Chuna khane ke fayde चूना खाने के फायदे और दुष्प्रभाव

Last Updated on January 19, 2020 by admin

चूना सफेदी तो है ही, एक अच्छी दवा भी है यह :

चूना को दीवारों पर सफेदी करने के लिए तो प्रयोग किया ही जाता है, यह सब जानते हैं। मगर बहुत कम लोग यह जानते हैं कि इसमें कुछ औषधीय गुण भी हैं। यह बतौर दवा भी प्रयोग किया जाता है।

चूना खनिज पदार्थ है। चट्टानों से निकाला जाता है। इसे सीप, घेंघा आदि की भट्ठी में जलाकर भी तैयार किया जाता है। मछुआ जाति के लोग इस काम को करते हैं। चूना को दवा के रूप में प्रयोग कर, लाभ उठाया जाता है। मगर यह जब दीवारों पर लगाते हैं, इससे सफाई तो होती ही है, हानिकारक कीटाणुओं का नाश भी होता है।

चूना खाने की विधि : Chuna Khane ka Tarika in Hindi

  • चूना खाने का सही तरीका- इसे सीधे शक्कर, गुड़ या चीनी की तरह तो खाया नहीं जाता। एक मुंग दाल के दाने के बराबर बहुत ही कम मात्रा में खा सकते हैं, वह भी किसी चीज पर लगाकर। पहले भिगोकर घोल या पेस्ट-सी बना दी जाती है। फिर पान में लगाकर या किसी वास्तु के साथ हल्की-सी मात्रा में सेवन करते हैं।
  • आयुर्वेद ने तो इसे पुराने समय से बतौर औषधि स्वीकार कर लिया था। तब से इसका महत्व बना आ रहा है।
  • Chuna for calcium deficiency in hindi -बच्चों के विकास के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। चूना कैल्शियम का भण्डार है। हड्डियों को मजबूती देने में चूना सक्षम है। चूने का पानी, केवल डेढ़-दो चम्मच बच्चे को प्रतिदिन या कभी-कभी पिलाते रहें तो उनके शरीर की हड्डियां पुख्ता होंगी। यह कई अन्य रोगों की भी रोकथाम कर लेता है।
  • यदि चूना का पानी दे पाना आपके लिए सम्भव न हो तो फिर बच्चों को दूध, मक्खन, नींबू, संतरा, गुड़, टमाटर उचित मात्रा में दे दिया करें। जो भी उपलब्ध हो। ये सब कैल्शियम लिए होते हैं।

( और पढ़े – चूना के औषधीय गुण और उपयोग )

चूने का पानी बनाने की विधि : Chune ka Pani Banane ka Tarika

किसी बर्तन में दो-तीन चम्मच चूना डालें। इसमें पानी भी डालें। खूब मिला दें। सारा चूना इसमें घुल जाए। फिर इस बर्तन को रखें। हिलाएं नहीं। चूना का पानी ऊपर निथरने दें। चूना या इसमें जो कुछ भी अघुलनशील हो,उसे नीचे बैठने दें। यही निथरा हुआ पानी ही चूने का जल है। इस जल को अलग, दूसरे बर्तन में कर लें।

चूने से होने वाले नुकसान से बचाव के उपाय :

चूने से होने वाली हानियों से बचाव –

  1. यदि किसी के शरीर में चूने का सेवन या इसका पानी ठीक न बैठे, तो बड़ी चिन्ता की बात नहीं। गाय का ताजा दूध पी लें। रिएक्शन या चूने का प्रभाव खत्म हो जाएगा।
  2. अगर किसी वजह से आंखों में चूना चला जाए तो काफी दर्द होता है। खूब जलन होने लगती है। इससे राहत पाने के लिए गाय के घी की दो बूंदें आंखों में डाल दें। एकदम शांति मिलेगी।
  3. जहां भी चूना का प्रभाव परेशान करे बादाम का निकला तेल या बादाम रोगन प्रयोग करें। आराम मिलेगा।

रोग उपचार में चूना के फायदे : Benefits of Limestone in Hindi

चूने के औषधीय गुणों का रोगों में लाभ – अनेक छोटे-छोटे रोगों से छुटकारा पाने के लिए चूने का विभिन्न प्रकार से प्रयोग करें। यह अपने औषधीय गुणों के कारण सहयोग देता है। रोगों को ठीक कर देता है।

चूना के फायदे खुजली में (chuna benefits for Itching in hindi)

यदि शरीर में खुजली इतनी हो कि आप चैन न ले पाएं, तो भी चूना काम आता है। एक बर्तन में तीन भाग गौ-मूत्र लें। एक भाग चूना भी डालें। इसमें थोड़ा पिघला हुआ मोम भी डालें, मिलाएं। मरहम तैयार कर लें। इसे खुजली वाले स्थान पर लगाने से चैन मिलेगा।

( और पढ़े – दाद खाज खुजली का इलाज )

चूना के लाभ विष का प्रभाव दूर करने में

यदि कोई विषैला भोजन खा लिया हो तो दूध का आधा गिलास लें। इसमें एक चौथाई गिलास चूने का पानी डालें, पी जाएं। यदि अधिक असर है तो दूध व चूना पानी की मात्रा बढ़ा दें। विष का प्रभाव उतर जाएगा।

चूना का उपयोग घाव के उपचार में (chuna benefits for wound in hindi )

खुजली के लिए यहां बताई मरहम को तैयार कर घाव पर लगाएं। घाव भर जाएगा।

( और पढ़े –घाव को जल्दी सुखाने के घरेलू उपाय )

चुना से आयुर्वेदिक इलाज करें अतिसार में (chuna benefits in diarrhea treatment in hindi)

चूने का पानी, गर्म दूध तथा गोंद मिलाकर पिचकारी से रोगी के गुदा में दें। रोग नहीं रहेगा।

चूना के लाभ प्रदर रोग में (chuna uses to cure leucorrhoea disease in hindi)

प्रदर रोग महिलाओं को परेशान करने वाला होता है। तीन भाग जल तथा एक भाग चूने का पानी लें। दोनों को मिलाएं। इसे पिचकारी में भरें। इसे गर्भाशय में दें। यह गर्भाशय को साफ कर देगा। इससे रोग शांत हो जाएगा।

चूना का गुण दूर करे मकड़ी का जहर (chuna benefits to remove spider venom in hindi)

यदि मकड़ी का जहर फैल जाए और यह त्वचा पर फुसियां कर दे तो इसका इलाज भी चूना से सम्भव है। चूना, तेल तथा चिरौंजी के दाने, तीनों को एक साथ पीस लें। इसको उस स्थान पर लगाएं जहां दाने हुए हैं। आराम मिलेगा।

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चूना का प्रयोग गंडमाला के इलाज में (limestone benefits in scrofula treatment in hindi)

यदि किसी को गंडमाला का रोग हो जाए तो बकरी के दूध में चूने का पानी डालें। इसे रोगी को पिला दें। दो खुराक रोजाना। आराम मिलेगा।

चूना खाने से फायदा क्षय रोग में (chuna for tuberculosis in hindi)

क्षय रोग हो जाए तो बकरी के दूध में चूने का पानी मिलाकर पी लें। दिन में तीन खुराक लिया करें। धीरे-धीरे रोग शांत होता जाएगा।

चूना खाने के लाभ दस्त के लिए (chuna benefits in motion in hindi)

अगर किसी को दस्त परेशान कर रहे हों तो तुलसी का रस, शहद और मामूली-सा चूना, तीनों को मिलाएं। चाटें। इससे आराम पा लेंगे। जब तक जरूरत हो, दिन में तीन खुराके ले सकते हैं।

चूना के फायदे बदहजमी के लिए (chuna ke fayde for indigestion in hindi)

अदरक का रस निकालें। इसमें चुटकी भर चूना डालें। मिलाएं, चाटें, आराम मिलेगा।

चूना का गुण दूर करे मुंहासे (chuna ke fayde for pimple in hindi)

यदि चेहरे पर मुंहासे हों तो शहद में मामूली-सा चूना मिलाकर लगाएं। आराम मिलेगा। कुछ दिन लगाएं।

चूना है बिच्छू दंश की दवा (chuna benefits to cure scorpion bite)

यदि बिच्छू काट जाए, चूना तथा नौसादर मिलाकर लगाएं। तुरन्त आराम मिलेगा।

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चूना खाने के फायदे बच्चों के रोगों में (chuna benefits in children diseases treatment in hindi)

यदि बच्चों को एक-दो चम्मच चूने का पानी रोज पिलाते रहें तो उनका शरीर मजबूत होगा। इतना ही नहीं, उन्हें दस्त, उल्टी, पेट दर्द, बदहजमी जैसे रोग नहीं होंगे।

चूना का उपयोग कान दर्द के उपचार में (chuna cures ear ache in hindi)

यदि कान में दर्द हो और यह ठीक न हो रहा हो, तो नीम की पत्तियों का रस निकालें। इसमें चूना एक ग्राम का भी आठवां भाग डालें, मिलाएं। कान में डालने से आराम मिलेगा।

चूने खाने के दुष्प्रभाव : Chuna ke Nuksan in Hindi

  • एक मुंग के दाने से अधिक की मात्रा में चुना का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
  • किडनी स्टोन के रोगीयों को चूने के सेवन से बचना चाहिए यह उनके लिए नुकसानदायक होता है।
  • चूने के सेवन के बाद सांस लेने में अगर दिक्क्त हो रही हो तो इसका सेवन ना करें।
  • चुना खाने के बाद अगर मुँह में किसी भी प्रकार की सूजन दिखाई दे तो तत्काल ही इसका सेवन बंद करे।
  • चुना सेवन के बाद मितली या उलटी हो सकती है।
  • चुना खाने के बाद पेट में कोई समस्या हो रही है तो इसका इस्तेमाल ना करें।

देखा आपने, केवल दीवारों पर सफेदी करने के लिये प्रयोग में आने वाला चूना अनेक रोगों का अच्छा इलाज है। सस्ता भगर अनेक गुण लिए। लाभ उठाना चाहिए।

(दवा व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार सेवन करें)

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