिलाकर बने कुल ३५३ ग्राम के इस मिश्रण को चाँदी या संगमरमर के बर्तन में रख के ७ दिन तक अनाज में दबाकर रखा जाता है | यह मिश्रण विधिवत मंत्रोच्चारण करके बनाया जाता है |
मात्रा : १ चम्मच ( ८ से १० ग्राम) मिश्रण रोज सुबह खाली पेट चबा-चबाकर खायें तथा हलका आहार लें |
लाभ : इससे सम्पूर्ण नाड़ीतंत्र और बुद्धि पुष्ट होती है | मस्तिष्क की कमजोरी जादुई तरीके से दूर होती है | साथ ही नेत्रज्योति में चमत्कारिक बढ़ोतरी होती है | पूज्य बापूजी ने इस मिश्रण का प्रयोग करके इसके लाभों का प्रत्यक्ष अनुभव किया है |
प्राप्ति-स्थान : संत श्री आशारामजी आश्रमों और श्री योग वेदांत सेवा समितियों के सेवाकेंद्र |