छोटे बच्चों के दांतों की सुरक्षा और देखभाल के उपाय

Last Updated on November 25, 2020 by admin

एक माँ ने तकलीफ बताई कि उसकी 5 साल की बेटी के मुँह में कई सारी कैविटी (सड़न की वजह से होने वाले छोटे-छोटे छेद) हैं। उसने हमें बताया कि उनके बेटी के शुरुआत में बहुत ही अच्छे दाँत थे और अच्छे से ब्रश भी करती थी। लेकिन उसकी खाने की आदतों पर नज़र रखने में माता-पिता की लापरवाही के कारण उसके मुँह में कई सारी कैविटी विकसित हो गई। बच्चे के दाँत के विकास के प्रारंभिक वर्षों में माता-पिता की निगरानी बहुत महत्वपूर्ण है।

कब करें शुरुआत ? :

आपके बच्चे के प्राथमिक (दूध) और स्थायी दाँत चबाने, बोलने और दिखावट के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसी के साथ, प्राथमिक दाँत मुँह में आने के लिए स्थायी दाँतों के लिए जगह बनाते हैं। चूँकि एक स्वस्थ मुँह आपके बच्चे के आत्मसम्मान में काफी योगदान देता है, इसलिए मौखिक स्वास्थ्य प्रकियाएँ बचपन में शुरू होनी चाहिए और पूरे जीवनभर जारी रहनी चाहिए। माता-पिता बच्चे को मौखिक स्वास्थ्य की अच्छी आदतों को सिखाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यदि आप नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन करते हैं तो आपका बच्चा जीवनभर सुंदर मुस्कुराहट का आनंद ले सकता है।

जानिए कब और कैसे करें बच्‍चों के दांतों को साफ :

शिशुत्व (0 – 1 साल) –

बच्चा जब छोटा होता है उसी समय उसे मौखिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी अभ्यास शुरू कर देना चाहिए जैसे सही तरीके से ब्रश करना, खाना खाने के बाद ठीक से कुल्ला करना आदि। माता-पिता के रूप में हमें यह समझना होगा कि जैसे ही बच्चे के मुँह में दाँत दिखाई देते हैं बच्चे के दाँतों को सड़ने का खतरा होता है।

  • चूसना बच्चों की एक प्राकृतिक आदत है, हालाँकि चूसनी और ऊँगली का लंबे समय तक उपयोग करने से आपके बच्चे के दाँतों के विकास पर प्रभाव पड़ सकता है।
  • स्तनपान लगभग 9 महीने तक किया जाना चाहिए। लगभग 16 महीनों बाद बोतल को अपने बच्चे से छुड़वा देना चाहिए। बच्चे को दूध पिलाने के बाद नम कपड़े या टूथब्रश से दाँतों को साफ करना चाहिए, ऐसा न करने से एक गंभीर समस्या हो सकती है जिसे ‘बॉटल टूथ डिके’ कहते हैं।
  • पहली बार जब एक दाँत टूट जाता है तो अपने बच्चे के दाँतों को साफ करने के लिए छोटे व नरम टूथब्रश का उपयोग करना शुरू करें। एक शिशु के दाँतों को साफ करने के लिए टूथपेस्ट की सलाह नहीं दी जाती है।

1 से 5 साल –

आपके बच्चे को अच्छी मौखिक स्वास्थ्य की आदतों को स्थापित करने में मदद करने के लिए प्री स्कूली साल एक महत्वपूर्ण समय है। चूँकि इस उम्र के बच्चे प्रभावी ढंग से अपने मुँह को साफ करने में असमर्थ होते हैं, इसलिए माता-पिता को उनके दाँतों की देखभाल करने की आवश्यकता है।

  • एक अच्छे आदर्श बनें, जब आप ब्रश और फ्लॉस कर रहे हैं तब आपके बच्चे को वह देखने की अनुमति दें और सिखाएँ।
  • पहला दाँत दिखाई देने के बाद अपने बच्चे के दाँतों को दिन में दो बार ब्रश करें।
  • एक नरम व छोटे (चाइल्ड साइज) टूथब्रश का प्रयोग करें। एक बार आपका बच्चा थूकने में सक्षम हो जाए उसके बाद फ्लोराइड टूथपेस्ट को एक मटर के दाने के समान या उससे कम मात्रा में उपयोग करें।
  • अपने बच्चे को उचित नाश्ता चुनने में मदद करें जो टूथ डिके (दाँतों की सड़न) को बढ़ावा नहीं देता हो। मीठा नाश्ता और चॉकलेट का उपयोग करने से बचें।
  • चूसनी और अंगूठा चूसना यदि लंबे समय तक चला हो तो दाँतों के विकास को प्रभावित कर सकता है। आमतौर पर बच्चे 2 से 4 साल की उम्र के बीच में यह बंद कर देते हैं। यदि आप आदत को छुड़वाने में असफल रहे हैं तो अपने दंत चिकित्सक से परामर्श लें ।
  • वार्षिक दंत परामर्श बच्चे के पहले जन्मदिन से शुरू हो जाना चाहिए।

6 साल से 14 साल –

माता-पिता को बच्चों के लिए एक प्रभावशाली आदर्श बने रहना जरूरी है, इसलिए माता-पिता के लिए भी अच्छे मौखिक स्वास्थ्य की आदतों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है।

  • स्थायी दाँत छः साल की उम्र से आना शुरू हो जाते हैं और 12 साल तक जारी रहते हैं।
  • रोज़ाना दो बार दाँतों को साफ करना चाहिए।
  • प्रत्येक भोजन के बाद ज़्यादा पानी पीना और कुल्ला करना बहुत जरूरी है।
  • फ्लोराइड टूथपेस्ट के अलावा बच्चे जो उच्च अस्थिक्षय प्रवृत्ति के होते हैं उन्हें दंत चिकित्सक द्वारा नियमित अंतराल पर नियमित फ्लोराइड जेल उपचार की आवश्यकता होती है।
  • दाँत के सीलंट का उपयोग दाँतों के चबानेवाले सतहों की रक्षा के लिए किया जाता है जो टूथ डिके (दाँतों की सड़न) को होने से रोकने के लिए किया जा सकता है।
  • समयपूर्व दूध के दाँतों के नुकसान से टेढ़े दाँत या मिस अलाइनमेंट (दाँतों का एक पंक्ति में न होना) हो सकता है, ऐसे दाँतों को टीथ स्पेस मेंटेनर’ (पदार्थ) के द्वारा ठीक किया जा सकता है।
  • 10 से 13 वर्षको की उम्र को ‘गोल्डन एज’ कहते हैं। इस उम्र के दौरान खराब, तीखे और टेढ़े दाँतों का उपचार बहुत ही अनुकूल और स्थिर होता है।

( और पढ़े – दांतों में कीड़े लगने के कारण और उपचार )

छोटे बच्चों के दांतों की सुरक्षा के उपाय :

चिकित्सकीय स्वास्थ्य दिशा निर्देश –

  1. ब्रश कम से कम तीन मिनट के लिए दिन में दो बार करें।
  2. अपने दैनिक आहार में बहुत कैल्शियम और फाइबर शामिल करें। ( और पढ़े – दांतों को मजबूत व सुरक्षित रखने के 10 उपाय )
  3. खूब पानी पीएँ।
  4. खाने के बाद मुँह का कुल्ला करें।
  5. चॉकलेट और मीठे उत्पादों से बचें।
  6. नियमित दंत परामर्श मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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