Coronavirus (COVID-19) in Hindi | कोरोना वायरस क्या है इसके लक्षण ,सावधानी और इलाज

Last Updated on March 27, 2020 by admin

प्रश्न – कोरोना वायरस का जन्म कैसे हुआ ?

उत्तर – यह वायरस कोई नया वायरस नहीं है। यह बहुत पुराना वायरस है। वायरस की म्यूटेशन होती रहती है। यह नया वायरस पुराने वायरस की म्यूटेशन है। चूंकि 2019 में इसका पता चला, इसलिए इसे कोविड 19 कहते हैं। यह बाकियों की तुलना में घातक है। यह अपना पुराना फॉर्म छोड़ कर ज्यादा खतरनाक बन गया है। अगर पुराना वायरस होता तो हमारा प्रतिरक्षण तंत्र इनसे लड़ सकता था।

प्रश्न – हमें टेस्ट कब, क्यों और क्यों नहीं कराना चाहिए ?

उत्तर – पहला आपको कोई लक्षण होने चाहिए, दूसरा किसी संक्रमित के संपर्क में आये हैं, विदेश यात्रा की हो और यात्रा के बाद आपको बुखार खांसी आदि हुई तो टेस्ट करवाना जरूरी है। वो भी सरकारी अस्पताल में। इसकी जांच की अनुमति प्राइवेट अस्पतालों को नहीं है। सरकार यह जांच मुफ्त करती है।

प्रश्न – जिन्हें खांसी-जुकाम है, केवल उन्हें मास्क का प्रयोग करना चाहिए?

उत्तर – अभी तक जो डाटा है उसके आधार पर जिनको खांसी-जुकाम है वो मास्क लगाएं। आम इंसान जो स्वास्थ्य है, कोई तकलीफ नहीं है, उसको मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। मास्क लगाने से कभी-कभी नुकसान भी हो जाता है। आपके हाथ में इंफेक्शन है और आप बार-बार मास्क एडजस्ट करने के लिए अपने हाथ चेहरे पर लगाएंगे। बार-बार टच करेंगे, तो संक्रमित हो सकते हैं।

प्रश्न – भीड़-भाड़ वाली जगह पर न जाएं। जो लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं वो क्या बचाव कर सकते हैं?

उत्तर – अगर जरूरी नहीं है तो ट्रैवल न करें। अगर मजबूरी है तो यात्रा करते समय नियमित हैंड वॉश करें। चीजें छूने से बचें। जैसे अगर मेट्रो में जा रहे हैं तो रेलिंग आदि छूने से बचें। क्योंकि किसी और ने अगर उसे हाथ लगाया होगा तो संक्रमित होने का डर रहता है। बाकियों से दूरी बना कर रखें। अगर किसी को खांसी है तो दूरी बना कर रखें।

प्रश्न – क्या एल्कोहल के सेवन से कोरोना खत्म हो जाता है?

उत्तर – एल्कोहल से आपकी इम्युनिटी कम होती है, लिहाजा इंफेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है। इसके पीने से नुकसान ही है फायदा नहीं है।

प्रश्न – योग, व्यायाम, आदि और गिलोय, तुलसी आदि के सेवन से क्या इससे बचा जा सकता है ?

उत्तर – अभी हम नहीं कह सकते कि कोई आयुर्वेदिक दवाई है, जिससे इसकी रोकथाम की जा सकती है। ये बीमारी चीन और इटली से आयी हैं, ये एकदम नई बीमारी है। इसमें केवल हैंड हाईजीन और फेस हाईजीन का ध्यान रखना है। हाथ मुंह पर न लगाएं। बहुत जरूरी हो तो हाथ धो कर लगाएं। खुद को दूसरों से अलग रखें। मेरे हिसाब से कोई आसन नहीं बना है, जो इसकी रोकथाम करेगा। आयुर्वेदिक दवाई खाकर आप इस गलतफहमी में न रहें, कि मैंने आयुर्वेदिक दवा का सेवन किया है इसलिये मुझे संक्रमण नहीं होगा।

प्रश्न – पालतू जानवरों से यह वायरस फैलता है क्या ?

उत्तर – यह महज़ भ्रांति है। किसी भी पालतू जानवर जैसे बिल्ली, कुत्ता आदि से यह वायरस नहीं फैलता। यह वायरस केवल मनुष्य से मनुष्य में फैलता है।

प्रश्न – गर्मी आने पर तापमान के बढ़ने से क्या कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म हो जाएगा?

उत्तर – यह बात सही है कि अगर गर्मी ज्यादा हो, तो हो सकता है कि उसका ट्रांसमिशन कम हो जाए। लेकिन इसमें यह समझना जरूरी है कि अभी जहां-जहां आउटब्रेक हो रहा है, जैसे सिंगापुर, थाईलैंड में पहले से ही गर्मी है। वहां 30 डिग्री से ज्यादा तापमान है। वहां भी कई केस आये हैं। लिहाज़ा यह बात सही नहीं है कि गर्मियों में यह वायरस खत्म हो जाएगा। यह भी समझना जरूरी है कि हम ज्यादातर समय घर के अंदर रहते हैं, चाहे घर हो या ऑफिस, या शॉपिंग मॉल हों। इनमें कई जगहें एयरकंडीशंड होती हैं। उस जगह पर अगर कोई खांस रहा है, तो वायरस के फैलने की आशंका रहती है। इंडोर इवॉयरनमेंट में भी सावधानी बरतनी चाहिए। बाहर गर्म हवाओं में वायरस का सरवाइवल कुछ कम हो जाएगा।

प्रश्न – हाथ साफ करने के लिए सेनीटाइज़र का इस्तेमाल कब करें?

उत्तर – अगर आप सफर कर रहे हैं, तो मजबूरी है कि आप सेनीटाइजर का प्रयोग करें, लेकिन अगर आप ऐसी जगह पर हैं, जहां पानी और साबुन उपलब्ध है, तो उसका ही इस्तेमाल करना चाहिए।

प्रश्न – ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजर या मास्क की जरूरत है या नहीं?

उत्तर – यह वायरस हमेशा बाहर से आता है। कोई यह वायरस लेकर आपके गांव में आ सकता है, खुद वायरस गांव में कभी नहीं आ सकता। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा लोग बाहर से आते नहीं, इसलिये वहां इंफेक्शन की आशंका कम है।

प्रश्न – सरकार सभी से कह रही है कि घरों में रहें, बाहर मत जायें। स्कूल, कॉलेज, स्वीमिंग पूल, मॉल, आदि बंद कर दिए गए। ये कदम कहां तक कारगर साबित हो सकते हैं?

उत्तर – इसका सीधा प्रमाण इटली से है। वहां दो प्रोविंस हैं-साउथ और वेस्ट। एक प्रोविंस को 25 फरवरी को लॉकडाउन किया दूसरी को 3 मार्च को किया। 25 फरवरी को जहां लॉकडाउन किया, वहां मामलों की संख्या गिर गई। जहां 3 मार्च को किया अभी तक वहां मामले आ रहे हैं। यह साफ है लॉकडाउन या आईसोलेशन से बहुत फायदा है।

प्रश्न – सेनीटाइज़र के कई ब्रांड बाज़ार में उपलब्ध हैं। लोगों में भ्रमित हैं कि कौन सा लें कौन सा न लें। इस समस्या का समाधान कैसे हो सकता है ?

उत्तर – उनको पहले देखना चाहिए कि बॉटल पर एल्कोहल बेस्ड लिखा है या नहीं, क्योंकि एल्कोहल बेस्ड सेनीटाइज़र वायरस को मार देता है। सरकार ने इसे एसेंशियल कॉमोडिटी डिक्लेयर किया है। इसके गलत प्रॉडक्ट नहीं बेच सकते। ब्लैक मार्केट नहीं कर सकते।

प्रश्न – क्या कोरोना वायरस से संक्रमण हमेशा जानलेवा है ?

उत्तर – अभी तक जो चीन और अन्य देशों से डाटा आया है, उसके अनुसार 80% संक्रमित अपने आप ठीक हो गए। हलकी खांसी, जुकाम बुखार के बाद अपने आप ये लोग ठीक हो गए।

प्रश्न – क्या यह आगे चलकर और विकराल रूप दिखा सकता है?

उत्तर – 2002 में सार्स और 2010 में मर्स भी कोरोना वायरस ही थे। कोविड-19 भी उसी फैमिली का नया वायरस है। अब दुनिया बहुत छोटी हो गई है। हम एक देश से दूसरे देश कुछ ही घंटों में पहुंच सकते हैं। पहले वायरस एक जगह शुरू होकर वहीं खत्म हो जाता था। अब जल्दी फैलता
है। वायरस को फैलने से रोकना अब बहुत मुश्किल है।

डॉक्टर रणदीप गुलेरिया (AIIMS डायरेक्टर) ,डॉक्टर बलबीर सिंह चेयरमैन (मैक्स हॉस्पिटल्स)

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