माँ की प्रतिज्ञा (प्रेरक प्रसंग) | Motivational Story
* दरभंगा में एक तालाब है। उसे ‘दाई का तालाब’ कहते है। तालाब के निर्माण का इतिहास सज्जनता और ईमानदारी, कर्तव्यपरायणता और नैतिकता का जीता-जागता आदर्श है। उसे पढ़कर जीवन के निष्काम प्रेम की अनुभूति …
* दरभंगा में एक तालाब है। उसे ‘दाई का तालाब’ कहते है। तालाब के निर्माण का इतिहास सज्जनता और ईमानदारी, कर्तव्यपरायणता और नैतिकता का जीता-जागता आदर्श है। उसे पढ़कर जीवन के निष्काम प्रेम की अनुभूति …
★ एक दिन राजा विश्वामित्र(vishwamitra) मंत्रियों के साथ शिकार के लिए गये थे। वन में प्यास से व्याकुल हो वे महर्षि वसिष्ठ जी(vashishta) के आश्रम में पहुँचे। ★ वसिष्ठजी ने उनका स्वागत किया। आश्रम में …
चन्द्रगुप्त ( Chandragupta )व चाणक्य (chanakya)के बीच राज्याभिषेक से पहले संवाद :- चाणक्य : ये क्या सुन रहा हूँ मैं चन्द्रगुप्त चन्द्रगुप्त : आपने ठीक ही सुना है आचार्य, नहीं बनना मुझे मगद का सम्राट …
<> संत एकनाथ (Sant Eknath ji) महाराष्ट्र के विख्यात संत थे। स्वभाव से अत्यंत सरल और परोपकारी संत एकनाथ के मन में एक दिन विचार आया कि प्रयाग पहुंचकर त्रिवेणी में स्नान करें और फिर …
एक बार एक शिष्य में आपने गुरुदेव से कहा की – हॆ देव एक डर हमेशा रहता है! की माया बड़ी ठगनी है विशवामित्र जी का तप एक अप्सरा के आकर्षण मे चला गया तो …
<> यदि आपको सुखी रहना है तो किसी से अपनी तुलना नहीं करो। ‘आप’ आप ही हो। आप के समान कोई नहीं। फिर क्यों दूसरों से अपनी तुलना करना, ईर्ष्या करना? आइये इस बात को …
पांडवों के वनवास के बारह वर्ष समाप्त होनेवाले थे. इसके बाद एक वर्ष के अज्ञातवास की चिंता युधिष्ठिर को सता रही थी. इसी चिंता में मग्न एक दिन युधिष्ठिर भाइयों और कृष्ण के साथ विचार …
भीष्म पितामह रणभूमि में शरशैया पर पड़े थे। हल्का सा भी हिलते तो शरीर में घुसे बाण भारी वेदना के साथ रक्त की पिचकारी सी छोड़ देते। ऐसी दशा में उनसे मिलने सभी आ जा …
<> एक प्रेमी-युगल शादी से पहले काफी हँसी मजाक और नोक झोंक किया करते थे। शादी के बाद उनमें छोटी छोटी बातो पे झगड़े होने लगे। <> कल उनकी सालगिरह थी, पर बीबी ने कुछ …
एक बार एक हंस और एक हंसिनी जंगल में घूम रहे थे बातों बातों में समय का पता नहीं चला शाम हो गयी, वो अपने घर का रास्ता भूल गए और चलते-चलते एक सुनसान जगह …