घुटने में दर्द, जलन व सूजन :
इस रोग में रोगी के घुटने में जलन तथा दर्द होता है और सूजन आ जाती है। यह रोग ‘शरीर के उस भाग में होता है जहां पर दो ऊतक आपस में क्रिया करते हैं। इस रोग में ऊतकों में सूजन आ जाती है तथा गर्मी और लाली प्रकट हो जाती है।
कारण :
जब कोई व्यक्ति निरन्तर झुककर काम करता है तो उसके घुटनों में सूजन आ जाती है तथा जलन और दर्द होने लगता है। यह रोग एक प्रकार की अवस्था के प्रकट होने के कारण होता है जिसे स्नेहपुटीशोथ या स्नेहपुटी का प्रदाह कहते हैं। स्नेहपुटी एक प्रकार की छोटी सी थैली होती है तथा जिसके अन्दर एक चिपचिपा पदार्थ भरा होता है। यह पुटी ‘शरीर के उन भागों में पाई जाती है जहां दो भाग एक दूसरे से सटकर अपनी क्रिया करते हैं।
चुंबक चिकित्सा द्वारा घुटने में दर्द, जलन व सूजन का उपचार :

- घुटनों के दर्द, जलन तथा प्रदाह में ‘शक्तिशाली चुम्बकों का स्थानिक प्रयोग घुटनों पर करना चाहिए अर्थात ‘शक्तिशाली चुम्बकों को घुटनों पर लगाना चाहिए। फिर 12 घण्टे के बाद ‘शरीर में पाये जाने वाले सूचीवेधन बिन्दु जी.बी. 34 पर दक्षिणी ध्रुव वाला ‘शक्तिशाली चुम्बक लगाना चाहिए।
- घुटने में दर्द वाले भाग पर लाल तेल लगाकर धूप में सिंकाई करने से घुटने के दर्द में बहुत अधिक लाभ मिलता है।
अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।