बालक जन्मे तो क्या करें ?

new born baby

बच्चे के जन्मते ही नाभि-छेदन तुरंत नहीं बल्कि 4-5 मिनट के बाद करें। नाभिनाल में रक्त-प्रवाह बंद हो जाने पर नाल काटें। नाल को तुरंत काटने से बच्चे के प्राण भय से अक्रान्त हो जाते …

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गंगाजी का मूल मंत्र

ganga ji

वेद व्यासजी कहते थे कि गंगाजी का एक गोपनीय मंत्र है |और वो गंगाजी का मूल मंत्र एक बार भी जप करो तो तुम निष्पाप होने लगोगे | गंगाजी का मंत्र – ॐ नमो गंगायै …

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सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण मंत्र

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण मंत्र

जब भी सूर्य ग्रहण हो तो एक माला इस मंत्र की करें :- मंत्र – ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम: |…. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:| ….  ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम: और चंद्र ग्रहण …

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बीमार है तो रूद्र गायत्री मंत्र

rudragaytri mantra

समझो किसीके घर में कोई बीमार है, या कोई कष्ट नष्ट ही नहीं हो रहा है तो दीक्षा में जो गुरुमंत्र मिला है उसका जप बढाये और सोमवार को घर के आसपास शिव मंदिर हो …

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आरोग्य मंत्र

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आरोग्य मंत्र है : ॐ क्रौं हृीं आं वैवस्‍ताय धर्मराजाय भक्‍तानुग्रहकृते नम: ( जिसे बापूजी विनोद में  यमराज का  मोबाईल नम्बर कहते है | ) कैसा भी बीमारी हो इसमें डॉक्टर को भी सूझ-बूझ आ …

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प्राणों की रक्षा हेतु मंत्र/रक्षा कवच बनाने के लिए

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हनुमानजी जब लंका से आये तो राम जी ने उनको पूछा कि , रामजी के वियोग में सीताजी अपने प्राणो की रक्षा कैसे करती हैं ? तो हनुमान जी ने जो जवाब दिया उसे याद …

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मौनी अमावस्या का मंत्र

मौनी अमावस्या का मंत्र

भविष्योत्तर पुराण में बताया कि  माघी अमावश्या के दिन  अगर भगवान ब्रम्हाजी का कोई पूजन करें, श्लोक और गायत्री मंत्र बोलकर कोई ब्रम्हाजी को नमन करते है और थोड़ी देर शांत बैठे और फिर गुरुमंत्र …

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बीज मंत्र

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ॐ कार मंत्र जैसे दूसरे २० मंत्र और हैं | उनको बोलते हैं बीज मंत्र | उसका अर्थ खोजो तो समझ में नही आएगा लेकिन अंदर की शक्तियों को विकसित कर देते हैं | सब …

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संत एकनाथ जी की गुरुसेवा

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ʹगुरु की सेवा से शिष्य का मन किसी भी प्रकार के प्रयत्न बिना ही अपने-आप एकाग्र होने लगता है।” गुरुभक्तियोग ग्रंथ संत एकनाथ जी ने 10 वर्ष की छोटी उम्र में ही देवगढ़ राज्य के …

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गुरु गोविन्दसिंह जी के वीर सपूत

गुरु गोविन्दसिंह जी के वीर सपूत

धर्म की खातिर प्राण देने पड़े तो देंगे लेकिन अत्याचारियों के आगे कभी नहीं झुकेंगे। विलासियों द्वारा फैलाये गये जाल, जो आज हमें व्यस्न, फैशन और चलचित्रों के रूप में देखने को मिल रहे हैं, …

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