कान की वैज्ञानिक देखभाल – Kan ki Dekhbhal Kaise Kare
कान की देखभाल के लिए कुछ जरूरी टिप्स : कहते हैं बड़े कान पुरुषों के लिये भाग्यशाली होते हैं और छोटे कान स्त्रियों की सुन्दरता में चार चाँद लगा देते हैं। पशुओं की खोपड़ी के …
कान की देखभाल के लिए कुछ जरूरी टिप्स : कहते हैं बड़े कान पुरुषों के लिये भाग्यशाली होते हैं और छोटे कान स्त्रियों की सुन्दरता में चार चाँद लगा देते हैं। पशुओं की खोपड़ी के …
शीघ्रपतन (शीघ्र स्खलन) के लक्षण : इस रोग में पहले तो समागम काल ही कम होता है, बाद में मैथुन क्रिया से पूर्व ही वीर्य स्खलित हो जाता है। आगे चलकर रोगी द्वारा किसी स्त्री …
बहुत ज़्यादा धूप में निकलने, नींद की कमी, थकावट, प्रेग्नेंसी, न्यूट्रिशन का अभाव, हार्मोन्स का असंतुलन, पीरियड्स आदि की वजह से कई बार आंखों के नीचे की त्वचा काली पड़ने लगती है. डार्क सर्कल से …
आध्यात्मिक चिकित्सा का प्रचलन प्राचीन काल में बहुत ज़्यादाजा था। सभी शिक्षा केंद्रों, ख़ासकर गुरुकुलों में अध्ययन के साथ आध्यात्मिक चिकित्सा का तरीक़ा सिखाया जाता था। बच्चों को खान-पान और रहन-सहन के साथ शरीर को …
आज एड्स-रोग चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रतिदिन कुछ-न-कुछ इसके बारे में सुनने और पढ़ने को मिलता है। किंतु डायरिया रोग की भयङ्करता एड्स से इस मामले में ज्यादा है कि दो दिनों में …
पायरियां रोग से ग्रस्त होने पर दाँत ढीले होकर हिलने लग जाते हैं। मसूढ़ों से मवाद और रक्त निकलने लगता है। दाँतों पर कड़ी पपड़ियाँ जम जाती हैं। मुंह से दुर्गन्ध आने लगती है। उचित …
बच्चों के मुख में बीस दूध के दाँत होते हैं। जब पहला दाँत दिखे तभी से ही उनके साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिये। हर बार बच्चे को दूध पिलाने या कुछ खिलाने के बाद साफ …
मिर्गी क्यों आती है ? इसके कारण : मिर्गी मस्तिष्क के असंतुलन का प्रतिफल है। शरीर में स्थित विजातीय द्रव्य जब मस्तिष्क में पहुँचकर उसके कोशों पर दबाव डालते हैं, तब मिर्गी-रोग का दौरा पड़ता …
माहवारी में अधिक रक्तस्राव के प्रमुख कारण : मासिक स्राव में अधिकता भी रोग सूचक है । स्राव की अधिकता से शरीर में दुर्बलता आ जाती है, सिर दर्द, कटि में दर्द, योनि शूल आदि …
वर्तमान भयंकर व्याधि, एड्स : एड्स (एचआईवी) उपदंश का अधिक तीव्र और विकृत रूप हो सकता है । समझा जाता है कि अभी तक एड्स की कोई कारगर औषधि नहीं बनी है। किन्तु हमारे मत …