Last Updated on February 18, 2023 by admin
अंडकोष के एक सिरे का बढ़ना रोग क्या है :
जब अंडकोष में पानी जमा होने लगता है तो अंडकोष धीरे-धीरे आकार में भी बढ़ने लगता है। ऊपर का चमड़ा भी कड़ा हो जाता है। कभी-कभी एक तरफ का मांस भी बढ़ जाता है। यह अंडकोष के एक सिरे का बढ़ना कहलाता है। इस रोग के शुरूआत में ध्यान न देने से यह रोग और बढ़ जाता है।
भोजन तथा परहेज :
इस रोग में केवल सूखा भोजन करना चाहिए। दही, पके केले, मिठाई और ठंड़ी चीजों को खाने से बचना चाहिए।
विभिन्न औषधियों से अंडकोष के एक सिरे के बढ़ने का इलाज :
1. कंटकरंज : कंटकरंज के बीजों का चूर्ण एरण्ड के पत्ते पर डालकर अंडकोष के बढ़े हिस्से और अंडकोष की सूजन वाली जगह बांधने, और लगभग आधा से 1 ग्राम कंटकरंज के बीजों की मज्जा सुबह-शाम कालीमिर्च के साथ सेवन करने से अधिक लाभ होता है।
2. लकजन : लकजन को पीसकर अंडकोष के बढ़े वाले जगह पर बांधने से अंडकोष में लाभ होता है।
3. मोरवा (एक सिरा) : मोरवा का फल कमर में बांधने से अंडकोष के बढे़ हुए एक सिरे की वृद्धि ठीक हो जाती है।
4. छोटी कटेरी : छोटी कटेरी की जड़ की छाल कच्ची और गीली हो तो 15-20 ग्राम, और सूखी हो तो 10 ग्राम, में 6 ग्राम कालीमिर्च, दोनों को अच्छी तरह से पीसकर मिलाकर 1 कप पानी में घोलकर, नित्यक्रिया से निवृत होने के बाद सेवन करायें। इसे लगातार 1 सप्ताह तक इसका सेवन करने से अंडकोष के एक सिरे की वृद्धि ठीक हो जाती है।
5. एरण्ड : 2 चम्मच एरण्ड तेल सुबह-शाम दूध में मिलाकार सेवन करने से अंडकोष के वृद्धि ठीक हो जाती है, साथ ही इस तेल की मालिश भी करनी चाहिए।
6. आम :
- आम के पेड़ पर के बांझी (बान्दा) को गाय के मूत्र में पीसकर अंडकोष के बढ़े हिस्से पर लेप करने और सेंकने से लाभ होता है।
- आम के पत्तों को नमक के साथ पीसकर लेप करें। इससे अंडकोष का वृद्धि और पानी भरना बन्द हो जाता है।
7. भिलावां : भिलावा और हल्दी घिसकर अंडकोष की वृद्धि पर लेप करें। साथ ही कण्डे की आग से सिंकाई करें, इससे अंडकोष की वृद्धि नष्ट होती है।
8. महुआ : महुआ के ताजे फूलों, को लेकर पानी में डालकर उसे उबालें, जब भाप निकलने लगे तो उस भाप से अंडकोष को सेंके। इससे अंडकोष में होने वाले दर्द, और अंडकोष की वृद्धि ठीक हो जाती है।
9. चना : चने के बेसन को पानी और शहद में मिलाकर अंडकोष के सूजन पर लगाने से लाभ होता है।
10. आक (अकवन) : आक के पत्तों में शुद्ध सरसों तेल लगाकर आग पर सेंक करें, या अंडकोष पर बांध दें। इसे रात में सोते समय प्रयोग करें। सुबह इसे उठकर खोल दें। इससे लाभ होता है।
11. अरहर : अरहर की दाल को पानी में भिगो दें। उसी पानी में उसे बारीक पीसकर थोड़ा गर्म करें। इसके बाद उसे अंडकोष पर लगायें। इसे सुबह-शाम कुछ दिनों तक ऐसा ही करने से अंडकोष में लाभ होता है।
12. तंबाकू : तंबाकू के ताजे पत्ते पर सरसों का तेल लगाकर आग पर सेंकने से अंडकोष को लाभ मिलता है।
13. धतूरा : धतूरे के ताजे पत्ते पर सरसों के तेल के लेप को आग में सेंक दें। फिर उसे अंडकोष पर बांध दें। रोजाना रात में सोते समय इस उपचार को करें। इससे अंडकोष की वृद्धि ठीक हो जाती है।
14. किशमिश : किशमिश को रोजाना खाने से अंडकोष का बढ़ा हुआ हिस्सा ठीक होता है।
15. करंज : चावल के पानी मे करंज की जड़ को घिसकर लेप करना चाहिए।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)