Last Updated on February 13, 2023 by admin
किसी-किसी स्त्री की उम्र में तो वृद्धि हो जाती है परन्तु उनके स्तनों में वृद्धि पूरी तरह से नहीं हो पाती है। यह स्त्रियों में हार्मोन्स की कमी के कारण होता है।
ब्रेस्ट (स्तन) साइज बढ़ाने के लिए अपनाएं ये तरीके :
1. काला जीरा: काला जीरा आधे से 2 ग्राम की मात्रा में लेकर थोड़ी-सी मिश्री को डालकर पीने से स्तन पूरे तरह से विकसित हो जाते हैं।
2. कलौंजी: कलौंजी (मंगरैला) को आधे से 1 ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सुबह-शाम खाने से स्त्री के स्तन उभरने लगते हैं।
3. सरसों का तेल: स्त्री के स्तनों पर सरसों के तेल को रोज मालिश करने से स्तनों में मोटापन एवं उभार आता है।
4. एरण्ड: एरण्ड के तेल से स्तनों की मालिश करने से स्तन सुडौल यानी आकर्षक, पुष्ट और बढ़ते हैं।
5. कास: कास (फूल के तरह की घास) की जड़ को पीसकर रख लें, इसे 3 से 6 ग्राम की मात्रा में लेकर अच्छी तरह मिलाकर स्तनों पर लगाने से स्तन शरीर के अनुपात में ठीक से बढ़ते जाते हैं।
6. कुश: कुश या दाभ (डाभी) की जड़ को पीसकर रख लें, फिर इसी चूर्ण को घोंटकर स्तनों पर लगाने से स्तन उभरने लगते हैं।
7. विदारीकन्द: विदारीकन्द के फल को लगभग 3 से 6 ग्राम की मात्रा में पीसकर मिश्री मिले दूध को पीने से स्तनों में दूध की वृद्धि हो जाती है।
8. क्षीरविदारी: क्षीरविदारी के फल को पीसकर चूर्ण बना लें, फिर इसी चूर्ण को देशी घी में मिलाकर तब तक भूने जब तक कि वह लाल न हो जाये, इसी मिश्रण को 3 ग्राम से 6 ग्राम की मात्रा में मिश्री मिले दूध में पकाकर प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन करने से स्तनों में दूध की बढ़ोत्तरी होती है तथा स्तन उभरने लगते हैं।
9. दुद्धी: दुद्धी के पंचांग (फल, फूल, जड़, तना और पत्ते) का रस निकालकर 10 से 20 बूंदों को लेकर या पंचांग के बारीक चूर्ण को एक चौथाई ग्राम से आधा ग्राम तक लेने से स्तनों में दूध की वृद्धि होती है।
10. तिल: तिल के तेल की मालिश करने से स्तनों में उभार महसूस होने लगता है।
11. चौलाई: चौलाई (गेन्हारी) की सब्जी के पंचाग (फल, फूल, जड़, तना और पत्ते) को अरहर की दाल के साथ अच्छी तरह से मिलाकर स्त्री को प्रयोग करने से स्त्री के स्तन (चूचक) में बढ़ोत्तरी होती है।
12. तोदरी: तोदरी के बीजों को 5 ग्राम से 10 ग्राम की मात्रा में लेकर अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बनाकर मिश्री को मिलाकर बनी शर्बत को 1 दिन में सुबह-शाम पीने से स्तनों के आकार में उभार होता है।
13. असंगध नागौरी:
- असंगध नागौरी और शतावरी को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से पीसकर चूर्ण बना लें, फिर इसी चूर्ण को देशी घी में मिलाकर मिट्टी के बर्तन को मिलाकर रखें, इसी चूर्ण को 10 ग्राम की मात्रा में मिश्री मिले दूध के साथ सेवन करने से स्तनों के आकार में बढ़ोत्तरी होती है।
- असंगध नागौरी, गजपीपल और बच आदि को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर चूर्ण बना लें, फिर मक्खन के साथ मिलाकर स्तनों पर लगाने से स्तनों के आकार में उभार होता जाता है।
14. बच और दाड़िम::
- बच और दाड़िम को सरसों के तेल में मिलाकर यवकूट करके पका लें, फिर इसी तेल को ठंडा करके साफ कपड़े या छन्नी से छानकर रख लें, इसी तेल को 2 से 3 बार स्तनों पर लगाने से स्तनों की चमक और उभार बढ़ जाती है।
- बच और दाड़िम को गंभारी (श्रीपर्णी) के रस में शुद्ध करके प्राप्त तेल को स्त्री के चूचों (स्तनों) पर मालिश करने से स्तनों में उभार आता है।
15. गंभारी: गंभारी के रस के सिद्ध तिल के तेल से स्तनों की मालिश करने और रूई में भिगोकर जनेन्द्रियों के अन्दर रखने से स्तनों की पुष्टि होती है।
16. बड़ (बरगद):
- बड़ की जटाओं के बारीक रेशों को पीसकर बने लेप को रोजाना सोते समय स्तनों पर मालिश करने से कुछ हफ्तों में ढीलापन दूर हो जायेगा।
- जटा के बारीक अग्रभाग के पीले व लाल तंतुओं को पीसकर लेप करने से फायदा होता है।
17. तेजपात: तेजपत्ते के पाउडर की फंकी लेने से जिन स्त्रियों के स्तन काफी छोटे-पतले होते हैं, उनके स्तनों का आकार बढ़कर मोटा हो जाता है। तेजपत्ते का तेल किसी अन्य तेल में मिलाकर मालिश करने से स्तनों के उभार में वृद्धि होती है।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)