मुंह की बदबू का घरेलू इलाज | Bad Breath in Hindi
रोग परिचय : भोज्य पदार्थों को ठीक स्वरूप दे कर शरीर के अवयवों तक पहुंचाने में दांतों की अहम भूमिका होती है. लेकिन जिन दांतों से हर क्षण कुछ न कुछ कार्य निरंतर लिया जाता …
रोग परिचय : भोज्य पदार्थों को ठीक स्वरूप दे कर शरीर के अवयवों तक पहुंचाने में दांतों की अहम भूमिका होती है. लेकिन जिन दांतों से हर क्षण कुछ न कुछ कार्य निरंतर लिया जाता …
गले के रोगों का घरेलू इलाज (gale me kharash,dard aur sujan ka ilaj) गले की खराश ,दर्द व सुजन से जल्द राहत पाना चाहें तो नीचे बताए गए सरल एवं सफल देसी नुस्खों को अपनाएं। …
सांस की दुर्गध एक परेशानी दायक व आम समस्या है। सांसों में दुर्गध होने पर लोगों से मिलने व बातचीत करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सांस की दुर्गंध से व्यक्तित्व भी …
मुंह में छाले होना : muh me chale hona यदि मुंह में छाले होंगे तो हम आहार को भली प्रकार चबा नहीं सकेगें। शुद्ध तथा स्वस्थ लार भी तैयार नहीं होगी। पेट-भर भोजन भी नहीं …
दाँतों का दर्द : दन्तशूल –नियमित दाँत साफ न करने, दांतों में भोजन के कण फँस जाने, कोई कड़ी बस्तु खाने चबाने, खट्टी, चटपटी वस्तुयें खानेचबाने इत्यादि के कारणों से दाँतों में दर्द (दन्तशूल) होता …
दांत दर्द के कारण : dant dard ke karan मसूढ़ा फूलना, मसूढ़ों से खून आना, दाँत हिलना, दाँत गिरना, दाँतों में दर्द होना तथा पायरिया आदि दाँतों के रोग कहलाते हैं। ये रोग उन्हीं लोगों …
बार बार प्यास लगना (गला सुखना / तृषा रोग ) क्या है : शारीरिक श्रम करने पर तृषा अर्थात् प्यास की इच्छा होती है। तृषा होने पर सभी छोटे-बड़े के लिए जल पीना आवश्यक हो …
बार बार प्यास लगना : इस रोग में व्यक्ति को बहुत अधिक प्यास लगती है। रोगी व्यक्ति जितना भी पानी पीता है उसे ऐसा लगता है कि उसने बहुत ही कम पानी पिया है और …
हमारे शरीर में जो भी आहार प्रवेश करता है यानी हम जो भी खाते या पीते हैं उसका प्रवेश द्वार है हमारा मुंह और मुंह में होते हैं दांत जो न सिर्फ मुख की सुन्दरता …
पायरिया (Pyorrhea in Hindi) दांतों को प्रतिदिन मंजन न करने से दांत कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। दांतों में कीड़े लग जाते हैं तथा दांत खोखले होकर सड़ने लगते हैं जिससे मसूढ़ों से खून व …