एम्ब्लियोपिया (मंददृष्टि) की होम्योपैथिक दवा और इलाज – Amblyopia ki Homeopathic Dawa aur Upchar

Last Updated on February 5, 2023 by admin

एम्ब्लियोपिया (मंददृष्टि) रोग क्या है ? : 

       यह रोग आंखों में अधिक बीमारियों का अक्रमण होने के कारण होता है। बहुत छोटे या चमकीले पदार्थ को बहुत देर तक स्थिर दृष्टि से देखना, अधिक सोना या ज्यादा नशा करना, सर्दी लगना या अचानक शरीर से पसीने का आना बंद हो जाने तथा ज्यादा नशीले पदार्थों का उपयोग करना आदि कारणों से यह रोग होता है।

एम्ब्लियोपिया (मंददृष्टि) का होम्योपैथिक इलाज :

कम दिखाई देने पर विभिन्न औषधियों के द्वारा उपचार :

1. चायना:- शरीर में खून की कमी होने या शरीर से किसी प्रकार से अधिक खून निकल जाने के कारण यदि कम दिखाई दे तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए चायना औषधि की 6 या 30 शक्ति की मात्रा का उपयोग करना लाभकारी होता है।

2. फास्फोरस:- कम दिखाई देने पर चायना औषधि से उपचार करने पर लाभ न मिले तो फास्फोरस औषधि की 6 या 30 शक्ति की मात्रा का उपयोग करने से लाभ मिलता है।

3. नक्स-वोमिका:- बहुत ज्यादा नशीली चीजों का इस्तेमाल करने के कारण आंखों से कम दिखाई देने का रोग हो गया है तो उसे ठीक करने के लिए नक्स-वोमिका औषधि की 1x मात्रा का उपयोग करना चाहिए।

4. बेलाडोना:- शरीर से ज्यादा खून निकलने के कारण दृष्टि कमजोर हो गई हो तो उसे दूर करने के लिए बेलाडोना औषधि की 6 या 30 शक्ति की मात्रा का उपयोग फायदेमंद है।

5. पल्सेटिला:- यदि किसी स्त्री को मासिकस्राव होने के कारण आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो इस रोग को ठीक करने के लिए पल्सेटिला औषधि की 6 या 30 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करना चाहिए।

6. युफ्रेशिया:- शरीर में खून की कमी होने के कारण आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षण के होने पर उपचार करने के लिए युफ्रेशिया औषधि की 2x मात्रा का सेवन करना चाहिए।

7. कैक्टस:- हृदय रोग के कारण यदि आंखों की दृष्टि कम हो गई हो तो उसको ठीक करने के लिए कैक्टस औषधि की 6 शक्ति का उपयोग कर सकते हैं।

8. कोलोसिन्थ:- आंखों के सफेद भाग में दर्द होने के साथ ही कम दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए कोलोसिन्थ औषधि की 6 शक्ति का प्रयोग करना चाहिए।

9. आर्सेनिक:- शरीर में खून की कमी होने के कारण आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए आर्सेनिक औषधि की 30 शक्ति की मात्रा का प्रयोग अधिक लाभदायक है।

10. सैंगुइनेरिया:- तेज सिर दर्द होने के कारण यदि आंखों की देखने की शक्ति कम हो गई हो तो उपचार करने के लिए सैंगुइनेरिया औषधि की 3 शक्ति का उपयोग करना चाहिए।

11. सिमिसिफ्यूगा:- आंखों की पुतली में दर्द होने के साथ ही कम दिखाई देने के लक्षणों में सिमिसिफ्यूगा औषधि की 3 शक्ति का प्रयोग करना चाहिए।

12. एसिडफास:- शरीर में खून की कमी होने के कारण आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो एसिडफास औषधि की 6 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करने से लाभ मिलता है।

13. लाइजिलिया:- आंखों के सफेद भाग में दर्द होने के साथ ही कम दिखाई दे रहा हो तो लाइजिलिया औषधि की 6 शक्ति की मात्रा का उपयोग लाभकारी होता है।

14. फास्फोरस:- माथे में रक्त की अधिकता हो, नाक से खून बहने लगे तथा इसके साथ ही आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षण के होने पर उपचार करने के लिए फास्फोरस औषधि की 6 शक्ति का सेवन करना चाहिए।

15. ब्रायोनिया:- यदि वात रोग के कारण कम दिखाई दे रहा हो तो रोग को ठीक करने के लिए ब्रायोनिया औषधि की 6 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करने से लाभ मिलता है।

16. फेरम:- शरीर में खून की कमी होने के कारण आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए फेरम औषधि की 6 शक्ति का प्रयोग करना चाहिए।

17. नक्स-वोमिका:- पाचन शक्ति की कमी होने के कारण आंखों से कम दिखाई दे रहा हो तो नक्स-वोमिका औषधि की 30 शक्ति, पल्सेटिला औषधि की 30 शक्ति, मर्क्यूरियस औषधि की 6 शक्ति, चायना औषधि की छठी, सल्फर औषधि की 30 शक्ति या बेलेडोना औषधि की 3 शक्ति का प्रयोग कर सकते हैं।

एम्ब्लियोपिया (मंददृष्टि) में करे क्या न करें : 

आंखों से कम दिखाई देने पर क्या करे क्या न करें –

  • आंखों को धुंआ, धूल या तेज रोशनी से बचाना चाहिए।
  • छोटे, टेढ़े-मेढ़े अक्षरों वाली किताबें या अखबार नहीं पढ़ना चाहिए।
  • जरूरत पड़ने पर आंखों का जांच करवाके चश्मा लगना चाहिए।
  • शरीर में खून की कमी होने के कारण आंखों की दृष्टि कम होने पर इसको ठीक करने के लिए रोगी को प्रतिदिन शरीर में खून बनाने वाली पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
  • शरीर में ताकत को बढ़ाने वाली चीजों का सेवन करना चाहिए।
  • नदी में स्नान करना तथा साफ हवा भरे वातावरण में टहलना चाहिए।
  • कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे आंखों में दबाव पड़ता हो।
  • कम रोशनी में पढ़ने लिखने का कार्य नहीं करना चाहिए।

(अस्वीकरण : दवा को डॉक्टर की सलाहनुसार उपयोग करें)

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